Hindon River Hindi : हिंडन नदी हिमालय के शिवालिक की शाकुम्भरी देवी रेंज से निकलती है। हिंडन नदी उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों से हो कर बहती है। हिंडन नदी यमुना की सहायक नदी है। यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश की एक मुख्य बरसाती नदी है। इस आर्टिकल में हम हिंडन नदी के बारे में जान लेते हैं।
Origin – Hindon River Hindi | उदगम – हिंडन नदी
हिंडन नदी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से होता है। हिंडन नदी एक मानसून निर्भर नदी है यानी यह नदी बरसात के पानी से ही बहती है। हिंडन नदी का उद्गम एक झरने के रूप में होता है। यह नदी हिमालय की निचली पहाड़ियों में जिसे शिवालिक रेंज कहा जाता है, में शाकुम्भरी देवी रेंज से निकलती है। यह नदी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर जिलों से होकर बहती है।
Mythological Significance – Hindon River Hindi | पौराणिक महत्व – हिंडन नदी
नदियों को भारत के संस्कृति में हमेशा पूजनीय माना जाता है। हिंडन नदी भी इसका कोई अपवाद नहीं है। प्राचीन समय में हिंडन नदी को हरनंदी या हर नदी के नाम से जाना जाता था।
उत्तर भारत के सांस्कृतिक और सामाजिक विकास में हिंडन नदी का विशेष स्थान रहा है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार हिंडन नदी कलियुग से जुडी है। कथाओं में माना जाता है कि इस नदी को खुद भगवन शिव ने बनाया था। हिंडन नदी के किनारे पर बसे सरधना के पास दुर्योधन द्वारा पांडवों के लिए बनाया गया लाक्षागृह था। इसी लाक्षागृह में आग लगा कर दुर्योधन पांडवों को मार डालना चाहता था। यही पर पांडवों द्वारा बनाया गया एक प्राचीन महादेव मंदिर है। माना जाता है कि यह मंदिर महाभारत काल का है।
Tributaries – Hindon River Hindi | सहायक नदियां – हिंडन नदी
हिंडन नदी लगभग 7,083 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है। यह नदी लगभग 400 किमी लंबी है। हिंडन नदी के मुहाने बरसात के मौसम में बढ़ जाते हैं। यह नदी एक पूरी प्रणाली है जिसमें अन्य छोटी छोटी नदियां आकर मिलती हैं।
हिंडन नदी की मुख्य सहायक नदी देहरादून से उद्गम हुई काली नदी है। काली नदी देहरादून से निकल कर सहारनपुर , मुज्जफरनगर , मेरठ और बागपत से बहते हुए यमुना नदी में मिलने से पहले हिंडन नदी में मिल जाती है। इसके अलावा धमोला और पांवधोई नदी हिंडन नदी के सहायक नदियां हैं जो सहारनपुर में इसमें मिल जाती हैं।
Present – Hindon River Hindi | वर्तमान स्थिति – हिंडन नदी
हिंडन नदी जब शिवालिक की शाकुम्भरी रेंज से एक छोटे से झरने के रूप में बहना शुरू होती है तो यह पानी बिलकुल साफ़ और मीठा है। यह विश्वास करना बड़ा मुश्किल होता है कि यही नदी आगे चलकर दुनिया की सबसे ज्यादा प्रदूषित नदियों में से एक हो जाती है। हिंडन नदी का पानी किसी भी इस्तेमाल में न लेने लायक है और इस नदी में कोई जीव जंतु भी नहीं बचे हैं।
हिंडन नदी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उन जिलों से हो कर बहती है जो औद्योगिक विकास में अव्वल रहे हैं लेकिन इसी विकास के दौरान हुई अनदेखी से यह नदी अब लगभग दम तोड़ चुकी है।
Reasons of Pollution – Hindon River Hindi | प्रदुषण के कारण – हिंडन नदी
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिन जिलों से हो कर हिंडन नदी बहती है वे सभी जिले औद्योगिक विकास के लिए जाने जाते हैं। मोहन नगर , गाज़ियाबाद , मेरठ , नॉएडा , गौतम बुद्ध नगर या सभी जिले आधुनिक इंडस्ट्रियल क्रांति का एक उदहारण हैं। लेकिन यह औद्योगिक विकास ही हिंडन नदी के प्रदुषण का एकमात्र कारण बन गया है।
यहाँ स्थित अधिकांश फैक्ट्री उत्पादन के दौरान बने वेस्ट को बिना ट्रीटमेंट के ही सीधे नदी में बहा देते हैं। यही बिना ट्रीटमेंट का वेस्ट हिंडन नदी के पानी को प्रदूषित करता है। अब यह प्रदुषण इस हद तक बढ़ चुका है कि नदी के पानी में ऑक्सीजन की मात्रा जीरो है। इस स्थिति में नदी का पूरा इकोसिस्टम ही ख़त्म हो चूका है।
हिंडन नदी में अब से लगभग 10 – 12 साल पहले तक मछली , मेढक आदि जलीय जीव मिला करते थे लेकिन आज के समय में यह संख्या जीरो है। यह स्थिति न तो नदी के लिए अच्छी है और न ही आस पास के एरिया में रहने वाली जनसँख्या के लिए।
ऐसा ही कुछ हाल हिंडन की सहाय नदियों का भी है। हिंडन की मुख्य सहायक काली नदी भी दुनिया की सबसे अधिक प्रदूषित नदियों में से है।
Cleaning – Hindon River Hindi | हिंडन नदी – स्वछता परियोजनाएं
हिंडन नदी और उसकी सहायक नदियों को साफ़ करने के लिए कई परियोजनाएँ चल रही हैं। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में हिंडन नदी के प्रदूषण निवारण और सफाई के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) द्वारा कार्य किया जा रहा है। इसी तरह से गाजियाबाद नगर निगम द्वारा भी हिंडन नदी की सफाई के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। इन अभियानों में नदी में गिरने वाले नौ नालों को टैप करना और मौजूदा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता को बढ़ाना शामिल है।
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