Mount Abu Tourist Places Hindi : माउंट आबू राजस्थान राज्य के सिरोही जिले में अरावली रेंज में बसा एक हिल स्टेशन है। माउंट आबू राजस्थान का सबसे प्रसिद्द हिल स्टेशन है। यह समुद्र ताल से लगभग 1700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। माउंट आबू को “ओएसिस इन डेजर्ट ” कहा जाता है।  टूरिज्म और धार्मिक दोनों ही उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण और लोकप्रिय स्थान है। हिन्दू और जैन धर्म  अनुयायियों के लिए यह एक तीर्थ के समान है। 

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माउंट आबू – इतिहास | History of City- Mount Abu Tourist Places Hindi

माउंट आबू को प्राचीन काल में अर्बुदा  कहा जाता था। यह एक पौराणिक कालीन शहर है और इसका वर्णन पुराणों में अर्बुदारण्य नाम से मिलता है। अर्बुदारण्य का अर्थ “अर्बुदा का जंगल” होता है। माउंट आबू को छोटा काशी भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यहाँ भगवन शिव को समर्पित कुल 108 मंदिर स्थित हैं। 

माउंट आबू को प्राचीन समय में गुरु धरा या गुरुओं की भूमि कहा जाता था। माना जाता है कि गुर्जर शब्द गुरु धरा शब्दों का बिगड़ा हुआ स्वरुप है। ऐसा विश्वास है कि जैन धर्म के  स्वामी महावीर भी आबू आये थे।     

ब्रिटिश शासन के दौरान माउंट आबू को राजस्थान की समर कैपिटल कहा जाता था।

पौराणिक कहानी | Mythology – Mount Abu Tourist Places Hindi

Mount Abu Tourist Places Hindi
Mount Abu Tourist Places

पुराणों में कहा गया है कि अर्बुदारण्य यानी वर्तमान माउंट आबू ऋषियों की तपोस्थली रहा है। यहाँ पर ऋषि वशिष्ठ ने तपस्या की थी। माना जाता है कि ऋषि विश्वामित्र और ऋषि वशिष्ठ  जो कि रामायण काल में थे , के बीच कुछ मतभेद हो गए थे। इन्हीं मतभेदों के चलते ऋषि वशिष्ठ माउंट आबू पर आ कर रहने लगे थे। 

पुराणों में वर्णित एक और कहानी के अनुसार यहाँ पर अर्बुदा नाम के एक नाग ने भगवान शिव के बैल नंदी की जान बचाई थी। इसके बाद से इस जगह को अर्बुदारण्य कहा जाने लगा जो कालांतर में आबू बन गया और इस तरह से यह लोकप्रिय नाम माउंट आबू हुआ ।

माउंट आबू – टूरिस्ट प्लेस | Mount Abu Tourist Place Hindi

राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू पूरे साल टूरिस्ट्स के आकर्षण का केंद्र बना रहता है। यहाँ अनेकों टूरिस्ट्स स्पॉट्स और धार्मिक महत्त्व के स्थान हैं। माउंट आबू के मुख्य टूरिस्ट प्लेस के बार में यहाँ जान सकते हैं। 

गौमुख मंदिर – माउंट आबू | Gaumukh – Mount Abu Hindi

Gaumukh Mandir – Mount Abu

माउंट आबू स्थित गोमुख मंदिर एक प्राचीन मंदिर है और ऐसा माना जाता है कि ऋषि वशिष्ठ ने यहाँ पर तपस्या की थी। यहाँ पर एक अग्नि कुंड है जिसके बारे में माना जाता है कि यहीं पर ऋषि वशिष्ठ में यज्ञ किया था और क्षत्रिय अग्नि वंश को अग्नि कुंड से उत्पन्न किया था।
इस मंदिर का मुख्य आकर्षण गाय के मुख से निकलती पानी की धारा है ।

अचलगढ़ किला – माउंट आबू | Achalgarh Fort – Mount Abu Tourist Places Hindi

अचलगढ़ किला माउंट आबू  11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। परमार वंश के शासकों ने अचलगढ़ किले का निर्माण कराया था और इसका पुनःनिर्माण १५वें शताब्दी में मेवाड़ के राणा कुम्भा द्वारा कराया गया था। हालाँकि आज यह किला मात्र एक खंडहर रह गया है लेकिन किले के एरिया में कई प्रसिद्द मंदिर हैं जहाँ टूरिस्ट्स और श्रद्धालु अक्सर जाते हैं। 

अर्बुदा देवी मंदिर – माउंट आबू | Arbuda Devi Mandir – Mount Abu Tourist Place Hindi

अर्बुदा देवी मंदिर एक शक्तिपीठ है। इसे अधर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि यहाँ पर देवी सती के होठ गिरे थे। होठ को संस्कृत और हिंदी में अधर कहा जाता है। अर्बुदा देवी को देवी शक्ति का एक रूप माना जाता है। 

पुराणों में वर्णित कहानी के अनुसार अपने पिता के घर बिना बुलाये पहुंची सती को अपमान का सामना करना पड़ा और इस अपमान के कारण उन्होंने वहां हो रहे यज्ञ के अग्नि में कूद कर अपनी जान दे दी थे। उनके वियोग से मुक्त करने के लिए भगवान विष्णु ने उनके जले हुए शरीर के टुकड़े कर दिए और वे टुकड़े भारतीय  उपमहाद्वीप में अलग अलग जगहों पर गिरे। जहाँ जहाँ वे टुकड़े गिरे , वहां देवी शक्तिपीठ की स्थापना हुई। ऐसा माना जाता है कि यहाँ पर उनके होठ गिरे थे। 

दिलवाडा मंदिर | Dilwada Mandir – Mount Abu Tourist Place Hindi

DIlwada Mandir – Mount Abu

माउंट आबू स्थित दिलवाड़ा मंदिर एक प्रसिद्द जैन मंदिर है। ११वें शताब्दी में निर्मित यह मंदिर संगमरमर की एक विशिष्ट कलाकृति है। यह मंदिर अपने विशेष डिज़ाइन के लिए खासा प्रसिद्द है। दिलवाड़ा मंदिर को अगर संगमरमर की जादुई संरचना कहा जाये तो कुछ गलत नहीं होगा।  दिलवाड़ा मंदिर में कुल पांच मंदिर स्थित हैं ।

टॉड रॉक – माउंट आबू | Tod Rock – Mount Abu Tourist Places

माउंट आबू का टॉड रॉक एक रॉक है जो एक विशेष शेप का होने की वजह से प्रसिद्ध है। यह रॉक एक एंगल से एक कछुए जैसा लगता है। इस रॉक तक जाने के लिए रास्ता सुगम नहीं है। यह एक कठिन ट्रेक है। 

नक्की लेक – माउंट आबू | Nakki Lake – Mount Abu Tourist Places Hindi

Nakki Lake – Mount Abu

माउंट आबू का सबसे बड़ा टूरिस्ट आकर्षण नक्की लेक है। यह एक मानव निर्मित लेक है। इस लेक से सम्बंधित कुछ कहानियां यहाँ प्रचलित हैं। दोनों ही कहानियों में एक बात कॉमन है कि इस लेक का निर्माण या तो देवताओं ने या फिर मानव ने नाख़ूने से खोद कर किया है और इसीलिए इसे नख की झील कहा जाता था जो धीरे धीरे समय के साथ नक्की झील या नक्की लेक कहा जाने लगा। 

माउंट आबू वाइल्डलाइफ सैन्चुरी | Mount Abu Tourist Places Hindi

माउंट आबू वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी उन लोगों के लिए एक अच्छा टूरिस्ट स्पॉट है जो पकृति और वन्य जीवों को करीब से देखने की इच्छा से  आबू आना चाहते हैं। माउंट आबू वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी गुरुशिखर पर्वत पर और आस पास के पहाड़ियों में फैला हुआ लगभग 285 किलोमीटर  में फैला हुआ वाणु जीव अभ्यारण्य है। यहाँ  जीप सफारी द्वारा आप इस विस्तार के अधिकांश भाग को कवर कर सकते हैं। 

गुरु शिखर | Mount Abu Tourist Places Hindi

माउंट आबू से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गुरु शिखर छोटी अरावली पहाड़ियों की सबसे ऊंची चोटी  है। गुरु शिखर कहस कर मानसून में और सर्दियों में बहुत सुन्दर लोकेशन है। गुरु शिखर पर ही गुरु दत्तात्रेय का गुफा मंदिर स्थित है। इसके आलावा यहाँ आबू वेधशाला ( ऑब्जर्वेटरी ) स्थित है।  

Sunset Point

माउंट आबू का सनसेट पॉइंट यहाँ आये टूरिस्ट्स को बहुत पसंद आता है। शाम के समय ढलते सूर्य की नारंगी रौशनी में नहायी अरावली की पहाड़िया बेहद खूबसूरत नजारा होती हैं। सनसेट पॉइंट का टिकट 50 रुपये हैं और यह स्थान जंगल के बीच स्थित है।

हनीमून पॉइंट | Mount Abu Tourist Places Hindi

हनीमून पॉइंट माउंट आबू का प्रसिद्द व्यू पॉइंट है। स्जरों तरफ पहाड़ियों और जंगलों से घिरे इस प्राकृतिक व्यू पॉइंट के पास ही  गणेश मंदिर स्थित है। हनीमून पॉइंट से माउंट आबू शहर का सुन्दर नजारा देखा जा सकता है। 

ब्रह्माकुमारी पीस हॉल Brahmkumari Peace Hall Mount Abu

यह एक हॉल है जिसे ॐ शांति भवन कहा जाता है। यहाँ अक्सर टूरिस्ट ब्रह्मकुमारी समाज के बारे में जानने और मैडिटेशन के लिए आते हैं। यह हॉल ब्रह्मकुमारी आध्यात्मिक विश्वविद्यालय का प्रसिद्द हॉल है। 

रघुनाथ  मंदिर  | Mount Abu Raghunath Mandir

श्री रघुनाथ मंदिरभगवान श्री राम को समर्पित है। यह एक वैष्णव मंदिर यानि भगवान विष्णु के अवतारों को समर्पित मंदिर है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहाँ स्थित भगवान राम की मूर्ती एक स्वयंभू मूर्ती है। ऐसा भी मना जाता है कि श्री राम ने अपने वनवास के दौरान यहाँ एक दिन बिताया था। 

ट्रेवोर टैंक | Trevor Tank Park Mount Abu

ट्रेवोर ट्रेक एक नेचुरल पार्क है। ट्रेवोर पार्क में ट्रेक कर के आप यहाँ के मुख्य पॉइंट्स पर पहुंच सकते हैं।  पार्क में जाने के लिए एंट्री टिकट है। 

शंकर मठ 

शंकर मठ भगवान शिव को समर्पित विशेष मंदिर है। यह मंदिर अपने विशेष निर्माण के लिए प्रसिद्द है। मंदिर के ऊपर के ओर शिवलिंग के आकृति बानी हुई जय और मंदिर के अंदर के एक विशाल शिवलिंग स्थापित है। 

म्यूजियम  | Mount Abu Tourist Place Hindi

माउंट आबू का वैक्स म्यूजियम भी एक इंट्रेस्टिंग टूरिस्ट पॉइंट है। इस म्यूजियम में भारत और विश्व प्रसिद्द व्यक्तियों के वैक्स स्टेचू लगे हुए हैं। इस वैक्स म्यूजियम में माइकल जैक्सन , एंजेलिना जॉली , मदर टेरेसा , बाबा रामदेव , पंडित नेहरू , अब्राहम लिंकन , सरदार पटेल आदि प्रसिद्द व्यक्तियों के वैक्स स्टेचू यहाँ देखे जा सकते हैं। इसके अलावा इस म्यूजियम में अन्य कुछ एक्टिविटी के लिए भी टिकट ले कर उनमें पार्ट ले सकते हैं। 

चंपा केव 

चंपा केव माउंट आबू का एक और टूरिस्ट स्पॉट है। स्वामी विवेकानंद भारत भ्रमण के दौरान यहाँ पर आये थे और उन्होंने कुछ समय यहाँ पर ध्यान लगाया था। स्वामी विवेकानंद की तपोस्थली के रूप में ही चंपा केव को प्रसिद्धि मिली है। 

अचलेश्वर महादेव मंदिर | Mount Abu Tourist Place Hindi

Achleshwar Mahadev Mandir – Mount Abu

अचलेश्वर महादेव मंदिर भगवन शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है। यह एक विशेष मंदिर है जहाँ भगवान शिव की शिवलिंग के रूप में नहीं बल्कि उनके पैर के अंगूठे की पूजा की जाती है। अचलेश्वर महादेव मंदिर से जुडी कई पौराणिक कहानियां यहाँ प्रचलित हैं। 

कब जाएं माउंट आबू  | Best Weather – Mount Abu

 यहाँ का मौसम पूरे साल हे सुहाना रहता है। केवल अप्रैल से ले कर जून तक यहाँ मौसम कुछ गर्म होता है नहीं तो मानसून और सर्दियों में यहाँ बहुत सुहाना दिन होता है और  रात के समय ठण्ड बढ़ जाती है। 

कैसे जाएं | How to reach – Mount Abu

माउंट आबू के लिए अगर आप फ्लाइट से ट्रेवल कर रहे हैं तो यहाँ का सबसे नजदीक का एयरपोर्ट उदयपुर है। उदयपुर से माउंट अबू की डोरी लगभग १८० किलोमीटर है। यह दूरी सड़क के रास्ते या ट्रैन से तय की जा सकती है। 

अगर आप ट्रेन से ट्रेवल कर रहे हैं तो माउंट आबू के सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन आबू रोड रेलवे स्टेशन है। यह स्टेशन यहाँ ३० किलोमीटर की  दूरी पर स्थित है। आबू रोड रेलवे स्टेशन से यहाँ तक की दूरी स्टेट ट्रांसपोर्ट की बस या टैक्सी से तय की जा सकती है। 

माउंट आबू सड़क के रस्ते देश के सड़क नेटवर्क  तरह से जुड़ा है। यहाँ आप स्टेट ट्रांसपोर्ट के बस , तक्क्षि या अपने व्हीकल से  हैं। 

माउंट आबू में लोकल घूमने  लोकल ट्रांसपोर्ट या फॉर स्कूटर , कार या बाइक रेंट पर ले सकते हैं। 

Beatific Uttarakhand !