Makhana in Hindi | मखाना खाने के फायदे : मखाना , लोटस सीड , फॉक्स नट या फूल मखाना , ये सभी नाम एक खास सुपरफूड के हैं जो एक एक्वेटिक प्लांट से मिलते हैं। कमल के बीज दरअसल कमल के पौधे का हिस्सा होता है। कमल का फूल या वाटर लिली , दोनों से ही मखाना प्राप्त किया जाता है।
मखाने मुख्य रूप से दलदली जमीन में भारत के साथ साथ अन्य दक्षिण एशिया के देशों में उगाये जाते हैं। थाईलैंड , इंडोनेशिया जैसे साउथ ईस्ट एशियाई देश में मखाना बड़ी मात्रा में होता है। दुनिया में मखाना उत्पादक देशों में चीन पहले नंबर पर आता है।
भारत में मखाने का उत्पादन बिहार , बंगाल और उत्तर प्रदेश राज्यों में होता हैं। बिहार से लगभग 80 % मखाना प्राप्त होता है। बिहार में मिथिलांचल के मधुबनी क्षेत्र में सबसे ज्यादा मखाने का उत्पादन होता है। भारत से मखाने का एक्सपोर्ट पश्चिमी देशों में किया जाता है।
भारत में मखाना आयुर्वेद के अनुसार बहुत महत्त्वपूर्ण माना जाता है। मखाना सेहत का खजाना होता है और एक पूर्ण आहार के रूप में भी जाना जाता है। मखाने को काला हीरा भी कहा जाता है। आयुर्वेद में मखाने को अनेकों बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल करने के सलाह दी जाती है।
मखाना कैसे बनता है | Makhana in Hindi
मखाना को कमल के पौधे से निकलना बहुत मेहनत और एक खास तरह के स्किल वाला काम है। इस लोटस सीड को तालाब से निकलने के लिए खास तरह के बांस के पाइप और टोकरी का इस्तेमाल किया जाता है।मखाना एक शैल के अंदर होता है। जब मखाने के बीज तालाब से इकट्ठे किये जाते हैं तो इसके बाद इन्हें तुरंत साफ़ करना बेहद जरूरी होता है।
बीजों को सूखने के बाद इन्हे भूना जाता है और फिर इसके बाहरी शैल को तोड़कर उसके अंदर से सफ़ेद मखाने को निकाला जाता है। इस तरह से यह साफ़ सुथरा मखाना हमारे घरों तक पहुंच पता है।
मखाने का नुट्रिशन प्रोफाइल | Nutrition Profile : Makhana in Hindi
मखाने का नुट्रिशन प्रोफाइल इस प्रकार है :
100 ग्राम मखाने में
कैलोरी : 347
कैल्सियम : 60 मिली ग्राम
प्रोटीन : 9.7 ग्राम
फैट : 0.1 ग्राम
कार्बोहायड्रेट : 75 ग्राम
फाइबर : 14.5 ग्राम
आयरन : 1.4 मिलीग्राम
मैग्नीशियम : 67.2 मिलीग्राम
फॉस्फोरस : 200 मिली ग्राम
सोडियम : 210 मिलीग्राम
इसके अलावा मखाना विटामिन बी1 और ओमेगा 3 फैटी एसिड्स भी शरीर को प्रदान करता है।
मखाने से मिलने वाले लाभ | Benefits of eating : Makhana in Hindi
मखाने के अंदर एंटीऑक्सीडेंट गुणों की भरपूर मात्रा होती है । मखाने के अंदर कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत फायदेमंद होते हैं। एक शोध के अनुसार मखाने में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइन्फ्लेमेटरी और एंटीट्यूमर प्रभाव पाए जाते हैं।
हार्मोनल बैलेंस | Makhana for Hormonal Balance
मखाना हार्मोन्स को बैलेंस करता है और इसीलिए खासकर प्री मेंस्ट्रुअल के समय मखाना खाना सेहत के लिए अच्छा होता है।
पाचन के लिए | Makhana for Digestion
100 ग्राम मखाने में लगभग 14 ग्राम फाइबर होता है। फाइबर दरअसल पाचन के लिए बहुत सहायक होता है। मखाने को रोज अपनी डाइट में शामिल करने से पेट से जुडी समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है। मखाना भूख को कण्ट्रोल करता है और इससे वजन को मैनेज करने और कण्ट्रोल करने मेंमदद मिलती है। वजन घटाने के लिए मखाना का सेवन बहुत मदद करता है।
मखाना हार्ट के लिए | Makhana for healthy heart
मखाने में मैग्नीशियम की मात्रा इसे हार्ट के लिए बहुत अच्छा बनाती है। मैग्नीशियम शरीर के लिए एक आवश्यक तत्व है। मैग्नीशियम की कमी हार्ट के लिए नुकसानदायक है और हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा देती है। मखाना हेल्दी हार्ट के लिए मैग्नीशियम का अच्छा सोर्स है।
मखाना एंटी एजिंग के लिए | Makhana for Anti Aging
मखाना एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है जिससे त्वचा पर आने वाले झुर्रियों को दूर किया जा सकता है। इसमें पाए जाने वाले एनजाइम्स कोलेजन के मात्रा को बढ़ाने के लिए मददगार होते हैं। मखाने को पाउडर बना कर फेस पैक बनाने में भी इस्तेमाल करते हैं।
मखाना दांतों के लिए | Makhana for Teeth and Gums
मखाने के अंदर एंटीइन्फ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोब इफेक्ट पाए जाते हैं। मखाने के ये गुण दांतों और मसूड़ों से संबंधित समस्याओं को दूर करने में सहायता करते हैं जैसे कि मसूड़ों में सूजन और बैक्टीरियल प्रभाव होते हैं।
किडनी के लिए मखाने | Makhana for healthy kidney
मखाने में फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं जो शरीर को डीटॉक्स करने में मदद करते हैं। मखाने एसिडिटी को काम करने में मदद करते हैं। मखाने के ये गुण इसे किडनी स्टोन से छुटकारा पाने के लिए उपयोगी बनाते हैं।
भारत में महिलाओं को बच्चे के जन्म के बाद स्पेशल डाइट दी जाती है जिसमें सूखे मेवे और फलों की काफी मात्रा होती है। मखाना इस स्पेशल डाइट का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। मखाने को अक्सर लड्डू बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा मखाना हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज कंट्रोल, अनिद्रा और जोड़ों के दर्द में में भी मददगार होता है।
मखाने का इस्तेमाल कैसे करें | How to consume Makhana
मखाना एक सूखे मेवे के श्रेणी में आता है। अक्सर इसे एक खास मेवे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। व्रत और पूजा में मखाना खास तौर पर इस्तेमाल होता है। इसका इस्तेमाल भून कर किया जाता है तो कभी इसकी सब्ज़ी भी बनायीं जाती है। मखाने के खीर भी काफी प्रसिद्द है और आम तौर पर व्रत या त्यौहार के मौके पर घर में तैयार की जाती है।
मखाना एक सम्पूर्ण आहार है और इसीलिए इसे अपनी डाइट में इस्तेमाल करना चाहिए। कितना मखाना रोज खा सकते हैं यह काफी कुछ आपकी सेहत पर निर्भर करता है। आम तौर पर मखाना सेहत के लिए नुकसान नहीं करता है लेकिन फिर भी अच्छा रहता है कि इसे डाइट में इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह ली जाये।
मखाना कितने खाने चाहिए | How much Makhana
दिन भर में 25 से 30 ग्राम मखाने खाये जा सकते हैं। अच्छा रहे कि अगर मखाने को बिना घी में फ्राई किये इस्तेमाल किया जाये।
मखाने को स्टोर कैसे करें | How to store – Makhana in Hindi
मखाने को सही तरीके से रखने के लिए किसी एयरटाइट कंटेनर का इस्तेमाल करना चाहिए। मखाने को फ्राई करके उसमें उसे नमक के साथ मिलाकर डब्बे में स्टोर करके रखा जाता है। मखाने को कभी भी फ्रिज में नहीं रखना चाहिए वरना इसके अंदर नमी आ जाती है और यह जल्दी खराब हो जाते हैं। मखाना खरीदते समय ध्यान रखना चाहिए कि कोई कीड़े वगैरह अंदर ना हो और दूसरा उसमें नमी नहीं होनी चाहिए और मखाना बहुत पुराना भी नहीं होना चाहिए।
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