Lake Pichola Hindi : लेक पिछोला उदयपुर शहर की पुरानी और बड़ी झीलों में से एक है। लेक पिछोला उदयपुर का एक मुख्य आकर्षण है और उदयपुर के अन्य पॉपुलर टूरिस्ट प्लेस भी इसके किनारे पर और आस पास हैं। लेक पिछोला के किनारे पर ही सिटी पैलेस और बागोर की हवेली है और इसके आइलैंड पर जग मंदिर और ताज लेक पैलेस बने हुए हैं।
लेक पिछोला उदयपुर : इतिहास | History of Lake Pichola Udaipur Hindi
लेक पिछोला एक अर्टिफिशियल लेक है जिसका निर्माण इस इलाके में रहने वाले बंजारा आदिवासियों ने सन 1362 में किया था। पास में ही स्थित पिछोली गांव के नाम पर इस लेक को पिछोला नाम दिया गया। उन दिनों मेवाड़ पर राणा लाखा जो की राणा कुम्भा के दादा थे , उनका शासन था। तो इस तरह लेक पिछोला उदयपुर शहर से भी लगभग 200 साल पुरानी है।
सन 1559 में जब राणा उदय सिंह अपनी एक नयी और सुरक्षित राजधानी बनाना चाहते थे , उन दिनों वह अपने पौत्र राणा अमर सिंह के साथ इधर से गुजर रहे थे , तभी लेक पिछोला के किनारे उन्होंने एक खरगोश का शिकार किया था। उस जगह को पवित्र मान कर उन्होंने वहां पर एक पत्थर गाड़ दिया। वहां पास की पहाड़ी पर तपस्या कर रहे गोस्वामी प्रेमगिरि की सलाह पर इसी लेक के किनारे अपना महल बनाने का निश्चय किया और इस तरह लेक पिछोला के किनारे उदयपुर की नींव रखी गयी। राणा उदय सिंह ने उस दौरान लेक पिछोला के आकार को भी बढ़वाया।
लेक पिछोला उदयपुर एरिया | Area – Lake Pichola Hindi
लेक पिछोला की लम्बाई लगभग 3 किलोमीटर और चौड़ाई 4 किलोमीटर है। इस तरह से लेक पिछोला उदयपुर के बीच लगभग 12 वर्ग किलोमीटर के एरिया में फैली हुई है।
टूरिस्ट प्लेस – लेक पिछोला उदयपुर | Tourist Places : Lake Pichola Hindi
लेक पिछोला प्रसिद्द टूरिस्ट प्लेसेस से घिरी हुई है। यहाँ न केवल टूरिस्ट बल्कि यहाँ के रहने वाले लोग भी सुबह शाम घूमने के लिए आते हैं। खासकर शाम के समय लेक पिछोला के घाट सनसेट देखने के लिए आने वालो से घिरे रहते हैं। सुबह के समय लेक में बच्चे स्विमिंग करते भी मिल जाते हैं।
लेक पिछोला के आस पास कुछ प्रसिद्द टूरिस्ट प्लेस सिटी पैलेस, लेक पैलेस, अमराई घाट , नटनी घाट, गणगौर घाट, जग मंदिर, मोहन मंदिर हैं , इनके अलावा लेक पिछोला में बोटिंग और लेक के किनारे किनारे विंटेज वाक काफी पॉपुलर हैं।
सिटी पैलेस -लेक पिछोला उदयपुर | City Palace – Lake Pichola Hindi
सिटी पैलेस उदयपुर का सबसे पॉपुलर और सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टूरिस्ट प्लेस है। सिटी पैलेस लेक पिछोला के किनारे पर ही बना हुआ हैं और पैलेस के पीछे रामेश्वर घाट पैलेस का ही भाग है। सिटी पैलेस को उदयपुर के राणा उदय सिंह ने 16 वे सदी में बनवाया था। सिटी पैलेस एक बहुत भव्य पैलेस है जो भारत का दूसरा सबसे बड़ा महल है।

सिटी पैलेस को महाराणाओं की 22 पीढ़ियों ने लगभग 400 सालों में बनवाया हैं। अभी सिटी पैलेस को एक म्यूजियम में बदल दिया गया हैं और महल के 2 प्रमुख हिस्सों को हेरिटेज होटल में बदल दिया गया है । सिटी पैलेस उदयपुर के बारे में और जानने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
लेक पैलेस – लेक पिछोला उदयपुर | Lake Palace – Lake Pichola Hindi
लेक पैलेस का निर्माण महाराणा जगत सिंह ने सन 1740 में करवाया था। लेक पैलेस आज उदयपुर का सबसे पॉपुलर होटल और टूरिस्ट प्लेस है। लेक पिछोला के बीच में एक आईलैंड पर बना लेक पैलेस महाराणा जगत सिंह के नाम पर जग निवास के नाम से भी जाना जाता है। लेक पिछोला का ये एक मुख्य आकर्षण है।

अब लेक पैलेस ताज ग्रुप का एक हेरिटेज होटल है और दुनिया के सबसे मंहगे होटल्स में से एक है। इस पैलेस को महाराणा अपने समर पैलेस ( गर्मी के समय में रहने के लिए ) के रूप में इस्तेमाल करते थे। ये पैलेस लेक पिछोला के बीच में लगभग 4 एकर में है। इसे जल महल भी कहा जाता है। लेक पिछोला में बोट राइड के दौरान ये सफ़ेद रंग का लेक पैलेस टूरिस्ट को बहुत पसंद आता है।
जग मंदिर – लेक पिछोला उदयपुर | Jag Mandir – Lake Pichola Hindi
जग मंदिर लेक पिछोला का एक और बहुत पॉपुलर आकर्षण है। ये को मंदिर नहीं बल्कि एक पैलेस है जिसे 16 वे सदी में महाराणा अमर सिंह ने बनवाया था लेकिन उनके बाद में उनके पुत्र महाराणा करण सिंह और उनके बाद महाराणा जगत सिंह ने पूरा करवाया। महारणा जगत सिंह के नाम पर इसे जग मंदिर कहा गया। ये पैलेस अक्सर राजनीतिक शरणार्थियों के लिए इस्तेमाल होता था।

मुग़ल सम्राट शाहजहां ने अपने पिता जहांगीर से बचने के लिए इसी जग मंदिर में शरण ली थी। जग मंदिर के आर्किटेक्चर और कला का प्रभाव ताज महल पर भी देखा जा सकता है।
लेक पिछोला के एक आई लैंड पर बने जग मंदिर तक बोट से जाया जाता है। जग मंदिर में एक गार्डन और एक म्यूजियम भी बना हुआ है। इस म्यूजियम में राजा की पालकी , रानी की पालकी , राजपूती नक्काशी और दीवारों पर पेंटिंग देखि जा सकती हैं।
अब ये पैलेस एक हेरिटेज होटल में बदल दिया गया हैं और इसे आप अक्सर सेलेब्रेटीज के शादी के न्यूज़ में देख और सुन सकते हैं।
मोहन मंदिर – लेक पिछोला उदयपुर | Mohan Mandir – Lake Pichola Hindi
लेक पिछोला में बोट राइड के दौरान मोहन मंदिर देखा जा सकता हैं। इसे 17 वे सदी में महाराणा जगत सिंह ने बनवाया था। अभी मोहन मंदिर को बंद कर दिया गया है । यहाँ से महाराणा गणगौर का उत्सव देखा करते थे।
आरसी विलास – लेक पिछोला उदयपुर | Arsi Vilas – Lake Pichola Hindi
जग निवास के पीछे ही आरसी विलास पैलेस हैं जिसे महाराणा आरसी सिंह ने सनसेट (सूर्यास्त ) देखने के लिए बनवाया था। इस पैलेस में एक हेलिपैड भी हैं। आरसी विलास आइलैंड पर एक बर्ड सैंक्चुअरी भी है । इस आइलैंड का इस्तेमाल मुख्य रूप से सेना के लिए शास्त्र और गोला बारूद रखने के लिए किया जाता था।
बागोर की हवेली – लेक पिछोला उदयपुर | Bagore ki Haweli – Lake Pichola Hindi

1751 से 1778 तक मेवाड़ के महाराणाओं के प्रधानमंडतरी अमरचंद बड़वा ने बागोर की हवेली का निर्माण करवाया था। उनकी मृत्यु के बाद ये हवेली महाराणा ने अपने रिश्तेदार नाथ सिंह को दे दी। उसके बाद सन 1878 में बागोर के राजा शक्ति सिंह ने इस हवेली में एक शानदार गेट का निर्माण करवाया और उनके नाम पर इसे बागोर की हवेली कहा गया। अब यह हवेली एक म्यूजियम हैं और उस काल के आर्किटेक्चर का एक प्रसिद्द नमूना है ।
स्वरुप सागर ब्रिज – लेक पिछोला उदयपुर | Swaroop Sagar Bridge – Lake Pichola Hindi
बागोर की हवेली के पास ही स्वरुप सागर एक छोटी सी लेक हैं जो लेक पिछोला और लेक फ़तेह सागर को जोड़ती हैं। यही पर एक सुन्दर पुल भी बना हैं जिसे स्वरुप सागर ब्रिज कहा जाता हैं। ये लेक महाराणा स्वरुप सिंह ने 19 वे सदी में बनवायी थी।
गणगौर घाट – लेक पिछोला उदयपुर | Gangaur Ghat – Lake Pichola Hindi

लेक पिछोला के किनारे और बागोर की हवेली के पास ही गणगौर घाट हैं। यहाँ पर गणगौर का उत्सव मानाने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे होते हैं। राज परिवार यहाँ पर होने वाले उत्सव को मोहन मंदिर से देखा करता था। गणगौर घाट सनराइज और सनसेट देखने के लिए टूरिस्ट के बीच ख़ासा लोकप्रिय हैं। इस घाट पर कई बड़ी फिल्मों की शूटिंग भी हुई हैं जैसे राम लीला।
नटनी घाट -लेक पिछोला उदयपुर | Natni Ghat – Lake Pichola Hindi
महाराणा जवान सिंह जिन्होंने सन 1828 से 1838 तक मेवाड़ के राजा थे , उन्होंने एक नटनी को लेक के ऊपर रस्सी से एक गांव से चल कर सिटी पैलेस तक आने का चैलेंजे दिया और कहा कि अगर वो ऐसा कर सकी तो उसे मेवाड़ राज्य का कुछ हिस्सा दे दिया जाएगी। कहा जाता हैं कि नटनी इसके लिए तैयार हो गयी और उसने लेक के ऊपर रस्सी पर चल कर लगभग आधी से ज्यादा लेक को पर कर लिया। ये देख कर राजा को लगा कि शायद नटनी ये चैलेंजे जीत जाएगी और उन्होंने उस रस्सी को कटवा दिया। इससे नटनी कि लेक में गिर कर मृत्यु हो गयी पर उसने राजा को श्राप दिया कि उसे संतान नहीं होगी। उसी के नाम पर एक घाट को नटनी घाट नाम दिया गया।
अमराई घाट – लेक पिछोला उदयपुर | Amrai Ghat – Lake Pichola Hindi

अमराई घाट अपने सीनिक सनराइज और सनसेट और फोटो शूट के लिए लोकल लोगों और टूरिस्ट्स के बीच काफी पसंद किया जाता है ।
बोटिंग – लेक पिछोला उदयपुर | Boating – Lake Pichola Hindi
लेक पिछोला में बोटिंग सभी को पसंद आने वाली एक्टिविटी है । सिटी पैलेस के पीछे बने रामेश्वर घाट से बोट चलती है। इन बॉट्स में प्रति व्यक्ति टिकट 400 रुपये हैं। अगर आप शाम के समय बोटिंग के लिए जाना चाहते हैं तो उसके लिए प्रति व्यक्ति रेट 700 रुपये है। रामेश्वर घाट से चल कर बोट लेक पैलेस के पास से हो कर गुजरती हैं और उसके बाद जग मंदिर पर ले जा कर टूरिस्ट्स को छोड़ देती हैं । टूरिस्ट कुछ समय तक जगमंदिर में समय बिता कर वापिस आने वाली किसी भी बोट से वापिस रामेश्वर घाट आ सकते हैं।
बोट एक बार में लगभग 10 – 12 लोगों को ले जा सकती हैं।
विंटेज वाक -लेक पिछोला उदयपुर | Vintage Walk – Lake Pichola Hindi
एक 3 से 4 घंटे कि विंटेज वाक लेक पिछोला और उसके आस पास के ऐतिहासिक आर्किटेक्चर और सुंदरता को देखने के लिए टूरिस्ट के लिए एक्टिविटी है। इस टूर में एक लोकल गाइड टूरिस्ट ग्रुप को वाक पर ले जाता हैं और आस पास के मनुमनेट्स और घाटों को विस्तार से बताता भी जाता है। ये वाक सुबह 7 बजे और शाम को 5 बजे शुरू होती है।
F.A.Q.
- पिछोला झील का निर्माण किसने करवाया ?
पिछोला झील का निर्माण उदयपुर के इस इलाके में रहने वाले बंजारा आदिवासियों ने सन 1362 में किया था। यहाँ स्थित पिछोली गांव के नाम पर इस लेक को पिछोला नाम दिया गया। उन दिनों मेवाड़ पर राणा लाखा का शासन था। - पिछोला झील में बोट राइड का प्राइस कितना है ?
पिछोला झील में बोट राइड का प्राइस ४०० रुपये है। शाम के समय बोट राइड का प्राइस ७०० रुपये प्रति व्यक्ति टिकट लगता है। - पिछोला झील की अधिकतम गहराई कितनी है ?
पिछोला झील की अधिकतम गहराई 8.5 मीटर है।
1 Pingback