Mawlynnong Hindi Cleanest Village : भारत का सबसे स्वच्छ गांव – मौलिन्नोंग, केवल भारत ही नहीं , 2003 में एशिया का सबसे स्वच्छ गाँव घोषित किया गया था।

मौलिन्नोंग गांव भारत का सबसे स्वच्छ गांव के रूप में माना गया है। 2003 में एशिया के सबसे स्वच्छ गांव के रूप में पहचाने जाने के बाद से ये गांव दुनिया में पर्यटन के नक़्शे पर आया और अब ये गांव मेघालय का एक प्रमुख टूरिस्ट प्लेस है।

मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में मौलिन्नोंग गांव बसा हुआ है जो मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग से 90 किलोमीटर के दूरी पर है।

Mawlynnong Hindi , भारत का सबसे स्वच्छ गांव - मौलिन्नोंग
भारत का सबसे स्वच्छ गांव -Mawlynnong Hindi

गांव में साफ सफाई तो देखने और सीखने के लिए है ही , साथ ही गांव का सांस्कृतिक / कल्चरल माहौल भी बहुत कुछ सिखा देता है। ये गांव सरकार के कहने या किसी और ग्रुप के प्रयासों से एशिया का सबसे स्वच्छ गांव नहीं बना बल्कि इस गांव के लोगों के रहने का तरीका और उनकी रोज की आदतों ने इस गांव को भारत का सबसे स्वच्छ गांव बनाया है।

यहाँ आप किसी भी लोकल से बात करेंगे तो आप को पता चल जायेगा कि एक कम्युनिटी के तौर पर साफ सफाई रखना उन्हें बचपन से अपने परिवारों से सीखने को मिला है और रोज सुबह उठ कर घर और आस पास कि सफाई रखना उन्हें जिम्मेदारी की तरह सिखाया गया है।

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History – Mawlynnong Hindi | भारत का सबसे स्वच्छ गांव – इतिहास

मौलिन्नोंग गांव सन 1887 में प्लेग की चपेट में आया और उस समय गांव वालों को लगा कि ये किसी बुरी आत्मा के कारण हो रहा है। उन दिनों देश में ब्रिटिश राज्य था और मिशनरी के कुछ लोग यहाँ आये। उन्होंने गांव वालों को इस महामारी का कारण भी समझाया और साफ सफाई का महत्व भी, और सफाई से रहने के लिए प्रेरित किया। तभी से गांव के लोगों ने सफाई से रहने को अपना लाइफ स्टाइल बना लिया और वही आदतें उन्होंने अपनी आने वाली पीढ़ियों को भी सिखायीं । और इस तरह से ये गांव भारत का सबसे स्वच्छ गांव और एशिया का सबसे साफ़ गांव भी बन गया !

God’s Garden – Mawlynnong Hindi | भारत का सबसे स्वच्छ गांव – भगवान् का बगीचा

मौलिन्नोंग गांव को गॉड’स ओन गार्डन के रूप में भी जाना जाता है और ऐसा क्यों कहा जाता हैं ये आप जब इस गांव में घूम कर देखेंगे तो खुद ही जान जायेंगे। सड़क के दोनों तरफ हरियाली , फूल और पौधे , एकदम साफ़ रास्ते यहाँ तक कि एक सूखा पत्ता तक रास्ते में देखने को नहीं मिलता है। गांव वाले इसे भगवान् के बगीचे के रूप में ही कहलाना पसंद करते हैं।

Ticket -Mawlynnong Hindi | भारत का सबसे स्वच्छ गांव – मौलिन्नोंग

टूरिस्ट की लिए गांव में अंदर जाने की लिए प्रति व्यक्ति 50 रुपये का टिकट लेना होता है।

Attractions – Mawlynnong Hindi | भारत का सबसे स्वच्छ गांव – मुख्य आकर्षण

मौलिन्नोंग गांव अपने आप में किसी के लिए भी एक मुख्य आकर्षण है। यहाँ की कम्युनिटी वैल्यूज , यहाँ के लोगों का जीवन जीने का तरीका , अपने आस पास की जगह को साफ रखने के इच्छा इस गांव को सबसे अलग करती हैं। टूरिस्ट यहाँ पर आकर इस गांव के इको फ्रेंडली लाइफ स्टाइल को सराहते नहीं थकते हैं। गांव में घूमने पर जैसे जैसे आप अंदर जायेंगे , आप देखेंगे कि प्रकृति को बिना नुकसान पहुचाये भी , शांति और समृद्धि से रहा जा सकता है।

Eco Friendly Life Style -Mawlynnong Hindi | इको फ्रेंडली लाइफ स्टाइल

सबसे पहला आकर्षण है मौलिन्नोंग गांव का इको फ्रेंडली लाइफ स्टाइल यानि प्रकृति के साथ में प्राकृतिक तरीके से रहना। इस गांव में प्लास्टिक का इस्तेमाल बिलकुल मना है और अगर टूरिस्ट यहाँ प्लास्टिक के कोई बैग या फिर किसी खाने के सामान का पैकेजिंग अपने साथ लाये है तो उन्हें उसे यहाँ फेंकने की बिलकुल भी परमिशन नहीं है। गांव के रूल्स में साफ़ लिखा है कि अगर ऐसा कोई प्लास्टिक का सामान आप लाये हैं तो उसे अपने साथ ही वापिस ले जाएं। यहाँ के कूड़ेदान में भी उसे डाला नहीं जा सकता।

सड़क के किनारों पर थोड़ी थोड़ी दूरी पर बांस के बने कूड़ेदान लगे हुए हैं और जो भी वेस्ट है वह उसी में डाला जाना चाहिए। गांव को गन्दा करने और यहाँ वहां कूड़ा फेंकने पर फाइन भी देना पड़ता है। रोज सुबह गांव के सभी लोग अपने घर और आस पास की सफाई करते हैं और सारा कूड़ा बांस के इन कूड़ेदानों में डाला जाता है।

Nature – Mawlynnong Hindi | भारत का सबसे स्वच्छ गांव – मौलिन्नोंग – प्रकृति

प्रकृति यहाँ अपने सबसे सुन्दर रूप में है। यहाँ हवा एकदम शुद्ध है। ख़ास कर जब आप दिल्ली या उसके आस पास के क्षेत्र से आते हैं तो इतनी शुद्ध हवा का मिल जाना ही एक बहुत बड़ी बात होती है । हरी भरी घाटियां , नदियों में एकदम चमकता हुआ क्रिस्टल क्लियर पानी, फल और फूलों से लदे हुए पेड़ पौधे इसे बहुत सुन्दर जगह बना देते हैं।

मेघालय का मतलब होता है “मेघों का आलय ” यानी बादलों का घर और मौलिन्नोंग गांव भी ऐसा ही है। मानसून के मौसम में इस गांव का नजारा बहुत सुन्दर और अद्वितीय होता है।

View Point – Mawlynnong Hindi | बांग्लादेश व्यू पॉइंट | स्काई वाक

मौलिन्नोंग गांव में ये एक प्राइवेट जगह में बना हुआ व्यू पॉइंट है। इस पॉइंट पर जाने के लिए ओनर ने प्रति व्यक्ति २० रुपये का टिकट रखा है। ये पॉइंट बांस का बना हुआ एक ऊंचा स्ट्रक्चर है। इस पर आराम से चढ़ कर जाना चाहिए। सबसे ऊपर पहुँचने पर यहाँ से बांग्लादेश का एरिया देखा जा सकता है। इसे स्काई व्यू और स्काई वाक भी कहते हैं।

Balancing Rock – Mawlynnong Hindi | बैलेंसिंग रॉक। मॉ रिंगकेव शरतीए

बैलेंसिंग रॉक। मॉ रिंगकेव शरतीए – Mawlynnong Hindi

गाँव के बाहर एक बैलेंसिंग रॉक है जिसमें एक बहुत बड़ी चट्टान एक काफी छोटे चट्टान के ऊपर बैलेंस है। इसे देख कर काफी आश्चर्य होता है कि किस तरह से इतनी बड़ी चट्टान एक छोटे से चट्टान पर बैलेंस हो सकती है। ये बैलेंसिंग रॉक कई सदियों से इसी तरह से है। खासी भाषा में इस बैलेंसिंग रॉक को मॉ रिंगकेव शरतीए कहा जाता है। यह स्थान पहले खासी जनजाति के एक मंदिर के रूप में मान्य रहा है।

Living Root Bridge -Mawlynnong Hindi | लिविंग रूट ब्रिज

मौलिन्नोंग गांव से २ किलोमीटर पर ही रिवाई गांव है जहाँ एक प्रसिद्द लिविंग रुट ब्रिज यानि पेड़ की जड़ों से बना हुआ एक पुल है। ये एक छोटा पुल है जो आस पास के पेड़ों की जड़ों को एक निश्चित दिशा में ला कर बनाया गया है। इस पुल पर चलकर नदी को पार किया जाता है और यह पुल गांव वालों के इस्तेमाल में आता रहता है। गांव वालों के अनुसार ऐसे ब्रिज बनाने में कई साल लगते है। यहाँ रिवई गांव में टूरिस्ट ट्रैकिंग के लिए भी जाते हैं।

Waterfall – Mawlynnong Hindi | मौलिन्नोंग वॉटरफॉल। झरना

मौलिन्नोंग वॉटरफॉल एक छोटा वॉटरफॉल है जिसे मानसून में देखना बहुत सुन्दर अनुभव है। स्काई व्यू पॉइंट से भी इस झरने को देखा जा सकता है।

Borehills Falls – Mawlynnong Hindi | बोरहिल फाल्स

मौलिन्नोंग से केवल २० किलोमीटर की दूरी पर बोरहिल फाल्स है। टूरिस्ट इसे इसे बोफिल फाल भी कहते हैं। यह डावकी से कुछ ही दूरी पर है और यहाँ से यह पानी बांग्लादेश में जा कर एक नदी का रूप ले लेता है।

Davki River -Nearby Mawlynnong Hindi दावकी नदी

डावकी नदी को भारत की सबसे साफ़ नदी कहा जाता है। इस नदी में तैरती हुई नाव से नदी की तली तक एकदम साफ़ देखा जा सकता है। इस नदी में नाव से जाना एक लाइफ टाइम एक्सपीरियंस है। नदी में बोटिंग करने के लिए टिकट ले कर जाया जा सकता है।

Social Structure – Mawlynnong Hindi | भारत का सबसे स्वच्छ गांव – मौलिन्नोंग की सामाजिक रचना

यह गांव एक ऐसा गांव है जहाँ पुरुष और महिला के बीच में सामाजिक रूप से कोई भेदभाव नहीं है जैसा कि भारत में तो शायद ही कहीं देखा जाता है। यहाँ महिलाएं समाज में काफी मजबूत भूमिका निभाती हैं। यहाँ संपत्ति छोटी बेटी को दी जाती है और बच्चे अपनी माँ का उपनाम / सरनेम रखते हैं।

Cleaning Organization – Mawlynnong Hindi | मौलिन्नोंग की सफाई के लिए अरेंजमेंट/ व्यवस्था

गांव में सफाई को मेन्टेन रखने के लिए एक व्यक्ति को चुना जाता है और वह ३ सफाई कर्मियों के साथ गांव की व्यस्था को मेन्टेन रखता है। कॉमन प्लेसेस को साफ़ रखने की जिम्मेदारी इस लोगों की होती है और यह ग्रुप हर रोज और हर समय अपने काम पर होता है।

मौलिन्नोंग जाने का मौसम | Best time to visit – Mawlynnong Hindi

नार्थईस्ट के राज्यों में लगभग पूरे वर्ष मौसम अच्छा रहता है। मौलिन्नोंग गांव भी पूरे वर्ष में कभी भी जाया जा सकता है क्योंकि यहाँ गर्मी बहुत ज्यादा नहीं होती है। बारिश का मौसम यहाँ आने के लिए सबसे अच्छा है क्योंकि इस मौसम में गांव और आस पास बहुत हरियाली होती है और गांव बिलकुल एक बगीचे की तरह ही खिला हुआ होता है। बारिश के मौसम में इस गांव को देखने के बाद यहाँ आने वाले टूरिस्ट भी इसे भगवान् का बगीचा ही मानते हैं।

अगर आप मौलिन्नोंग गांव को और ज्यादा जानना चाहते हैं तो सितम्बर से दिसंबर तक यहाँ कुछ ख़ास फेस्टिवल मनाये जाते हैं। अगर आप उस बीच में यहाँ आने का प्लान करते हैं तो गांव और आस पास की सांस्कृतिक माहौल के बारे में बहुत कुछ जान सकते हैं।

भारत का सबसे स्वच्छ गांव कैसे पहुचें | How to reach – Mawlynnong Hindi

फ्लाइट से | By Flight – Mawlynnong Hindi

मौलिन्नोंग के लिए शिल्लोंग सबसे पास का एयरपोर्ट है। शिलॉन्ग से यहाँ तक की दूरी 90 किलोमीटर हैं जिसके लिए टैक्सी या बस ली सकती है। अगर आप बस लेते हैं तो वह आपको डावकी में छोड़ेगी और वह से आप गांव तक बस ले सकते हैं। दूसरा एयरपोर्ट चेरापूंजी है जो कि 92 किलोमीटर कि दूरी पर है और वहां से भी टैक्सी या बस ले सकते हैं।

ट्रेन से

मौलिन्नोंग के लिए गोवाहाटी सबसे पास का स्टेशन है। वहां से टैक्सी या बस जर्नी कर यहाँ तक पंहुचा जा सकता है।

सड़क से | By Road – Mawlynnong Hindi

अगर आप रोड ट्रिप पर है तो पहले आप शिलॉन्ग या फिर चेरापूंजी जो भी पास लगे वहां पहुंचना चाहिए। ये दोनों शहर मौलिन्निंग गांव से सड़क के रास्ते कनेक्टेड हैं और आप बड़ी आसानी से यहाँ पहुंच सकते हैं।

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मौलिन्नोंग में घूमना | Roaming -Mawlynnong Hindi

मौलिन्नोंग एक छोटा सा गांव है जिसमें आप पैदल ही घूम सकते हैं।

भारत का सबसे स्वच्छ गांव – मौलिन्नोंग में शॉपिंग | Shopping – Mawlynnong Hindi

Shopping – Mawlynnong Hindi

इस छोटे से गांव में कुछ दुकानें हैं जो ख़ास टूरिस्ट्स को ध्यान में रख कर बनायीं गयी हैं। इन दुकानों से आप फ्रेश फ्रूट्स खरीद सकते हैं। इन दुकानों पर हाथ से बने इको फ्रेंडली प्रोडक्ट्स जैसे कि बांस की टोकरियां और लकड़ी से बने रसोई के सामान खरीदे जा सकते हैं। यहाँ की पान और सुपारी भी काफी पॉपुलर हैं।

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मौलिन्नोंग में खाना | Food – Mawlynnong Hindi

भारत का सबसे स्वच्छ गांव, मौलिन्नोंग में जयादातर आपको नॉन वेजेटेरियन खाना मिलेगा। वेजेटेरियन में यहाँ चावल और दाल ही मिलता है। इसके अलावा यहाँ की ऑर्गॅनिक फ्रेश फ्रूट्स का भी एक मजा है।

मौलिन्नोंग में रहना | Stay – Mawlynnong Hindi

मौलिन्नोंग में रहने के लिए हर बजट में होमस्टे मिल जायेंगे । ये एक काफी छोटा गांव हैं और ज्यादातर टूरिस्ट यहाँ आ कर कुछ घंटे रुकते हैं और फिर आगे चले जाते हैं। अगर आप यहाँ आ कर कुछ दिन रहना चाहते हैं तो आपको कम बजट से लेकर मंहगे ऑप्शन्स भी होमस्टे में यहाँ मिल जायेंगे।