Terah Manzil Mandir Hindi Rishikesh : तेरह मंजिल मंदिर ऋषिकेश या त्र्यंबकेश्वर मंदिर ऋषिकेश- भगवान शिव को अदि देव, अद्वैत और ऐसे ही अनेकों नामों से जाना जाता है। महादेव , महाकाल , त्रिनेत्र , महेश , पशुपतिनाथ और ऐसे और भी बहुत से नाम भगवान शिव के ही हैं। इन्हीं अनेकों नामों में से एक नाम है त्र्यंबकेश्वर । ऋषिकेश स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर भगवान शिव के इसी स्वरुप को समर्पित है। यह मंदिर तेरह मंज़िल की एक ऊंची बिल्डिंग है इसीलिए इस मंदिर को तेरह मंज़िल मंदिर कहा जाता है।

Terah Manzil Mandir Hindi Rishikesh, त्र्यंबकेश्वर मंदिर ऋषिकेश
Terah Manzil Mandir Hindi Rishikesh
तेरह मंजिल मंदिर ऋषिकेश

तेरह मंजिल मंदिर ऋषिकेश | Terah Manzil Mandir Hindi

तेरह मंजिल मंदिर ऋषिकेश की एक विशेष पहचान है। तेरह मंजिल मंदिर की विशेषता है कि यह मंदिर किसी एक विशेष पूज्य को समर्पित नहीं है बल्कि अनेकों हिन्दू देवी देवताओं के मूर्तियां स्थापित हैं। इस मंदिर की विशेष पहचान इसके विशेष बिल्डिंग को लेकर भी है। तेरह मंजिल मंदिर १३ मंजिल तक बना हुआ है और इसीलिए इसे तेरह मंजिल मंदिर के रूप में भी जाना जाता है।

त्र्यंबकेश्वर का अर्थ | Meaning of Trimbakeshwar – Terah Manzil Mandir Hindi

त्र्यंबकेश्वर मंदिर मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित है। त्र्यंबकेश्वर का अर्थ होता है त्रिनेत्र । भगवान शिव को त्रिनेत्र भी कहा जाता है।

भगवान शिव के त्रिनेत्र कहलाने के पीछे अनेकों पौराणिक कहानिया बताई जाती हैं। एक पौराणिक कहानी के अनुसार एक बार भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती ने उनकी दोनों आँखों पर हाथ रख कर बंद कर दिया तब उनकी तीसरी आंख उनके माथे पर प्रकट हुई और तभी से उन्हें त्रिनेत्र या त्र्यंबकेश्वर कहा जाने लगा।

तेरह मंजिल मंदिर कहाँ स्थित है ? | Location – Terah Manzil Mandir Hindi

ऋषिकेश में स्थित तेरह मंजिल मंदिर ऋषिकेश की पहचान बन चुके लक्ष्मण झूला पुला के बिलकुल पास है। लक्ष्मण झूला के पास पवित्र गंगा नदी के किनारे बना तेरह मंजिल मंदिर / त्र्यंबकेश्वर मंदिर श्रद्धालुओं के लिए एक मुख्य आकर्षण है।

यहाँ आने वाले अधिकतर श्रद्धालु नासिक के त्र्यंबकेश्वर और ऋषिकेश के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कंफ्यूज हो जाते हैं। महाराष्ट्र के नासिक में स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर गोदावरी नदी के उद्गम पर स्थित है और एक स्वयंभू ज्योतिर्लिंग है। नासिक में स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर भगवन शिव के मुख्य १२ ज्योतिर्लिंगों में से एक है।

तेरह मंजिल मंदिर – आर्किटेक्चर | Architecture – Terah Manzil Mandir Hindi

पिरामिड के आकर में बना तेरह मंज़िल तेरह मंजिल मंदिर लक्षमण झूला पुल से एक शानदार और भव्य ईमारत जैसा लगता है। अक्सर हिन्दू मंदिर एक ही मुख्य आराध्य को समर्पित होते हैं लेकिन तेरह मंजिल मंदिर हिन्दू धर्म के अनेकों आराध्यों को समर्पित मंदिरों का एक समूह है जो अलग अलग मंजिल / फ्लोर पर स्थित हैं।

इस मंदिर में देवी सरस्वती , लक्ष्मी , दुर्गा के साथ ही हनुमान , कृष्ण और विष्णु भगवान के मंदिर स्थित हैं। इनके आलावा भी अनेकों देवी और देवताओं के मंदिर इस मंदिर समूह में स्थित हैं। भगवान शिव यहाँ मुख्य आराध्य हैं और उनका मंदिर सबसे ऊंचे मंजिल / फ्लोर पर स्थित है। यह मंदिर आधुनिक शैली में बना मंदिर है। मंदिर में सीढ़ियों के रास्ते ही अलग अलग फ्लोर पर पंहुचा जा सकता है।

इस मंदिर में एक विशाल लाइब्रेरी भी है जहाँ हिन्दू धर्म के वैदिक और धार्मिक ग्रन्थ पढ़ने के लिए उपलब्ध हैं। मंदिर के दीवारों पर हिन्दू देवी और देवताओं के आकृतियां उकेरी गयी हैं जो मंदिर को भव्य बनाती हैं।

तेरह मंजिल मंदिर – उत्सव | Festivals – Terah Manzil Mandir Hindi

त्र्यंबकेश्वर मंदिर ऋषिकेश
Shivling – Terah Manzil Mandir Hindi

हिन्दू धर्म में भगवान शिव को अद्वैत माना गया है। तेरह मंजिल मंदिर में भी भारत के अन्य शिव मन्दिरों की ही तरह महाशिवरात्रि का पर्व एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार महाशिवरात्रि भगवान शिव और देवी पार्वती के विवाह का दिन था। महाशिवरात्रि के उत्सव में श्रद्धालु पूरी रात जाग कर भगवान शिव की पूजा करते हैं।

इसी तरह से सावन महीने में आने वाली शिवरात्रि पर भी यहाँ श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन और प्रार्थना के लिए आते हैं। हर सप्ताह सोमवार के दिन भी यहाँ बाकि दिनों से ज्यादा संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।

मंदिर के बाहर ही पवित्र गंगा नदी के घाट पर शाम को होने वाली श्री गंगा आरती एक कभी न भूलने वाला अनुभव है। ऋषिकेश के अलग अलग घाटों पर शाम के समय गंगा आरती होती है और उस समय ये घाट पवित्र रौशनी से नहाये से लगते हैं। ऋषिकेश का मुख्य आकर्षण गंगा आरती देखने के लिए शाम के समय घाटों पर बड़ी संख्या में लोकल और टूरिस्ट्स जमा होते हैं।

तेरह मंजिल मंदिर में पूजा | Worship – Terah Manzil Mandir Hindi Rishikesh

सुबह के 6 बजे से रात के 8 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है। मंदिर में पूजा करने के लिए पूजा सामग्री आदि जैसे वस्तुएं मंदिर के बाहर हे मिल जाती हैं। यह मंदिर पूरा साल दर्शनार्थ खुला रहता है और साल भर यहाँ आने वालो का ताँता लगा रहता है।

तेरह मंजिल मंदिर ऋषिकेश आस पास | Places nearby – Terah Manzil Mandir Hindi Rishikesh

गंगा नदी के किनारे पर स्थित तरह मंजिल त्र्यंबकेश्वर मंदिर के सबसे ऊंचे मंजिल से गंगा नदी का नजारा देखते ही बनता है। शाम के समय रौशनी में नहाया लक्ष्मण झूला पुल किसी को भी अपनी जगमगाहट में बांध लेता है। ऋषिकेश के मुख्य बस स्टैंड से लगभग 10 किलोमीटर के दूरी पर स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर देखने आये टूरिस्ट शहर के बाकि प्रमुख मंदिरों को भी देख सकते हैं।

यहाँ से केवल 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर भी एक प्रसिद्द मंदिर है जिसके दर्शन के लिए दूर दूर से लोग आते हैं। कहा जाता है कि यह वही स्थान है जहाँ पर भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले विष को अपने कंठ में रखा था और तभी से उन्हें नीलकंठ कहा जाने लगा।

इसके अलावा ऋषिकेश को एडवेंचर एक्टिविटीज के हब के रूप में भी जाना जाता है। अक्सर टूरिस्ट्स यहाँ साइकिलिंग, माउंटेन बाइकिंग , कैंपिंग , बंजी जंपिंग और रिवर राफ्टिंग जैसे एक्टिविटी में व्यस्त होते हैं।

मंदिर देखने का सबसे अच्छा समय Best time to Visit – Terah Manzil Mandir Hindi Rishikesh

तेरह मंजिल मंदिर श्रद्धालुओं के लिए पूरे साल खुला रहता है। ऋषिकेश स्थित यह मंदिर टूरिस्ट्स के लिए ऋषिकेश का एक प्रमुख आकर्षण है। हर साल महाशिवरात्रि और सावन के महीने में आने वाली शिवरात्रि पर यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

अगर आप भीड़ के समय से बचना चाहते हैं तो ऋषिकेश आने का सही समय सर्दियों का है। वैसे तो यहाँ पूरे वर्ष ही रहता है लेकिन गर्मियों में भी स्कूल के छुट्टिओं के दौरान यहाँ काफी संख्या में टूरिस्ट्स होते हैं। सर्दियों में गर्मियों की तुलना में काम टूरिस्ट्स होते हैं और मंदिर में दर्शन करना थोड़ा आसान हो जाता है।

तेरह मंजिल मंदिर कैसे पहुचें | How to reach – Terah Manzil Mandir Hindi Rishikesh

फ्लाइट से | By Flight

त्र्यंबकेश्वर मंदिर पहुंचने के लिए सबसे पास देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है। देहरादून से ऋषिकेश लगभग 35 किलोमीटर दूर है। अगर आप फ्लाइट से आ रहे हैं तो देहरादून एयरपोर्ट पर उतरने के बाद ऋषिकेश तक के लिए टैक्सी ले सकते हैं।

ट्रेन से | By Train

त्र्यंबकेश्वर मंदिर पहुंचने के लिए सबसे पास रेलवे स्टेशन ऋषिकेश शहर ही है जो भारत के रेल नेटवर्क से अच्छी तरह से कनेक्टेड है। ऋषिकेश स्टेशन से मंदिर तक के लिए टैक्सी या ऑटो ले सकते हैं।

सड़क से | By Road

ऋषिकेश भारत और उत्तराखंड के मुख्य दर्शनीय स्थानों में से एक है और सड़क नेटवर्क से अच्छी तरह से कनेक्टेड है। अगर आप अपनी कार से ऋषिकेश जाना चाहते हैं तो ड्राइव कर के भी आसानी से पहुंच सकते हैं।

ऋषिकेश अन्य आकर्षण और एडवेंचर एक्टिविटी | Nearby Adventure Activities – Terah Manzil Mandir Hindi Rishikesh

तेरह मंजिल मंदिर ऋषिकेश आने वाले श्रद्धालु और टूरिस्ट यहाँ आ कर बहुत शांति का अनुभव करते हैं। हालाँकि ऋषिकेश अब एक बहुत पॉपुलर डेस्टिनेशन है जहाँ धार्मिक और एडवेंचर टूरिस्ट्स आना बहुत पसंद करते हैं , लेकिन फिर भी यहाँ का माहौल ऐसा ही कि यह शहर सभी को बेहद पसंद आता है।

धार्मिक उद्देश्य से अलग यहाँ आने वाले टूरिस्ट प्रकृति के शांत माहौल में समय बिताना बहुत पसंद करते हैं। रिवर राफ्टिंग ऋषिकेश में होने वाला मुख्य एडवेंचर स्पोर्ट है। बड़ी संख्या में टूरिस्ट्स यहाँ सीजन में रिवर राफ्टिंग करते हैं। कैंपिंग और ट्रैकिंग कुछ अन्य एक्टिविटी हैं जो सभी उम्र के लोग यहाँ कर सकते हैं।

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