Krishna River Hindi : कृष्णा नदी भारत के दक्षिणी भाग में डेक्कन / दक्कन पठार सा बहने वाली नदी है। कृष्णा नदी लगभग १४०० किलोमीटर लम्बे एरिया से होकर बहती है। भारत की सबसे लम्बी नदियों में कृष्णा नदी का तीसरा स्थान है। कृष्णा नदी से लम्बी नदिया गंगा और गोदावरी हैं।  

Krishna River Hindi, कृष्णा नदी
कृष्णा नदी – Krishna River Hindi

कृष्णा नदी का उद्गम / स्रोत और रास्ता | Origin – Krishna River Hindi 

कृष्णा का उद्गम स्थान महाराष्ट्र के सतारा जिले में महाबलेश्वर में है। पश्चिमी घाट में १३०० मीटर की ऊँचाई पर कृष्णा बाई मंदिर में  कृष्णा का उद्गम स्थान है। महाबलेश्वर में उद्गम से लेकर २८२ किलोमीटर तक ये नदी महाराष्ट में बहती है। कर्णाटक , तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से बहती हुई कृष्णा नदी बंगाल की खाड़ी में गिरती है।  महाबलेश्वर से बंगाल की खाड़ी तक का कृष्णा का सफर १४०० किलोमीटर लम्बा है। 

नदी की पौराणिक कहानी | Mythology – Krishna River Hindi

हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार भगवान ब्रह्मा में यज्ञ का आयोजन किया और उस यज्ञ में सभी देवताओं और देवियों को भी बुलाया। भगवान विष्णु और भगवन शिव भी इस यज्ञ में शामिल होने के लिए आये।  जब सभी इस यज्ञ को शुरू करने की तैयारी में थे, देवी सरस्वती भगवान ब्रह्मा की पत्नी , अभी तक यज्ञ स्थान पर नहीं पहुंची। कुछ समय तक इन्तजार करने के बाद विष्णु के कहने पर ब्रह्मा ने यज्ञ का प्रतिष्ठान अपनी दूसरी पत्नी गायत्री के साथ शुरू कर दिया। जब सरस्वती वह पहुंची तो ये देख कर उन्हें गुस्सा आया और उन्होंने देवताओं को श्राप  दिया। सरस्वती ने भगवान विष्णु को एक नदी होने का श्राप दिया। वह नदी कृष्णा नदी है।

महाभारत में कृष्णा को कृष्णा वेणी नाम से  जाना गया है।

इतिहास | History – Krishna River Hindi

जैसे की हमने देखा , इस नदी का विवरण पौराणिक कथाओं में मिलता है। दक्षिण भारत के सातवाहन और इक्ष्वाकु वंश का राज्य इसी नदी के बेसिन में फैला हुआ था।  

सहायक नदियाँ | Tributaries – Krishna River Hindi

कृष्णा नदी की मुख्य सहायक नदियाँ हैं तुंगभद्रा , घाटप्रभा , मालप्रभा , भीमा और मुसी। तुंगभद्रा इन सहायक नदियों में सबसे बड़ी  नदी है। कृष्णा की सहायक नदियों में भीमा सबसे लम्बी नदी है जो की ८३१ किलोमीटर तक बह कर कृष्णा में मिल जाती है। तुंगभद्रा सबसे लम्बी सहायक नदी न होते हुए भी सबसे ज्यादा एरिया में हो कर बहती है और फिर इसी में मिल जाती है।

इनके अलावा कृष्णा की अन्य 11 और सहायक नदिया हैं। इनके नाम वेन्ना , उर्मोडी , तराली या काली गंगा , मांद , कोयना , वर्णा , दूधगंगा , पंचगंगा, कोलंबा , यर्ला  और दोनी हैं।  भारत में नदियों  के उद्गम , संगम और समुद्र में विलय के स्थानों को तीर्थ और पूजनीय माना जाता है इसलिए अक्सर इन स्थानों पर बड़े मंदिर और पर्यटक स्थान हुआ करते हैं।

कृष्णा का बेसिन | Basin – Krishna River Hindi 

कृष्णा नदी के बेसिन में बेहद उपजाऊ काली और लाल मिटटी पायी जाती है जो खेती के लिए सबसे उपयुक्त है। कृष्णा और गोदावरी के बेसिन को भारत के चावल का भण्डार कहा जाता है।

कृष्णा के बेसिन में तेल, नेचुरल गैस, कोयला, लोहा, चूना पत्थर, डोलोमाइट, सोना, ग्रेनाइट, लेटराइट, यूरेनियम और हीरे जैसे खनिज मिलते हैं।

वॉटरफॉल | Waterfalls – Krishna River Hindi

कृष्णा अपनी सहायक नदियों के साथ ,  उद्गम से लेकर समुद्र में मिलने तक कई झरने बनाती हुई बहती है।  पर्यटन की दृष्टि से ये सारे स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण। हैं एथिपोथला (पलांदु , आंध्र प्रदेश ) , गोकक (बेलगावी , कर्णाटक), मेलेला (नगरकुरनूल , तेलंगाना ) और गोडाचीनमलकी  (बेलगाम, कर्नाटक ) कुछ प्रमुख वॉटरफॉल है जो कृष्णा और उसकी सहायक नदियों द्वारा बनाये जाते हैं।

Waterfall – Krishna River Hindi

वाइल्डलाइफ रिज़र्व | Wildlife Reserves – Krishna River Hindi

कृष्णा के बेसिन में वनस्पति और जीव  (फ्लॉरा एंड फौना ) का भण्डार है। कृष्णा नदी के मैंग्रोव फारेस्ट को कृष्णा वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी बना दिया गया है।  इससे इन जंगलों में फल फूल रहे वनस्पति और जीवों की संरक्षण मिलेगा। कृष्णा के बेसिन में कुछ प्रमुख वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी जैसे कि नागार्जुनसागर – श्रीसैलम रिज़र्व , भद्रा वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी , चंदौली नेशनल पार्क, कुद्रेमुख नेशनल पार्क , कोयना वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी , ग्रेट इंडियन बस्टर्ड सैंक्चुअरी हैं।  इनके अलावा भी कई और वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी कृष्णा नदी के बेसिन के इलाकों में है।

Nagarjun Sagar – Krishna River Hindi

कृष्णा – प्रमुख बांध | Dams – Krishna River Hindi

अलमत्ती डैम जिसे की लाल बहादुर शास्त्री डैम के नाम से भी जाना जाता है , नार्थ कर्णाटक में कृष्णा पर है।

धूम डैम पंचगनी , महाबलेश्वर , महाराष्ट्र में है।

बसवा सागर डैम / नारायण पुर डैम यादगीर , कर्णाटक में है।

श्रीसैलम डैम, तेलंगाना में बने गया है।

नागार्जुन सागर डैम आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्यों में आता है।

इनके अलावा कुछ और डैम जो कृष्णा और उसकी सहायक नदियों पर बने है , वो हैं

हिप्परगी डैम, भीमा / उज्जैनी  डैम, जुरला डैम,तुंगभद्रा डैम

डेल्टा | Delta – Krishna River in Hindi

कृष्णा नदी आंध्र प्रदेश में हमसालदेवी में बंगाल की खाड़ी में मिलती है।  इसे सागर संगम नाम से भी जाना  जाता है। सागर संगम में जहा नदी सागर  में मिलती है , वहां पानी के तीन रंग देखे जा सकते हैं।  ये बीच पर्यटकों में आंध्र प्रदेश का एक मुख्य आकर्षण भी है। 

मंदिर और पर्यटन | Tourism and Pilgrimage – Krishna River Hindi

KrishnaBai Mandir – Krishna River Hindi

भारत में नदियों को पवित्र माना जाता है और इसीलिए नदियों के उद्गम पर मंदिरों की बहुत मान्यता भी होती है। कृष्णा नदी के उद्गम पर बना हुआ मंदिर कृष्णा बाई मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में एक गाय की प्रतिमा के मुख से निकल रही पानी की धार आगे नदी बनती है। कृष्णा के किनारों पर कई प्रसिद्द पर्यटन स्थल बने हुए हैं। दत्ता देवा मंदिर, वीर भद्रा मंदिर, महा गणपति मंदिर , संगमेश्वर शिव मंदिर , कनक दुर्गा मंदिर इनमें से कुछ हैं जो प्रसिद्द धार्मिक और पर्यटन स्थान हैं। 

कृष्णा नदी कहाँ  पर है ?

भारत के पश्चिम घाट में महाराष्ट्र  महाबलेश्वर से निकलती है और महाराष्ट्र, कर्णाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से बहते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती है। 

कृष्णा नदी की लम्बाई कितनी है ?

१४०० किलोमीटर, भारत में बहने वाली नदियों में गंगा और गोदावरी नदियों के बाद कृष्णा नदी तीसरी सबसे लम्बी नदी है। 

कृष्णा नदी का ये नाम क्यों पड़ा ?

भगवान विष्णु के अवतार कृष्णा के नाम पर इस नदी का नाम कृष्णा हुआ।  महाभारत के समय इस को कृष्ण वेणी नाम से जाना जाता था। 

कृष्णा नदी को और किस नाम से जाना जाता है ?

किस्तना  (kistna )

कृष्णा नदी के बेसिन में कौन से खनिज पाए जाते हैं ?

तेल, नेचुरल गैस, कोयला, लोहा, चूना पत्थर, डोलोमाइट, सोना, ग्रेनाइट, लेटराइट, यूरेनियम और हीरे

कृष्णा नदी की मुख्य सहायक नदियाँ कौन सी हैं ?

तुंगभद्रा , भीमा , घाटप्रभा , मालप्रभा और मुसी 

कृष्णा नदी भारत के किन राज्यों में बहती है ?

महाराष्ट्र , कर्णाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश 

कृष्णा नदी कौन से सागर में गिरती है ?

 बंगाल की खाड़ी