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भद्रा किला अहमदाबाद | Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi

Bhadra Kila Ahmedabad

Bhadra Kila Ahmedabad

 Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi : भद्रा किला गुजरात राज्य के सबसे बड़े शहर अहमदाबाद में स्थित है। भद्रा किला का निर्माण 14 वी शताब्दी में अहमद शाह प्रथम द्वारा कराया गया था। भद्रा किला साबरमती नदी के पूर्वी किनारे पर सस्थित है। यह एक विशाल किला है जो अहमदाबाद और गुजरात के इतिहास में काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। 

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भद्रा किला – इतिहास | History – Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi

Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi

भद्रा किले का इतिहास अहमदाबाद का इतिहास है। लगभग 1000 साल पहले यहाँ पर भील राजा असपाल का शासन था। भील राजा असपाल को हरा कर चालुक्य वंश के राजा कर्ण ने यहाँ पर अपना शासन स्थापित कर लिया था। राजा कर्ण ने उस समय कर्णावती शहर  की स्थापना की थी। यह कर्णावती शहर आगे चलकर अहमदाबाद हुआ। 

अहमदाबाद के उस समय के शासक अहमद शाह ने सन 1411 में इस किले की नींव राखी थी और इस किले में सबसे पहले बनाये जाना वाला हिस्सा माणिक बुर्ज था। अहमद शाही वंश ने लगभग डेढ़ सौ वर्षों तक यहां पर शासन किया था। अहमद शाह के वंश के  बाद अहमदाबाद पर मुग़लों का शासन रहा।  जहांगीर , शाह जहाँ शाह जहाँ और औरंगजेब से हो कर यह किला पेशवा और मराठा के संयुक्त प्रयास से मुग़लों के अधिकार से छीन लिया गया। 

उसके बाद 1775 और 1782 में अंग्रेजों और मराठों के बीच भीषण युद्ध हुआ जिसमें मराठा हार गए थे लेकिन उस समय एक संधि के तहत यह किला वापस से मराठा को प्राप्त हो गया था।  यह किला शासकों के साथ-साथ शहर  के लिए भी अत्यंत भाग्यशाली माना गया था।  1817 में अंग्रेजों ने अहमदाबाद पर कब्जा कर लिया था तथा बाद में इस किले को एक जेल के रूप में इस्तेमाल किया जहां पर क्रांतिकारियों को रखा  जाता था।

भद्रा किला – आर्किटेक्चर | Architecture – Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi

Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi

भद्रा किला लगभग 43 एकड़ के एरिया में फैला हुआ है। यह एक विशाल किला है जिसमें लगभग 162 घर है। भद्रा किले में प्रवेश करने के लिए एक ऐतिहासिक प्रवेश द्वार का निर्माण कराया गया था जो कि अब एक सांस्कृतिक केंद्र के रूप में भी जाना जाता है।

भद्रा किले के उत्तरी प्रवेश द्वार पर एक मेहराब बना हुआ है जो कि एक अष्टकोण आकार के हॉल के अंदर खुलता है। इस हॉल के नीचे एक गुंबद के आकार का कक्ष भी बना हुआ है। किले में लगभग 14 गोलाकार संरचनाएं हैं जहां पर अनेको महल, मंदिर और मस्जिद भी शामिल हैं । 

भद्रा किला – तीन दरवाजा | Teen Darwaja – Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi

भद्रा किले का तीन दरवाजा ( ट्रिपल दरवाजा ) किले का मुख्य आकर्षण है। इस किले के सामने वाले मैदान में आने के लिए एक मुख्य द्वार था जिसे मैदान शाह कहा जाता था जो कि एक खुला हुआ मैदान था जहां पर खजूर तथा ताड़ के पेड़ लगाए गए थे। 

भद्रा किला – पीर दरवाजा | Pir Darwaja – Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi

इस किले के मुख्य प्रवेश द्वार की मीनार पीर दरवाजा कहलाती है। किले के इस भाग को ही भद्रा दरवाजा भी कहा जाता है। इसी में लाल दरवाजा नामक एक और दरवाजा भी है जिसके बाहर माता भद्रकाली का मंदिर भी है।  तीसरा द्वार गणेश बारी है और दो द्वार बारादरी और  राम दरवाजा मुख्य है।

भद्रा किला -अहमद शाह मस्जिद | Ahmad Shah Masjid – Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi

अहमद शाह मस्जिद इस किले में स्थित एक बड़ी मस्जिद है जिसका इस्तेमाल शाही परिवार के लोगों द्वारा नमाज  पढ़ने के लिए किया जाता था। इस मस्जिद में पांच गुंबद हैं जो कि बेहद खूबसूरती के साथ बनवाए गए थे। अहमद शाह मस्जिद अहमदाबाद की सबसे पुरानी मस्जिद मानी जाती है। 

 भद्रा किला – मैदान शाह | Maidan Shah – Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi

मैदान शाह भद्रा किले की पूर्व दिशा में एक खुला मैदान है जिसका इस्तेमाल शाही परिवार के लोगों द्वारा जुलूस और पोलो स्पोर्ट्स के एरिया के रूप में किया जाता था। यहां पर ताड़ के पेड़, खजूर और संतरे के पेड़ भी लगाए गए थे। मैदान शाह के लिए रास्ता तीन दरवाजा से ही निकलता था जहां पर 25 फुट ऊंचे मेहराब बने हैं ।

भद्रा किला – मानिक चौक | Manik Chawk

मानिक चौक अहमदाबाद शहर का एक मुख्य बाज़ार है। वर्तमान में यहां पर सब्जी मंडी लगती है। मानिक चौक की कुल्फी बहुत प्रसिद्ध मानी जाती है। 

भद्रा किला – आजम खान सराय | Azam Khan Sarai

आजम खान सराय मुख्य प्रवेश द्वार में 5. 49 मीटर की एक इमारत है जो कि अष्टकोण हॉल के नाम से जानी जाती है। यह एक आरामगाह है जहाँ पर लोगों के आराम करने के लिए व्यवस्था की गई थी। इस आरामगाह का इस्तेमाल अंग्रेजों के समय में अस्पताल और जेल के रूप में किया जाता था। 

 भद्रा किला – भद्रकाली मंदिर | Bhadrakaali Mandir

मराठा शासन काल के समय आजम खान सराय के एक कमरे को भद्रकाली मंदिर के रूप में  बदल दिया गया था  जिसमें माता काली की 4 हाथों वाली मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर का से जुडी सिद्धकी कोतवाल के कहानी यहाँ प्रचलित है। ऐसा कहा जाता है कि सिद्धकी कोतवाल एक चौकीदार था। उसने यहाँ पर देवी लक्ष्मी को देखा था।  उसके बाद उसने स्वयं ही अपना सर काट लिया था। कहा जाता है उसने  शहर की खुशहाली के लिए यह कदम उठाया था ताकि देवी वहां पर रह सके और यह शहर हमेशा के लिए एक धनी शहर बन जाए । ऐसा कहा जाता है कि देवी काली इस शहर की रक्षक है। इस मंदिर में देवी का भव्य रूप दिखाई देता है।

भद्रा किला – घंटाघर | Ghantaghar – Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi

घंटाघर को इस किले के अंदर अंग्रेजों द्वारा बनाया गया था जिसमें पहले मिट्टी का एक दीपक रात में जलाया जाता था और बाद में अंग्रेजों ने इसे एक इलेक्ट्रिक टॉवर बना दिया था।

वर्तमान में भद्रा किला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, डाकघर और सिविल न्यायालय के कार्यालय के रूप में है।

भद्रा किला देखने का समय | Time to Visit Bhadra Kila

भद्रा किला देखने के लिएकिसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है और किला देखने का समय सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम को 5:00 बजे तक रहता है। 

भद्रा किला – किस  प्रकार पहुंचा जाए?  How to reach Bhadra Kila

अहमदाबाद शहर गुजरात का सबसे बड़ा और मुख्य शहर है। यहां स्टेट ट्रांसपोर्ट के बस द्वारा, टैक्सी द्वारा या फिर अपने व्हीकल से आसानी से पंहुचा जा सकता है। 

अगर आप फ्लाइट से ट्रेवल कर रहे हैं तो देश विदेश के सभी मुख्य एयरपोर्ट से अहमदाबाद स्थित सरदार वल्लभ भाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंच सकते हैं। एयरपोर्ट से भद्रा किले तक पहुंचने के लिए प्राइवेट टैक्सी , रेंट कार या लोकल ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

अगर आप ट्रेन से ट्रेवल कर रहे हैं तो अहमदाबाद का रेलवे स्टेशन एक बड़ा स्टेशन है जहाँ देश के किसी भी हिस्से से डायरेक्ट या कनेक्टेड ट्रेन से पहुंच सकते हैं। 

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