Alsi Benefits Hindi : अलसी के बीज, जिसे तीसी के बीज भी कहा जाता है दरअसल सेहत के लिए एक बहुत उपयोगी है। अलसी को इंग्लिश में फ्लैक्स सीड या लिनसीड कहा जाता है। अक्सर ब्राउन रंग का यह अलसी बीज अलग अलग जगह के वातावरण में अलग अलग रंग में होता है। गर्म देशों की यह फसल कई तरह से इस्तेमाल होती है , इसे अपने रोज के खाने में इस्तेमाल किया जा सकता है या फिर इसके तेल को आयुर्वेदिक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। हार्ट को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए डॉक्टर अलसी खाने की सलाह देते हैं।
अलसी के फायदे | Alsi Benefits Hindi
अलसी के बीजो को अपने रोजमर्रा के खाने में इस्तेमाल करने से मिलने वाले मुख्य लाभ में से कुछ यहाँ जान सकते हैं :
ओमेगा-3 फैटी एसिड | Omega -3 Fatty Acids in Alsi
अलसी के बीज ओमेगा -३ फैटी एसिड्स का प्रमुख सोर्स हैं। अक्सर नॉन वेज खाना खाने वालों को ओमेगा -३ फैटी एसिड मछली के सेवन से मिल जाता है लेकिन वेजेटेरियन डाइट में अलसी ओमेगा – ३ फैटी एसिड का बहुत अच्छा स्रोत है। ओमेगा – ३ फैटी एसिड्स शरीर के लिए एक आवश्यकता है जो ब्रेन (मस्तिष्क ) और हार्ट ( ह्रदय ) को सेहतमंद रखने के लिए चाहिए होता है।
जरूरी फाइबर की मात्रा | Fiber in Alsi
अलसी के बीज में फाइबर भी खूब होता है जो हमारे पाचन के लिए बहुत आवश्यक है। फाइबर पाचन के साथ साथ ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रखने में मदद करता है।
कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण | Alsi can regulates Cholesterol
अलसी के बीजों का कोलेस्ट्रॉल पर क्या असर होता है इसे ले कर काफी स्टडी की गयी है और पाया गया है कि रोज खाने में अलसी के बीजों का इस्तेमाल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रण में रखने में मदद करता है इसीलिए कार्डियोलॉजिस्ट रोज २ से ४ चम्मच तक अलसी के बीजों का पाउडर खाने की सलाह देते हैं। कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखने से हार्ट अटैक के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
ब्लड शुगर कण्ट्रोल | Alsi for Blood Sugar
अलसी के बीजों का रोजाना इस्तेमाल ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखता है।
वजन नियंत्रण | Also for weight management
अलसी के बीजों का सेवन ज्यादा देर तक पेट भरा होने का अहसास करता है और भूख को नियंत्रण में रखता है, ऐसे में जो लोग अपना वजन घटना चाहते हैं उनके लिए अलसी बहुत मददगार होता है।
कैंसर में नियंत्रण | Other Alsi Benefits
कुछ रिसर्च बताते हैं कि अलसी का इस्तेमाल ब्रैस्ट कैंसर और पेट के कैंसर को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है।
हार्मोन संतुलन | Alsi for Hormon Regulation
अलसी के बीज में लिग्नांस होते हैं, जो फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं। ये शरीर में एस्ट्रोजन के लेवल को बैलेंस करने में और पीरियड के दौरान होने वाली परेशानी को कम करने में सहायक हैं।
स्किन और बालों के लिए | Alsi for Skin and Hair
अलसी बीजों का इस्तेमाल स्किन को हेल्दी रखने में सहायक है , साथ ही अलसी का इस्तेमाल बालों का गिरना भी नियंत्रित करता है। अलसी का जैल कई फेसपैक और हेयरपैक बनाने में भी काम आता है।
अलसी का नुट्रिशन प्रोफाइल | Alsi Benefits Hindi
20 ग्राम अलसी का नुट्रिशन वैल्यू यहाँ दिया गया है
कैलोरी | 107 |
कोलेस्ट्रॉल | 0 |
सोडियम : | 6 मिली ग्राम |
कैल्शियम: | 51 मिलीग्राम |
कार्बोहायड्रेट : | 5 .8 ग्राम ( 5 .4 ग्राम डाईट्री फाइबर , 0 . 4 ग्राम शुगर ) |
प्रोटीन: | 4 ग्राम |
फैट : | 12.3 ग्राम (1 ग्राम सैचुरेटेड फैट , 1 .5 ग्राम मोनोअनसैचुरेटेड फैट , 5 ग्राम पॉलीअनसेचुरेटेड फैट ) |
मैग्नीशियम: | 46.9 मिलीग्राम |
फास्फोरस: | 120 मिलीग्राम |
पोटेशियम: | 115 मिलीग्राम |
जिंक: | 0.6 मिलीग्राम |
आयरन : | 1.1 मिलीग्राम |
अलसी का रोज इस्तेमाल | Alsi in daily food
अलसी कुल मिलाकर सेहत के लिए अच्छा आहार है लेकिन अलसी की कितनी मात्रा हमें रोज इस्तेमाल करनी चाहिए यह जान लेना बहुत जरूरी है। आमतौर पर एक हेल्दी व्यक्ति के लिए रोज 15 ग्राम से 25 ग्राम तक अलसी की मात्रा का सेवन अच्छा होता है। अगर किसी व्यक्ति को कोई हेल्थ कंडीशन है यानि कुछ खास सेहत सम्बन्धी परेशानी है तो डॉक्टर से सलाह ले कर ही अलसी को अपने खाने में इस्तेमाल करना चाहिए। अलसी का ज्यादा सेवन फायदे के बजाय नुकसान भी पंहुचा सकता है।
अलसी की रेसिपी | Alsi Recipes Hindi
अलसी का पाउडर बना लें | Prepare Alsi Powder
अलसी को किस तरह से अपने खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं इसके लिए कई रेसिपी हैं जो पूरी तरह से आप अपनी पसंद के अनुसार चुन सकते हैं। अलसी के बीजों को हलकी आग पर २ मिनट के लिए भून कर इसे ठंडा होने दें और पूरी तरह ठंडा होने पर इसे मिक्सर या ग्राइंडर में एक महीन पाउडर कर लें। इस पाउडर को एक एयर टाइट डिब्बे में फ्रिज में स्टोर कर के रख सकते हैं और इसे अपने खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
नाश्ते में अलसी | Alsi in Breakfast
नाश्ते में अलसी का इस्तेमाल : सुबह के नाश्ते में चाहे आप परांठा खाना पसंद करते हों या फिर इडली या डोसा , चाहे आप को कॉर्नफ़्लेक्स का नाश्ता पसंद हो या केवल कुछ फल। हर तरह के खाने में आप अलसी को इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप परांठा पसंद करते हैं तो अलसी के पाउडर को इसके अंदर भर कर परांठा सेंक सकते हैं। अगर परांठे के साथ दही लेते हैं तो अलसी के पाउडर को दही में मिला कर इसका इस्तेमाल कर लें। इसे इडली के ऊपर छिड़क कर या दोसे पर मसाले में मिला कर इस्तेमाल कर सकते हैं।
फलों के साथ अलसी | Alsi with fruits
सुबह के नाश्ते में अगर आप फलों का शेक लेना पसदं करते हैं तो भी एक चम्मच अलसी के पाउडर को शेक बनाते वक्त मिक्सर में फलों के साथ डाल दें। अलसी का टेस्ट काफी न्यूट्रल होता है और इसके इस्तेमाल से आपके खाने के टेस्ट पर बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है बल्कि उसमें थोड़ी और न्यूट्रिशन वैल्यू मिल जाती है।
अंडे की जगह अलसी | Alsi as egg replacement
अलसी के पाउडर को अगर गर्म पानी में थोड़ी देर के लिए छोड़ दिया जाये तो इसका जैल जैसा टेक्सचर हो जाता है। इस जैल का इस्तेमाल अंडे की जगह किया जा सकता है। वेजेटेरियन डाइट वालों के लिए यह अंडे का एक विकल्प है। इस जैल को आप बेसन में मिला कर चीला बना सकते हैं। इस जैल का इस्तेमाल पैनकेक बनाने में किया जा सकता है। वीगन डाइट में केक बनाने के लिए भी अलसी का जैल इस्तेमाल किया जा सकता है।
खाने में अलसी | Alsi in lunch / dinner
खाना खाते समय अलसी के पाउडर को सब्ज़ी में, दही में या छास में मिला कर इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर इसे रोटी के अंदर भर कर भी सेंक सकते हैं।
आटे में अलसी | Alsi in the dough
आटा गूंथते समय आटे में ही अलसी पाउडर या अलसी का जैल मिला कर आटा तैयार कर सकते हैं और फिर इसे चपाती या परांठा बनाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
ये कुछ ऐसे उपाय हैं जिन से आप अलसी को अपनी रोजमर्रा के डाइट में आसानी से मिला सकते हैं। इनके अलावा भी अलसी की कई रेसिपी हैं जैसे की अलसी को नमकीन स्नैक बनाने में , बिस्कुट बनाने में और रैप बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है। बहुत ही सीधा तरीका यह भी है कि एक चम्मच अलसी के पाउडर को एक गिलास पानी में घोल कर पी लें।
अलसी के नुकसान | Cons of Alsi
हालाँकि अलसी के बीजों को आम तौर पर खाने के लिए सुरक्षित माना जाता है और यह सेहत के लिए बहुत अच्छा है लेकिन फिर भी अलसी का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल शरीर के लिए काफी नुकसान पंहुचा सकता है। अलसी के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में जान लेना भी बहुत जरूरी है। यहाँ आप अलसी से होने वाले कुछ नुकसान के बारे में जान सकते हैं और अपने सेहत के अनुसार इसे इस्तेमाल करने के बारे में निर्णय ले सकते हैं।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
अलसी जहाँ पचना के लिए एक दवा का काम करती है वही इसका अत्यधिक इस्तेमाल पाचन के लिए नुकसान भी कर सकता है। अलसी में काफी मात्रा में फाइबर होता है और फाइबर के सेवन के साथ साथ पानी का सही मात्रा में सेवन जरूरी होता है। ऐसा न होने पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं जैसे सूजन, गैस और डायरिया हो सकते हैं।
दवा में अवरोध
अलसी के बीजों का बड़ी मात्रा में इस्तेमाल दवा के असर को काम कर सकता है। अगर आप किसी भी तरह के दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं तो ऐसे में अपने डॉक्टर से सलाह ले कर ही इसका सेवन करना चाहिए।
एलर्जी
कभी कभी कुछ लोगों को अलसी के बीजों से एलर्जी हो सकती है। अलसी के बीजों के सेवन करने के बाद यदि शरीर पर किसी तरह के खुजली होती है या शरीर पर लाल चकते जैसे होने लगते हैं तो अलसी आप के लिए नहीं है।
हार्मोनल प्रभाव
हालाँकि अलसी आमतौर पर हॉर्मोन रेगुलेट करने में सहायक है लेकिन फिर भी कुछ लोगों में यह हार्मोनल बैलेंस को ख़राब भी कर सकता है। जो लोग पहले से हॉर्मोन रेगुलेट करने के लिए कोई ट्रीटमेंट ले रहे हों उन्हें अलसी का इस्तेमाल अपने डॉक्टर से सलाह ले कर ही करना चाहिए।
हिंदी में एक कहावत है कि “अति किसी भी चीज की अच्छी नहीं होती है ” इसी तरह से भले ही अलसी कितना भी फायदेमंद हो लेकिन फिर भी इसकी जरूरत से ज्यादा मात्रा का सेवन शरीर को फायदे के बजाय नुकसान पंहुचा सकती है इसीलिए सीमित मात्रा में और विशेष स्थिति में अपने डॉक्टर के सलाह पर ही इसे इस्तेमाल करें।
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