Baleshwar Mandir Hindi : उत्तराखंड राज्य के चंपावत जिले में स्थित बालेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है। बालेश्वर मंदिर एक मंदिर समूह है जिसमें 2 मुख्य मंदिरों के साथ साथ कई छोटे मंदिर बने हुए हैं। बालेश्वर मंदिर चम्पावत स्थित प्राचीन मंदिरों में से एक है जिसके निर्माण के बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं है।
बालेश्वर मंदिर अपने विशेष कलात्मक निर्माण के लिए प्रसिद्द हैं और चम्पावत आये टूरिस्ट्स के लिए एक मुख्य आकर्षण और चम्पावत के इतिहास को जानने का एक माध्यम हैं।
बालेश्वर मंदिर चम्पावत – महत्व | Significance – Baleshwar Mandir Hindi
यह मंदिर कितने प्राचीन हैं और कब बने हैं इस बारे में सही सही जानकारी तो नहीं है लेकिन बालेश्वर मंदिर समूह को अपनी अद्भुत कलाकृति और संरचना के कारण ही इसे एक राष्ट्रीय विरासत स्मारक के रूप में चिन्हित किया गया है।
बालेश्वर मंदिर में 10 से 15 छोटे – छोटे मंदिरों का निर्माण किया गया है और इनमे भगवान शिव के मुख्य मंदिर के अलावा दो अन्य विशेष मंदिर हैं जिनमें से एक रत्नेश्वर मंदिर और दूसरा चम्पावती दुर्गा मंदिर है। यह मंदिर अपनी अद्भुत नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है। श्रद्धालुओं के लिए यह मंदिर समूह भगवान शिव और अन्य देवी देवताओं के स्थान के रूप में महत्वपूर्ण है वहीँ यह मंदिर समूह सन 1952 से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की देख रेख में है।
बालेश्वर मंदिर चम्पावत – पौराणिक सम्बन्ध | Mythology – Baleshwar Mandir Hindi
चम्पावत के इस मंदिर समूह में स्थित मुख्य मंदिर में स्थित शिवलिंग को त्रेता युग से माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस शिवलिंग की स्थापना रामायण काल में राजा बाली के द्वारा की गयी थी। राजा बाली द्वारा स्थापित किये जाने के कारण ही इस शिवलिंग को बालेश्वर कहा गया और इसीलिए इस मंदिर समूह का नाम भी बालेश्वर हुआ।
बालेश्वर मंदिर चम्पावत – इतिहास। History – Baleshwar Mandir Hindi Champawat
बालेश्वर मंदिर के बारे में ऐसा माना जाता है कि इन मंदिरों का निर्माण शायद 10 वी और 12 वी शताब्दी के बीच शुरू हुआ था। कुमाऊँ में आरम्भिक दौर में शासक रहे चंद वंश के राजाओं को बालेश्वर मंदिर समूह के निर्माण का श्रेय दिया जाता है। मंदिर के बाहर एक शिलालेख बड़े पत्थर पर स्थापित है जिसमे सन 1293 का उल्लेख किया गया है।
इस मंदिर का निर्माण कार्य राजा गरुण ज्ञान चंद , राजा उदय चंद और राजा हरी चंद के शासन काल में हुआ जो 14 वें शताब्दी में पूरा हुआ था। बाद में यहाँ पर रोहिल्ला शासकों ( बरेली के मुस्लिम शासक ) के आक्रमणों में मंदिर समूह को काफी नुकसान पंहुचा।
बालेश्वर मंदिर समूह | Baleshwar Mandir Hindi
बालेश्वर मंदिर समूह लगभग 200 मी एरिया में फैला हुआ है। इस मंदिर समूह में अनेकों शिवलिंग स्थित हैं। भगवान हनुमान , गणेश और देवी मूर्तियां भी इस मंदिर समूह का भाग हैं।
मंदिर समूह में रत्नेश्वर मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और चम्पावती दुर्गा मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है जिन्हें चंद वंश के शासक अपनी कुलदेवी के रूप में पूजते थे। मुख्य मंदिर के द्वार पर दो नंदी विराजमान हैं ।
आर्किटेक्चर – बालेश्वर मंदिर चम्पावत | Architecture – Baleshwar Mandir Hindi Champawat
बालेश्वर मंदिर की दीवारों पर अनेकों कलात्मक आकृतियां देखी जा सकती हैं। इन आकृतियों में देवी देवताओ और मानव मुद्राओं आदि को दिखाया गया है। मंदिर का निर्माण बड़े बड़े पत्थरो से हुआ है। बालेश्वर मंदिर की खूबसूरती उस पर बने नक्काशी से है और यह खूबसूरती लोगो को अपनी ओर खींचती है। जगह जगह पर भगवान शिव का नटराज रूप व् अन्य रूपों में दिखाया गया है। इस मंदिर समूह में 6-7 शिवलिंग है जिसमें से मुख्य शिवलिंग स्फुटिक का है।
बालेश्वर मंदिर दक्षिण भारत में प्रचलित हिन्दू मंदिरों की शैली में बनाया गया है। यह मंदिर पत्थर शिल्पकला का अद्भुत उदाहरण है।
उत्सव – बालेश्वर मंदिर चम्पावत । Festivals – Baleshwar Mandir Hindi Champawat
बालेश्वर मंदिर में शिवरात्रि के दिन भव्य मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें बहुत बड़ी संख्या में लोग आते है। मंदिर समूह में भगवान कृष्ण का मंदिर स्थित है जहाँ पर जन्माष्टमी के दिन विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है।
प्रार्थना समय – बालेश्वर मंदिर। Timings – Baleshwar Mandir Hindi
बालेश्वर मंदिर में पूजा का समय सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 4 बजे से शाम 7 बजे तक है।
जाने का समय – बालेश्वर मंदिर। Best time to Visit – Baleshwar Mandir Hindi, Champawat
बालेश्वर मंदिर आने और चम्पावत के अन्य टूरिस्ट प्लेस देखने आने के लिए फरवरी से अप्रैल और सितम्बर से नवंबर तक का मौसम अच्छा रहता है। इन दिनों चम्पावत का मौसम सुहाना होता है। सर्दियों में तापमान काफी नीचे चला जाता है और बारिश के मौसम में पहाड़ी क्षेत्र में लैंड स्लाइड भी होते हैं।
कैसे पहुंचे – बालेश्वर मंदिर। How to reach – Baleshwar Mandir Champawat
हवाई मार्ग द्वारा। By Air to Champawat
चम्पावत का सबसे नजदीक का एयरपोर्ट पंतनगर स्थित एयरपोर्ट है। यहाँ से टूरिस्ट्स चम्पावत तक के लिए टैक्सी या स्टेट ट्रांसपोर्ट के बस से ट्रेवल कर सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा। By Train to Champawat
चम्पावत के नजदीक काठगोदाम और टनकपुर रेलवे स्टेशन हैं। दोनों ही जगहों से चम्पावत के लिए टैक्सी या स्टेट ट्रांसपोर्ट की बस से ट्रेवल कर सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा | By Road to Champawat
अगर आप सड़क मार्ग से चम्पावत के लिए ट्रेवल कर रहे हैं तो स्टेट ट्रांसपोर्ट के बस से या फिर टैक्सी से यहाँ ट्रेवल कर सकते हैं। हालाँकि यह रास्ता पहाड़ों में थोड़ा चुनौती भरा हो सकता है।
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