Kuteti Devi Mandir Hindi Uttarkashi : कुटेटी देवी मंदिर उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर भागीरथी नदी के किनारे पर हरी पर्वत पर उत्तरकाशी से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर है। कुटेटी देवी मंदिर के पास सुप्रसिद्ध विश्वनाथ मंदिर भी स्थित है।
कुटेटी देवी राजस्थान के कोटा के राजा की कुलदेवी है और यहाँ उत्तराखंड में कुटेटी देवी मंदिर के निर्माण के पीछे एक रोचक कहानी है। कुटेटी देवी को देवी दुर्गा का ही एक रूप माना जाता है।
कुटेटी देवी मंदिर उत्तरकाशी से जुडी कहानी | Story – Kuteti Devi Mandir Hindi Uttarkashi
कुटेटी देवी मंदिर से जुडी कहानी राजस्थान के कोटा के महाराज और उनकी बेटी की कहानी है। एक बार कोटा के राजा उत्तरकाशी आये थे और उस समय उनका बैग खो गया। उस बैग में राजा का कीमती सामान और रुपये पैसे थे। इस सब से राजा बहुत परेशान हुए और उन्होंने एक मनोकामना की अगर उन्हें उनका खोया सामान मिल जायेगा तो वह अपनी बेटी की शादी यही पर रहने वाले एक लड़के से कर देंगे। उन्होंने अपनी ये प्रतिज्ञा पुजारी को बताई।
पुजारी के प्रयासों से जब राजा को अपना खोया हुआ सामान मिला तो उन्होंने पुजारी को ही अपनी बेटी के लिए सही लड़का चुनने की आज्ञा दे दी। पुजारी के बताने पर उन्होंने अपनी बेटी की शादी वहीं रहने वाले एक लड़के से कर दी। शादी होने पर राजा की बेटी काफी परेशान हुई कि अब उसे अपनी कुल देवी कुटेटी देवी से दूर होना पड़ेगा। उसी दौरान राजकुमारी को एक सपना आया कि मां कुटेटी उसे एक खास जगह पर एक खेत में मिलेंगी , तभी अगले दिन राजकुमारी को सपने के अनुसार इंद्रावती के पास बसी पहाड़ी पर खेत में तीन पत्थर मिले। उसके बाद ग्रामीणों ने उसी खेत में कुटेटी देवी के मंदिर का निर्माण कराया।
कुटेटी देवी मंदिर उत्तरकाशी – महत्त्व | Religious Significance – Kuteti Devi Mandir Uttarkashi
कुटेटी देवी मंदिर एक सिद्धपीठ के रूप में मान्य है। यहाँ निःसंतान दंपत्ति संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करने के लिए दूर दूर से आते हैं। कुटेटी देवी को संतान और सुख समृद्धि दायिनी कहा जाता है। इस मंदिर में आस पास के गांव और शहर के लोग शादी के बाद यहाँ आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं और जब भी लोग कोई नया काम शुरू करते हैं या कोई नया वाहन लेते हैं तो यहां आकर के पूजा करते हैं। आस-पास के गाँवों में ऐसा माना जाता है कि कोई भी शुभ काम शुरू करने से पहले देवी का आशीर्वाद लेना चाहिए।
कुटेटी देवी मंदिर उत्तरकाशी – दर्शन समय | Kuteti Devi Mandir Hindi Uttarkashi – Worship timings
कुटेटी देवी मंदिर में हर दिन गंगा स्नान के बाद पूजा की जाती है। हर रोज सुबह और शामको नियमित रूप से मंदिर में पूजा और आरती की जाती है। मंदिर के आसपास ही पूजा सामग्री की बहुत सी दुकानें हैं जहां से श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए सामान ले सकते हैं। मुख्य त्योहारों के दौरान मंदिर में दर्शन करने के लिए यहां पर बहुत दूर-दूर से लोग आते हैं और पूरे साल भर यहां श्रद्धालु दर्शन के लिए आते रहते हैं।
कुटेटी देवी मंदिर उत्तरकाशी – उत्सव | Kuteti Devi Mandir Hindi Uttarkashi Festivals
हिन्दू कैलेंडर में देवी शक्ति के विशेष नौ दिनों जिन्हें नवरात्री के नाम से जाना जाता है , के दौरान देवी मंदिर में विशेष प्रार्थना का आयोजन किया जाता है। इस दौरान खास तौर पर अष्टमी नवमी पर देवी भक्तों की बहुत भारी भीड़ विशेष दर्शन और प्रार्थना के लिए आते हैं।
कुटेटी देवी मंदिर- आर्किटेक्चर | Kuteti Devi Mandir Hindi Uttarkashi – Architecture
यह मंदिर एक प्राचीन है। इस मंदिर का पूरा नाम आदि श्री कुटेटी देवी पौराणिक सिद्ध पीठ मंदिर है। मंदिर में देवी के नौ प्रतिरूप की प्रतिमाएं स्थापित हैं। इस मंदिर के चारों तरफ हरे-भरे पहाड़ हैं और प्रकृति अपने सुन्दरतम रूप में दर्शन देती है।
इस मंदिर का पुराना निर्माण भवन शैली में था। बाद में मनेरी भाली परियोजना के दौरान इसका पुनर्निर्माण आधुनिक शिखर शैली के मंदिर के रूप में कराया गया।
कुटेटी देवी मंदिर उत्तरकाशी कैसे पहुचें | How to reach – Kuteti Devi Mandir Uttarkashi
फ्लाइट से | By Flight
मंदिर तक पहुंचने के लिए उत्तराखंड का देहरादून स्थित जॉली ग्रांट एयरपोर्ट उत्तरकाशी के सबसे नजदीक है। देहरादून से उत्तरकाशी तक के दूरी लगभग १८० किलोमीटर हैं जो सड़क के रास्ते स्टेट ट्रांसपोर्ट या प्राइवेट टूरिस्ट बस या कार या टैक्सी से तय की जा सकती है।
ट्रेन से | By train
अगर आप ट्रेन जर्नी पर हैं तो भी देहरादून का रेलवे स्टेशन यहाँ सबसे नजदीक है। उसके आगे का सफर सड़क के रास्ते ही किया जा सकता है।
रोड से | By road
सड़क के रास्ते स्टेट ट्रांसपोर्ट के बस द्वारा या अपने व्यक्तिगत वाहन से उत्तरकाशी स्थित कुटेटी देवी मंदिर पहुंच सकते हैं।
” निधि सिंह द्वारा “
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