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मुनि की रेती ऋषिकेश | Muni ki Reti Rishikesh Hindi ( Sand of Sages)

शत्रुघ्न मंदिर ऋषिकेश | Shatrughna Mandir Rishikesh Hindi

Shatrughna Mandir Rishikesh Hindi

Muni ki Reti Rishikesh Hindi : मुनि की रेती ऋषिकेश के पास एक प्रसिद्द स्थान है जिसका सम्बन्ध हमेशा से ऋषि मुनियों से रहा है। मुनि की रेती मतलब वह रेत जहाँ मुनियों ने तपस्या की है। यह स्थान अपने शांत वातावरण के कारण ऋषियों के तपस्या करने के लिए जाना जाता है। दरअसल मुनि के रेती का पुराना नाम “मौन की रेती ” है।

मुनि की रेती ऋषिकेश का महत्त्व | Significance- Muni ki Reti Rishikesh Hindi

मुनि की रेती सदियों से चार धाम यात्रा का एक महत्वपूर्ण भाग रहा है। मौन की रेती या मुनि की रेती को चार धाम यात्रा का प्रवेशद्वार कहा जाता था क्योंकि चार धाम यात्रा पर जाने तीर्थयात्री यहाँ स्थित शत्रुघ्न मंदिर में रुक कर अगले दिन से अपनी चार धाम यात्रा की शुरुआत करते थे।

मुनि की रेती में ही रामायण काल में भगवान राम के सबसे छोटे भाई शत्रुघ्न ने तपस्या की थी। उसी स्थान पर शत्रुघ्न मंदिर यहाँ स्थापित है।

मुनि की रेती – आश्रम | Ashrams – Muni ki Reti Rishikesh Hindi

कैलाश आश्रम मुनि की रेती में एक आश्रम है। कैलाश आश्रम ऋषिकेश के बड़े आश्रमों में से एक है।

स्वामी आत्मानंद द्वारा स्थापित स्वर्गाश्रम और स्वामी शिवानंद द्वारा स्थापित शिवानंद आश्रम भी यहाँ के प्रसिद्द आश्रमों में से हैं। ये आश्रम ऋषिकेश के योग और वेद शिक्षा के केंद्र हैं। यहाँ देश विदेश से बड़ी संख्या में लोग योग और वेद के शिक्षा के लिए आते हैं।

इन आश्रमों के अलावा भी मुनि के रेती में और भी कई आश्रम स्थापित हैं जो वर्ष भर टूरिस्ट्स के आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं।

मुनि की रेती का बीटल्स आश्रम एक विश्व प्रसिद्द आश्रम है। ऋषिकेश शहर को वैश्विक स्तर पर योग नगरी के रूप में स्थापित करने में इसका बड़ा योगदान है। वर्ष १९६८ में ऋषिकेश में बीटल्स बंद ने “84 कुटी आश्रम ” में आ कर कुछ समय बिताया और “द हैप्पी ऋषिकेश ” गाने की भी रचना की। इसके बाद से “84 कुटी आश्रम ” को बीटल्स आश्रम के नाम से भी जाना जाने लगा। हालाँकि यह आश्रम अभी बंद है लेकिन अभी भी टूरिस्ट्स के लिए 84 कुटी आश्रम और वह कुटी जहाँ बीटल्स बंद के सदस्यों ने समय बिताया था , वह मुख्य आकर्षण है।

मुनि की रेती, ऋषिकेश – आस पास | Places nearby – Muni ki Reti Rishikesh Hindi

मुनि की रेती स्थित शत्रुघ्न मंदिर एक विशेष मंदिर है। यह मंदिर भगवन राम के सबसे छोटे भाई शत्रुघ्न को समर्पित है। उत्तर भारत में शत्रुघ्न मंदिर एक अकेला मंदिर है जो शत्रुघ्न को समर्पित है। इस मंदिर के अलावा दक्षिण भारत में शत्रुघ्न के मंदिर देखे जा सकते हैं।

लक्ष्मण झूला पुल , तेरह मंजिल मंदिर , राम झूला पुल , त्रिवेणी घाट , रघुनाथ मंदिर , भारत मंदिर जैसे धार्मिक आस्था के केंद्र भी यहाँ से कुछ ही दूरी पर स्थित हैं।

ऋषिकेश से लगभग ३० किलोमीटर के दूरी पर नीलकंठ महादेव मंदिर स्थित है जो पूरे वर्ष श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है। भगवन शिव की समर्पित इस मंदिर में महाशिवरात्रि और सावन शिवरात्रि के त्यौहार पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

ऋषिकेश की गंगा आरती टूरिस्ट्स और श्रद्धालुओं के लिए कभी न भूलने वाला अनुभव है। शाम के समय ऋषिकेश के गंगा घाटों पर गंगा आरती का आयोजन होता है। इस समय गंगा नदी में तैरते दीपक ऋषिकेश का पूरा स्वरुप ही बदल देते हैं।

धार्मिक और ऐतिहासिक पहचान होने के साथ ही साथ ऋषिकेश एडवेंचर टूरिज्म के लिए भी जाना जाता है। यहाँ अक्सर टूरिस्ट्स बुंजी जंपिंग , कैंपिंग, माउंटेन बाइकिंग , क्लिफ जंपिंग और रिवर राफ्टिंग जैसे एडवेंचर स्पोर्ट्स का अनुभव करने के लिए आते हैं।

मुनि की रेती, ऋषिकेश कैसे पहुचें | How to reach Muni ki Reti

फ्लाइट से  | By flight to Muni ki Reti

मुनि की रेती ऋषिकेश पहुंचने के लिए फ्लाइट से आना चाहते हैं तो ऋषिकेश से 35 किलोमीटर दूर जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून सबसे नजदीक का एयरपोर्ट है। देहरादून एयरपोर्ट से ऋषिकेश तक के दूरी और मुनि की रेती तक आने के लिए टैक्सी से आया जा सकता है।

ट्रेन से | By train

मुनि की रेती ऋषिकेश के रेलवे स्टेशन से केवल ३ किलोमीटर की ही दूरी पर है। ऋषिकेश का रेलवे स्टेशन देश के बाकी रेलवे स्टेशन से सीधे या कनेक्टेड ट्रैन से जुड़ा हुआ है। 

रोड से | By road

ऋषिकेश सड़क मार्ग से अच्छी तरह से कनेक्टेड है और यहाँ तक स्टेट ट्रांसपोर्ट के बस , प्राइवेट टूर बस या फिर अपने कार से ड्राइव कर के आसानी से पहुंच सकते हैं। 

ऋषिकेश के अन्य आकर्षण | Other Attractions of Rishikesh

Muni ki Reti Rishikesh, Beatific Uttarakhand !

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