नयी उमंग - हिंदी, इनफार्मेशन, टूरिस्ट, धार्मिक स्थान,

शांति स्तूप लद्दाख | Shanti Stupa in Hindi, Ladakh

Shanti Stupa Ladakh

Shanti Stupa Ladakj

Shanti Stupa in Hindi : शांति स्तूप लद्दाख के लेह क्षेत्र में स्थति है। लेह के चांसपा में एक पहाड़ी पर स्थित शांति स्तूप लद्दाख की विशेष पहचान बन चुका है। लद्दाख टूर से सम्बंधित जानकारी ढूंढते हुए शनती स्तूप की पिक्चर आपकी आँखों के सामने से एक नहीं बल्कि अनेकों बार निकली होगी। सफ़ेद रंग का शांति का प्रतीक शांति स्तूप बौद्ध धर्म का एक प्रतीक चिन्ह है। 

लद्दाख आये टूरिस्ट्स शांति स्तूप के सुंदरता को नोहरते नहीं थकते हैं। प्रकृति की गोद में स्थति यह शांति का प्रतीक टूरिस्ट्स को अपनी तरफ खींचता सा है। सफ़ेद गुम्बद सुसज्जित शांति स्तूप अपनी विशेष कलाकृति और आस पास के सुन्दर प्राकृतिक व्यू के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। 

शांति स्तूप का उद्देश्य | Purpose – Shanti Stupa in Hindi

शांति स्तूप का निर्माण बौद्ध धर्म के 2,500 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में और विश्व शांति को बढ़ावा देने के लिए किया गया था। शांति स्तूप शांति और सहिष्णुता और सदभाव का प्रतीक है। 

Shanti Stupa in Hindi
Shanti Stupa in Hindi

शांति स्तूप का इतिहास | History – Shanti Stupa in Hindi

लेह, लद्दाख में स्थित शांति स्तूप का निर्माण जापानी बौद्ध भिक्षु, भिक्षु ग्योम्यो नाकामुरा द्वारा कराया गया था। भिक्षु  नाकामुरा का उद्देश्य बौद्ध धर्म की शिक्षाए , बौद्ध धर्म में व्याप्त शांति और सद्भाव की भावना के प्रचार और प्रसार के  प्रेरित रहे थे। वह शांति स्तूप , जिसे पीस पैगोडा भी कहा जाता है , के माध्यम से शांति और अहिंसा का सन्देश देना चाहते थे।  

भिक्षु नाकामुरा ने शांति स्तूप के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाई थी। इस शांति स्तूप का उद्घाटन सन 1985 में 14 वें दलाई लामा, तेनज़िन ग्यात्सो द्वारा किया गया था। तभी से यह स्तूप शांति के प्रतीक के रूप में और लद्दाख के एक मुख्य टूरिस्ट आकर्षण के रूप में विश्व प्रसिद्द है। 

आर्किटेक्चर शांति स्तूप, लेह लद्दाख | Architecture – Shanti Stupa in Hindi

Shanti Stupa in Hindi
Shanti Stupa in Hindi

शांति स्तूप का निर्माण जापानी बौद्ध अनुयायियों , लद्दाख के स्थानीय बौद्ध समुदायों और विश्व के अन्य बौद्ध अनुयायियों का एक सामूहिक प्रयास है। लद्दाख में शांति स्तूप एक विशेष आर्किटेक्चर है। इस आर्किटेक्चर में जापान और तिब्बती आर्किटेक्चर के झलक देखने को मिलती है। स्तूप में दो लेवल हैं। पहले लेवल पर भगवान बुद्ध के जीवन की मुख्य घटनाओं को नक्काशी के रूप में दिखाता  हुआ बड़ा स्तूप है। दुसरे लेवल पर एक सीढ़ी से पहुँचा जा सकता है। यहाँ से लेह शहर और आसपास की हिमालय चोटियों का मनोरम दृश्य देख सकते हैं। हर कोने पर चार छोटे स्तूप भी बने हुए हैं। 

शांति स्तूप का विशेष आकर्षण और जो दूर से ही टूरिस्ट्स को अपनी और खींच लेता है , वह इसका सफ़ेद रंग का गुंम्बद है। इस तरह के गुंबद विश्व भर में बौद्ध स्तूपों पर जगह जगह देखे जा सकते हैं। यह गुंबद प्रतीकात्मक रूप से ज्ञान और शांति की महत्ता को बताता है। 

शांति स्तूप का आर्किटेक्चर जापानी स्टाइल से काफी प्रभावित है। स्तूप के सफेद गुंबद को गोल्डन शिखर से सजाया गया है। गोल्डन शिखर को भगवान बुद्ध के ज्ञान के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।  

स्तूप के बाहरी हिस्से में मूर्तियां और अलग अलग कलाकृतियां देखि जा सकती हैं जिनमें बुद्ध के जीवन से जुडी प्रमुख घटनाओं को अंकित किया गया है। ये मूर्तियां स्तूप की सुंदरता में और बढ़ावा करती हैं और बौद्ध धर्म की शिक्षाओं को जान मानस तक भी प्रतीक रूप में पहुँचाती हैं।  

Shanti Stupa in Hindi

स्तूप के चारों और एक बालकनी बनी हुआ है जहाँ से शांति स्तूप केचारों ओर का सुन्दर नजारा देखा जा सकता है। इस बालकनी में बौद्ध धर्म अनुयायी स्तूप की परिक्रमा करते हैं।

शांति स्तूप को इसके उद्देश्य के अनुसार ही ऐसे स्थान पर बनाया गया है जहाँ दूर तक शांति पसरी हुई है। इस शांत परिवेश में शांति स्तूप का सन्देश बिलकुल सार्थक होता है। 

शांति स्तूप का महत्त्व | Significance – Shanti Stupa in Hindi

शांति स्तूप न केवल एक जाना माना टूरिस्ट अट्रैक्शन है बल्कि बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए धार्मिक महत्व की भी जगह है। यहाँ अक्सर लोग ध्यान और चिंतन के लिए आते हैं। यहाँ का माहौल एक आध्यात्मिक अनुभव कराता है। यहाँ आकर बौद्ध धर्म के बारे में और विस्तार से जान सकते हैं। 

शांति स्तूप न सिर्फ एक सुन्दर स्थान है बल्कि इसका आध्यात्मिक महत्व भी है। यह ध्यान और चिंतन के लिए विशेष स्थान है। यहाँ आकर शहरों के शोर गुल से दूर एक असीम शांति का अनुभव होता है। जैसा कि स्तूप का नाम ही है , “शांति स्तूप “, शांति शब्द हिंदी और संस्कृत भाषा के “शांत” से आता है। यहाँ बौद्ध अनुयायी और बौद्ध भिक्षु प्रार्थना और अनुष्ठानों के लिए आते हैं। 

टूरिस्ट्स के लिए आकर्षण | Attractions for Tourists – Shanti Stupa in Hindi

लेह, लद्दाख पिछले कुछ वर्षों से एक लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेस के रूप में जाना जाने लगा है , खास तौर पर “3 Idiots ” फिल्म के बाद से तो यहाँ हर साल बड़ी संख्या में टूरिस्ट्स आते हैं। लद्दाख प्राकृतिक सुंदरता का एक खजाना है और अभी भी काफी अछूता सा है और यही लद्दाख की विशेषता है। ऐसे में यह शांति स्तूप यहाँ आये टूरिस्ट्स को लदाख के ऐसे पहलुओं से परिचित कराता है जो वे भारत में या कहीं भी और अनुभव नहीं कर सकते हैं। 

सुन्दर दृश्य | Beautiful Panormic View – Shanti Stupa in Hindi

शांति स्तूप एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यहाँ से हिमालय पर्वत, सिंधु नदी और लेह शहर और आस पास के सुन्दर नज़ारे देख सकते हैं। यहाँ का खुला आसमान बादलों के आते जाते रहने से रंग सा बदलता लगता है और यह देखना अपने आप में बेहद  सुन्दर है , खास कर जब हम बड़े शहरों से यहाँ आते हैं जहाँ धुल धुंए और प्रदुषण की वजह से खुला आसमान देखना दूभर है। 

सनसेट और सनराइज | Sunset & Sunrise – Shanti Stupa in Hindi

सनराइज और सनसेट के समय यहाँ का व्यू नारंगी रंग से सजा हुआ और बेहद सुन्दर होता है। अगर आप फोटोग्राफी करना पसंद करते हैं तो आप यह बिलकुल भी नहीं छोड़ना चाहेंगे। 

आध्यात्मिकता | Spirituality – Shanti Stupa in Hindi

शांति स्तूप बौद्ध धर्म में विशवास रखने वालों के लिए तो धार्मिक महत्त्व की जगह है ही लेकिन यहाँ आकर इस स्थान की आध्यात्मिकता का अनुभव करना कभी न भूलने  वाला है। 

लद्दाख से परिचय | Knowing Ladakh – Shanti Stupa in Hindi

शांति स्तूप यहाँ आये टूरिस्ट्स को से लद्दाख और यहाँ के संस्कृति से परिचय कराता है। बौद्ध धर्म की समृद्ध संस्कृति के बारे में यहाँ जान सकते हैं। किस तरह से यहाँ बौद्ध धर्म पसरा और अपना स्थायी प्रभाव बनाया और बौद्ध धर्म के इतिहास और दर्शन के बारे में जानकारी ले सकते हैं। 

Shanti Stupa in Hindi

घूमने का समय | Best time to visit – Shanti Stupa in Hindi

शांति स्तूप पूरे साल टूरिस्ट्स के लिए खुला रहता है। यहाँ सर्दियों के समय में मौसम बहुत ठंडा होता है। गर्मियों के दौरान यहाँ बड़ी संख्या में टूरिस्ट्स आते हैं। 

कैसे पहुंचे | How to reach – Shanti Stupa in Hindi

शांति स्तूप लद्दाख के लेह शहर में स्थित है। लेह लद्दाख के राजधानी है और यहाँ सड़क मार्ग से और फ्लाइट से आसानी से पहुंच सकते हैं। 

लेह में को रेलवे स्टेशन नहीं है और इसके सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन जम्मू तवी है जैसी दूरी लगभग ६८० किलोमीटर है। जम्मू तवी से लेह के लिए आगे सड़क मार्ग से आ सकते हैं। 

लेह पहुँच जाने पर आप शांति स्तूप तक के लिए टैक्सी से आ सकते हैं। लद्दाख में साइकिलिंग भी बहुत लोकप्रिय है। यहाँ अक्सर टूरिस्ट्स ग्रुप साइकिलिंग करते हैं। 

Visit Places of Uttarakhand !

Leave a Reply