Nachiketa Tal Uttarkashi Hindi : नचिकेता ताल या झील उत्तरकाशी स्थित एक प्राकृतिक झील है। चीड़ , देवदार और अन्य पहाड़ी वृक्षों से घिरे जंगल के बीच स्थित नचिकेता ताल टूरिस्ट्स के लिए उत्तरकाशी का मुख्य आकर्षण है। नचिकेता ताल समुद्र तल से लगभग 2450 मीटर के ऊँचाई पर स्थित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार नचिकेता ने मात्र दस साल के उम्र में ही मृत्य के देवता यम से जीवन मृत्यु का ज्ञान प्राप्त किया था।
नचिकेता ताल का महत्त्व | Nachiketa Tal Uttarkashi Hindi – Religious Importance
Importance of Nachiketa Tal in Hindi नचिकेता ताल हिन्दू सभ्यता में धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है। नचिकेता ताल से जुडी कई कहानियां उत्तरकाशी और उत्तराखंड में प्रचलित हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार नचिकेता के पिता वाजश्रवस एक ब्राह्मण थे जिन्होंने एक बार देवताओं को प्रसन्न करने के लिए एक यज्ञ का आयोजन किया। जैसा की प्रचलित था और है , यज्ञ और हवन के बाद पुजारी को दान दक्षिणा देनी चाहिए , इसीलिए नचिकेता के पिता ने कुछ बूढी गायों को पुजारी को दान देना निश्चित किया। बालक नचिकेता को यह ठीक नहीं लगा और उसने अपने पिता से पुछा कि दान में तो अपनी सबसे प्यारी चीज को दान देते हैं तो आप इन बूढी और बीमार गायों को दान क्यों दे रहे हैं ? इस प्रश्न को पहले तो पिता ने अनसुना कर दिया लेकिन जब नचिकेता न बार बार यह प्रश्न पूछना जारी रखा तो पिता को नचिकेता पर गुस्सा आ गया।
इस पर पिता ने कहा कि ठीक है , तुम मुझे बहुत प्यारे हो और तुम्हें मैं मृत्यु के देवता यमराज को दूंगा।
पिता के इस जवाब से दुखी हो कर बालक नचिकेता ने घर छोड़ कर यम के पास जाने का निश्चय कर लिया। लोग ऐसा मानते हैं कि यहाँ इस झील के पास बैठ कर नचिकेता ने प्रार्थना की थी। जब यमराज नचिकेता से मिले तो उन्होंने तीन वरदान मांगने को कहा। नचिकेता ने इन तीन वरदानों में अपने पिता और परिवार के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रार्थना की और अंत में जीवन और मृत्यु का रहस्य जानने की इच्छा बताई। यमराज ने नचिकेता को आत्मा के होने का ज्ञान दिया मृत्यु के बाद का रहस्य भी बताया।
नचिकेता ताल नाम क्यों पड़ा | Why name – Nachiketa Tal, Uttarkashi Hindi
इस घटना के बाद नचिकेता ने अपना जीवन एक सन्यासी के तरह बिताया। नचिकेता के नाम पर ही इसे नचिकेता ताल कहा गया। इस ताल / लेक को यम के द्वार के रूप में भी जाना गया।
नचिकेता ताल के आस पास | Nachiketa Tal Uttarkashi, Hindi – nearby
नाग देवता मंदिर | Nag Devta Temple near Nachiketa Tal
नचिकेता ताल के पास ही नागदेवता मंदिर स्थित है। नागपंचमी के दिन यहाँ पर गांव से लोग पूजा / प्रार्थना के लिए आते हैं और इस झील में स्नान भी करते हैं।
यमराज गुफा | Yamraj Cave near Nachiketa Tal
नचिकेता ताल से कुछ ही दूर यमराज गुफा स्थित है।
नचिकेता ताल / लेक एक्टिविटी | Activities – Nachiketa Tal Uttarkashi Hindi
नचिकेता ताल अपने प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए टूरिस्ट्स के बीच प्रसिद्द है। यहाँ ट्रैकिंग मुख्य एक्टिविटी है। उत्तरकाशी से लगभग ३० किलोमीटर दूर स्थित चौरंगखाल से नचिकेता ताल तक के लिए ट्रैक शुरू होता है। चौरंगखाल से नचिकेता ताल तक का ट्रेक ३ किलोमीटर का है। यह ट्रेक चीड़, बांज और देवदार के पेड़ों से घिरा ट्रेक है। यह ट्रैक एकदम शांत है। रास्ते में जंगल में कूकते पक्षियों की आवाज़ बार बार ध्यान अपनी तरफ खींच लेती है।
नचिकेता ताल कैसे पहुंचें | How to reach Nachiketa Tal
फ्लाइट से | By Flight
नचिकेता ताल पहुंचने के लिए देहरादून जॉली ग्रांट एयरपोर्ट उत्तरकाशी के सबसे नजदीक है। उत्तरकाशी से देहरादून तक की 140 किलोमीटर के दूरी बस या टैक्सी से तय की जा सकती है।
नचिकेता ताल पहुंचने के लिए उत्तरकाशी से चौरंगखाल तक के 30 किलोमीटर के दूरी शेयर्ड टैक्सी से तय कर के चौरंगखाल से ट्रैक शुरू होता है। चौरंगखाल से नचिकेता ताल तक की दूरी 3 किलोमीटर है।
ट्रेन से | By Train
देहरादून या ऋषिकेश के रेलवे स्टेशन से सड़क के रास्ते उत्तरकाशी तक स्टेट ट्रांसपोर्ट बस या टैक्सी से पहुंच सकते हैं। उत्तरकाशी से चौरंगखाल तक के ३० किलोमीटर के दूरी शेयर्ड टैक्सी से तय कर के चौरंगखाल से ट्रैक शुरू होता है। देहरादून और ऋषिकेश भारत के रेलवे नेटवर्क से अच्छी तरह कनेक्टेड हैं और देश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन से इन स्टेशन के लिए डायरेक्ट या कनेक्टेड ट्रैन होती है। उत्तरकाशी ट्रैन नेटवर्क से जुड़ा हुआ नहीं है इसीलिए देहरादून या ऋषिकेश इसके सबसे नजदीक के स्टेशन हैं।
सड़क से | By Road
चौरंगखाल तक सड़क के रास्ते बस या फिर अपनी कार से पहुंच सकते हैं।
उत्तरकाशी अन्य आकर्षण और एडवेंचर एक्टिविटी | Uttarkashi other attractions and adventurous activities
उत्तराखंड के प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्त्व का स्थान माना जाता है। उत्तरखं को देव भूमि के नाम से भी जाना जाता है और इसका कारण यही है कि यहाँ के जंगल , झील , पर्वत और छोटे बड़े गांव और शहर किसी न किसी रूप से किसी धार्मिक आस्था से जुड़े रहे हैं और उत्तराखंड के लोगों ने अपनी इस धरोहर को बड़ा संजो कर रखा है।
नचिकेता ताल के अलावा उत्तरकाशी में अनेकों प्राकृतिक और धार्मिक आकर्षण हैं जिनके लिए हर साल बड़ी संख्या में टूरिस्ट देश के दूर दूर भागों से यहाँ आते हैं। उत्तरकाशी ट्रैकिंग और अन्य एडवेंचर एक्टिविटी के लिए भी अच्छा ऑप्शन है। उत्तरकाशी के काशी विश्वनाथ मंदिर, देवी शक्ति मंदिर और कुटेटी देवी मंदिर भी प्रमुख धार्मिक आकर्षण हैं।
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