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क्लाउड सीडिंग आर्टिफिशियल रेन | Cloud Seeding in Hindi

Cloud Seeding in Hindi : आर्टिफिशियल रेन , जिसे क्लाउड सीडिंग के रूप में भी जाना जाता है, एक तकनीक है जिसका इस्तेमाल बारिश कराने के लिए किया जाता है। क्लाउड सीडिंग तकनीक में हवा में ऐसे पदार्थ मिला दिए जाते हैं जो बादलों में बारिश करने के लिए आवश्यक कणों के निर्माण और विकास को प्रोत्साहित करते हैं।

क्लाउड सीडिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सबसे कॉमन तत्व सिल्वर आयोडाइड, पोटेशियम आयोडाइड और लिक्विड प्रोपेन हैं। इन तत्वों को हवा में छोड़ दिया जाता है। ऐस विशेष हवाई जहाज (एयरप्लेन) से या फिर जमीन पर ही स्थित जनरेटर से ऊपर की ओर हवा में फेंक कर मिला कर किया जाता है। ये कण न्यूक्लियेटिंग एजेंट के रूप में कार्य करते हैं। इनके चारों ओर बादल बनने लगते हैं या बर्फ के क्रिस्टल बन सकते हैं।

क्लाउड सीडिंग के लिए कुछ महत्वपूर्ण प्रावधान होते हैं जो इस प्रकार हैं :

बादलों की पहचान | Identifying Clouds – Cloud Seeding in Hindi

मौसम वैज्ञानिक ऐसे बादलों की पहचान करते हैं जो क्लाउड सीडिंग के लिए सही होते हैं। ये बादल अक्सर पर्याप्त नमी वाले बादल होते हैं लेकिन इनमें आवश्यक कणों की कमी हो सकती है जिनके चारों ओर पानी की बूंदें जम सकती हैं। ऐसे बादलों में अगर सिल्वर आयोडाइड या क्लाउड सीडिंग तत्व मिल जाते हैं तो अर्टिफिशियल रेन ( कृत्रिम बारिश ) के चांस भी बढ़ जाते हैं।

सीडिंग एजेंट | Seeding Agent – Cloud Seeding in Hindi

Cloud Seeding in Hindi
Cloud Seeding in Hindi

सामान्य सीडिंग एजेंट में सिल्वर आयोडाइड, पोटैशियम आयोडाइड और लिक्विड प्रोपेन आते हैं। सिल्वर आयोडाइड को अक्सर बर्फ के क्रिस्टल जैसा होने और अत्यधिक ठंडी पानी की बूंदों में बर्फ बनने में सहायक होने के कारण ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।

सीडिंग एजेंट डिलीवरी | Seeding Agent Delivery – Cloud Seeding in Hindi

सीडिंग एयरप्लेन | Seeding Plane

सीडिंग एजेंट को विशेष रूप से तैयार  किये गए प्लेन से वायुमंडल में फैलाया जाता है। सीडिंग वाले फ्लेयर्स को जलाया  जा सकता है और बादलों में छोड़ा जा सकता है।

जनरेटर | Cloud Seeding Generator

क्लाउड सीडिंग के लिए सीडिंग एजेंट को जनरेटर का इस्तेमाल करके जमीन से हवा में छोड़ा जाता है। जनरेटर इन सीडिंग एजेंट को हवा में फैला देते हैं, जिससे उन्हें बादलों में ले जाया जा सकता है।

न्यूक्लियेशन प्रक्रिया | Nucleation Process – Cloud Seeding Hindi

सीडिंग एजेंट पानी से बने भाप को जमने के लिए एक बेस देते हैं। इस प्रक्रिया को न्यूक्लियेशन के नाम से जाना जाता है। गर्म बादलों में सीडिंग एजेंट बड़ी पानी की बूंदों के निर्माण में सहायक होते हैं। ठंडे बादलों में सीडिंग एजेंट बर्फ के क्रिस्टल का निर्माण आसानी से हो पाता है।

बादल का विकास | Cloud Gather

सीडिंग एजेंट हवा में छोड़ने के बाद , इसके आसपास बादल की बूंदें या बर्फ के क्रिस्टल बनते हैं और इससे बादल का आकार और डेंसिटी बढ़ने लगती है। एक बार जब बादल के कण सही साइज और वेट तक पहुँच जाते हैं तो इन बादलों से बारिश या बर्फ या ओलों के बारिश होने लगती हैं।

यह बारिश कराने का एक आधुनिक तकनीकी तरीका है जो अक्सर सूखे इलाकों में इस्तेमाल किया जाता है। कभी कभी प्रदुषण से अत्यधिक प्रभावित एरिया में क्लाउड सीडिंग प्रदुषण कम करने के लिए बहुत काम आ सकती है।

क्लाउड सीडिंग जहाँ एक और तकनीक का वरदान है वहीँ क्लाउड सीडिंग के कुछ नुकसान भी हो हैं। यहां क्लाउड सीडिंग से जुड़े कुछ प्रमुख फायदे और नुकसान दिए गए हैं:

क्लाउड सीडिंग के फायदे | Benefits – Cloud Seeding Hindi

अधिक बारिश | More Rains

Cloud Seeding for Artificial Rain

क्लाउड सीडिंग के मुख्य फायदों में से एक बारिश होने के चांस का बढ़ जाना है। क्लाउड सीडिंग पानी की कमी या सूखे की स्थिति का सामना करने वाले क्षेत्रों में बहुत काम की तकनीक हो सकती है ।

वाटर मैनेजमेंट | Water Management

क्लाउड सीडिंग का उपयोग वाटर मैनेजमेंट के लिए एक काफी उपयोगी हो सकती है। तकनीक खासकर उन क्षेत्रों में जहां पानी की भारी कमी होती है , उनके लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकती है। बारिश होने के चांस को बढ़ा कर यह सूखे एरिया में पानी की आसान उपलब्धि में सहायक हो सकता है।

खेती में लाभ | Benefits of Cloud Seeding in Agriculture

क्लाउड सीडिंग के परिणामस्वरूप बढ़ी हुई बारिश फसलों के लिए आवश्यक पानी के मात्रा उपलब्ध करा के खेती में काफी फायदा पहुंचा सकती है। यह सूखाग्रस्त क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण तकनीक हो सकती है।

स्नोपैक में वृद्धि | Snowpack with Cloud Seeding

पर्वतीय क्षेत्रों में, स्नोपैक को बढ़ाने के लिए क्लाउड सीडिंग का उपयोग किया जा सकता है, जो पिघलने के मौसम के दौरान डाउनस्ट्रीम में पानी की उपलब्धता बढ़ा सकती है।

जंगल की आग का खतरा कम | Reduced Forest Fire with Cloud Seeding or Artificial Rain

पहाड़ी और जंगली क्षेत्रों में नमी के स्तर को बढ़ाकर, क्लाउड सीडिंग से जंगल की आग के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है, खासकर ऐसे एरिया में जहाँ सूखे की सम्भावना ज्यादा है।

नुकसान | Cons of Cloud Seeding Hindi

पर्यावरण / एनवायरनमेंट पर प्रभाव | Effects of Environment

क्लाउड सीडिंग का पर्यावरण / एनवायरनमेंट पर प्रभाव चिंताजनक हो सकता है। हालाँकि क्लाउड सीडिंग के इस प्रभाव पर अभी रिसर्च हो रही है। इकोसिस्टम , एयर क़्वालिटी और पर्यावरण पर इसका क्या प्रभाव हो सकता है इस बारे में अभी कुछ ज्यादा नहीं कहा जा सकता है।

नैतिक और कानूनी मुद्दे | Related Issues

क्लाउड सीडिंग से मौसम के प्राकृतिक पैटर्न में हेरफेर हो सकता है और यह प्राकृतिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप भी कर सकता है। इसके अलावा कुछ अन्य नैतिक और कानूनी मुद्दे भी हो सकते हैं जो शायद भविष्य में देखने को आ मिल सकते हैं।

अनपेक्षित परिणाम | Unexpected Results of Cloud Seeding

क्लाउड सीडिंग से बारिश और मौसम के पैटर्न में बदलाव से कुछ ऐसे परिणाम भी हो सकते हैं जिनके बारे में अभी हम शायद नहीं सोच सकते हैं। जैसे कि अगर एक एरिया में क्लाउड सीडिंग होने से पैटर्न से अलग बारिश करने से दुसरे एरिया में बारिश की सम्भावना काफी कम हो सकती है। इस सब से एरिया के इकोसिस्टम में असंतुलन पैदा हो सकता है।

यह बारिश होने के कोई गारंटी नहीं होती है लेकिन यह बारिश के संभावनाओं में ही वृद्धि करती है। यह कई फैक्टर पर निर्भर करता है जैसे कि बादल किस तरह के हैं , क्या ये क्लाउड सीडिंग के लिए उपयुक्त भी हैं या नहीं , वायुमंडलीय स्थिति कैसे है आदि।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हालांकि क्लाउड सीडिंग दशकों से दुनिया के कई हिस्सों में किया जा रहा है और काफी हद तक लाभदायक भी रहा है। क्लाउड सीडिंग अरब देशों में काफी इस्तेमाल किया जाता है और इसके चलते वहां बारिश होने की सम्भावना बढ़ जाती है लेकिन इसकी प्रभावशीलता और संभावित प्रभावों पर वैज्ञानिक काफी हद तक अभी एकमत नहीं हैं। क्लाउड सीडिंग से फायदे और नुक्सान अभी भी रिसर्च का विषय हैं।

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