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शांतिकुंज आश्रम हरिद्वार | Shanti Kunj Ashram in Hindi

Shantikunj Ashram Haridwar Hindi

Shantikunj Ashram Haridwar Hindi

Shanti Kunj Ashram in Hindi : शांतिकुंज आश्रम हरिद्वार में स्थित एक विश्व प्रसिद्ध आश्रम है जो अखिल विश्व गायत्री परिवार का मुख्यालय है।  शाखाएं भारत के बहार 80 देशों में स्थापित हैं। शांतिकुंज आश्रम अपने जीवन में अद्यात्म को समझने और अपनाने की प्रेरणा देता है। शांतिकुंज आश्रम को श्री गायत्री तीर्थ भी कहा जाता है। 

शांतिकुंज आश्रम की स्थापना | Shanti Kunj Ashram in Hindi

शांतिकुंज आश्रम स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने आध्यात्मिक आंदोलन की शुरुआत की थी। उन्होंने मथुरा में गायत्री परिवार की स्थापना की और बाद में सन 1971 में इसका मुख्य कार्यालय वर्तमान शांतिकुंज हरिद्वार में स्थानांतरित कर दिया। एक छोटे से आश्रम से शुरू हुआ शांतिकुंज आश्रम आज एक विशाल परिसर बन चुका है। 

अपनी स्थापना के समय से ही शांतिकुंज आश्रम व्यक्ति उत्थान , परिवार उत्थान और सामाजिक उत्थान के लिए काम कर रहा है। आश्रम के संस्थापक श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा दिया गया स्लोगन “हम बदलेंगे , युग बदलेगा ” को चरितार्थ करने के लिए यह आश्रम और संस्था लगातार काम  कर रही है।  

शांतिकुंज आश्रम परिसर | Shanti Kunj Ashram in Hindi

Shanti Kunj Ashram in Hindi
Shanti Kunj Ashram in Hindi

शांतिकुंज आश्रम में श्रीराम शर्मा आचार्य का समाधी स्थल और यज्ञ शालाएं हैं। यहाँ यज्ञ शालाओं में अग्नि जलती रहती है। यहाँ आने पर आप यज्ञ में शामिल हो सकते हैं। आश्रम परिसर में गायत्री माता मंदिर एक मुख्य आकर्षण है। आश्रम परिसर में स्थित ऋषि मुनि आश्रम वैदिक समय से चली आ रही ऋषि परंपरा के बारे में और जानकारी देता है। 

वन औषधि प्रदर्शनी | Ayurveda – Shanti Kunj Ashram in Hindi

Shanti Kunj Ashram in Hindi

शांतिकुंज आश्रम परिसर में वन औषधि प्रदर्शनी लगी होती है जहाँ पर आयुर्वेद में इस्तेमाल होने वाली जड़ी बूटियों के बारे में विस्तार से जानकारी मिल सकती है। वैदिक जानकारी को आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग करके लोगों तक पहुंचाया जा  सकता है , यह आश्रम इसका सटीक उदाहरण है। वन औषधि प्रदर्शनी में दिखाए गयी जड़ी बूटियों के आगे स्कैन कोड लगा है जिसे आप अपनी स्मार्ट डिवाइस पर स्कैन कर के उस औषधि या जड़ी बूटी के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

भटका हुआ देवता मंदिर | Bhatka Hua Devta – Shanti Kunj Ashram in Hindi

Shanti Kunj Ashram in Hindi

शांतिकुंज आश्रम परिसर में स्थित भटका हुआ देवता मंदिर एक रोचक और आंखे खोलने वाला कांसेप्ट है। भटके हुए देवता परिसर में कुछ दर्पण / शीशे लगे हुए हैं जहाँ वेदों से लिए गए अलग अलग संदेशों के साथ अपन खुद को शीशे में देख कर  असली अर्थ समझ सकते हैं। आश्रम में स्थित भटके हुए देवता मंदिर यही समझाता है कि  ज्ञान को कहीं बाहर ढूंढने के जरूरत नहीं हैं बल्कि उसके लिए खुद को ही  टटोलना पड़ेगा। 

शांतिकुंज आश्रम अखंड ज्योति  | Akhand Jyoti – Shanti Kunj Ashram

आश्रम में अखंड ज्योति का बहुत महत्त्व है। यह ज्योति सन 1926 से जल रही है । अब सन 2023 में इस ज्योति को जलते हुए 97 वर्ष हो चुके हैं। इस ज्योति के दर्शन सुबह 5:30 बजे से 9:00 बजे और दोपहर 12:00 बजे से शाम 4:30 बजे के बीच किये जा सकते हैं।

देवात्मा हिमालय मंदिर | Devatma Himalaya – Shanti Kunj Ashram in Hindi

इस मंदिर में चार धाम , पंच प्रयाग और  हिमालय से निकलने वाली पवित्र जल धाराओं को देखा जा सकता है। 

बुक स्टोर 

आश्रम परिसर में ही एक बड़ा बुक स्टोर है। इस बुक स्टोर में वेदों और अन्य धार्मिक ग्रंथों से सम्बंधित किताबें  ले सकते हैं। इस बुक स्टोर में शांतिकुंज आश्रम के संस्थापक श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा लिखी गयी लगभग 3200 किताबें भी उपलब्ध हैं। 

विक्रय केंद्र 

आश्रम परिसर में रोजमर्रा की जरूरतों के हिसाब से सामान खरीदने के लिए एक छोटी दुकान भी है।  

इसके अलावा आश्रम परिसर में एक मेडिकल स्टोर और एक अस्पताल भी है। 

गायत्री मंदिर | Gayatri Mandir – Shanti Kunj Ashram in Hindi

Shanti Kunj Ashram in Hindi

आश्रम परिसर में देवी गायत्री का मंदिर स्थापित है। शांतिकुंज आश्रम की संस्था को गायत्री परिवार नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर यहाँ का मुख्य आकर्षण है। 

शांतिकुंज आश्रम में रहना | Stay – Shanti Kunj Ashram in Hindi

आश्रम में रहने की सुविधा फ्री में दी जाती है और इसीलिए यहाँ २ दिन से ज्यादा रुकने के परमिशन नहीं है। आश्रम में फ्री भोजन के आलावा एक कैफेटेरिया भी है। यहाँ आप खरीद कर स्नैक भी ले सकते हैं। 

शांति कुञ्ज आश्रम रूटीन | Routine – Shanti Kunj Ashram

शांतिकुंज आश्रम में दिन सुबह 3:30 बजे से शुरू हो जाता है। यहाँ हर सुबह के शुरुआत गायत्री मन्त्र के उच्चारण और यज्ञ से होती है। आश्रम में स्थित भोजनालय में दिन में दो बार फ्री खाना यहाँ आने वालों की दिया जाता है।  इसके अलावा आश्रम में अलग अलग जगहों पर अनेकों कार्यक्रम चलते रहते हैं। अक्सर ये कार्यक्रम हिन्दू रीती संस्कार और वैदिक संस्कारों से प्रेरित होते हैं। हर रोज यहाँ बड़ी संख्या में लोग आश्रम में चल रही अलग अलग कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए आते रहते हैं। 

आश्रम में आ कर अगर आप कोई धार्मिक अनुष्ठान कराना चाहते हैं तो उसके लिए भी कोई फीस नहीं ली जाती है। हिन्दू धर्म के रीति और संस्कारों को कराने के लिए यहाँ दूर दूर से लोग आते रहते हैं। अगर आप यहाँ किसी तरह के प्रक्षिशण शिविर में शामिल होने के लिए आना चाहते हैं तो इसके लिए रजिस्ट्रेशन अपने क्षेत्र के गायत्री आश्रम में करा सकते हैं और फिर कार्यक्रम के अनुसार यहाँ आश्रम में होने  में शामिल हो सकते हैं। 

यह आश्रम स्वयंसेवक के सिद्धांत के अनुसार संचालित हैं इसीलिए यहाँ आने वाले लोग अपने सभी काम खुद करते हैं और जरूरत पड़े तो दूसरों के लिए भी सेवा करते हैं। 

शांतिकुंज आश्रम सभी धर्मों के मानने वालों का स्वागत करता है। देश के प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र और आश्रम के रूप में अपनी स्थायी पहचान  बना चुका शांतिकुंज आश्रम जैसे संस्थान आधुनिक समय में जीवन की एक मूलभूत जरूरत है। प्रकृति से खुद को जोड़े रखने और प्राकृतिक रूप से खुद को स्वस्थ रखने जैसे सिद्धांतों यहाँ आश्रम में प्रचारित  और प्रसारित किये  जाते हैं।  

शांतिकुंज आश्रम कैसे पहुचें | How to reach Shanti Kunj Ashram Haridwar

शांतिकुंज आश्रम हरिद्वार में स्थित है। हरिद्वार उत्तराखंड का एक मुख्य शहर है और एक प्रसिद्द टूरिस्ट प्लेस भी। यह शहर देहरादून से लगभग ५० किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। 

अगर आप  फ्लाइट से ट्रेवल कर रहे हैं तो देहरादून के जॉली  ग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद वहां से सड़क के रास्ते हरिद्वार तक पहुंच सकते हैं। 

अगर आप ट्रेन से ट्रेवल कर रहे हैं तो हरिद्वार रेलवे स्टेशन तक देश के किसी भी हिस्से से आसानी से पहुंच सकते हैं। हरिद्वार स्टेशन से या फिर हरिद्वार शहर में कही से भी ऑटो से शांतिकुंज आश्रम तक पहुंच सकते हैं।   

Shantikunj Ashram Haridwar, Beatific Uttarakhand !

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