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मैहर टूरिस्ट प्लेस | Maihar Tourist Places in Hindi

Maihar Tourist Places

Maihar Tourist Places

Maihar Tourist Places in Hindi : मैहर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सतना जिले में स्थित एक शहर है। मैहर शहर का विशेष धार्मिक महत्व है। मैहर की एक समृद्ध विरासत है और यह शहर अपने पारंपरिक संगीत और नृत्य विधाओं के लिए जाना जाता है, विशेष रूप से शास्त्रीय संगीत के मैहर घराने के लिए। मैहर घराने की स्थापना प्रसिद्ध संगीतकार और सितार वादक उस्ताद अलाउद्दीन खान ने की थी।

मैहर अपने सुन्दर प्राकृतिक परिवेश, पहाड़ियों, हरियाली और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। मैहर शहर से कुछ ही दूरी पर स्थित त्रिकुटा पहाड़ियाँ और पास की तपोवन गुफाएँ विशेष रूप से टूरिस्ट्स के बीच प्रसिद्द हैं।

मैहर शहर का इतिहास | History – Maihar Tourist Places in Hindi

मैहर का इतिहास बहुत पुराना है। इस शहर का संबंध पौराणिक काल से रहा है। मैहर शहर का नाम “माई” (पार्वती) और “हर” (शिव) के नाम पर रखा गया था।

मैहर मौर्य और गुप्त साम्राज्य सहित अलग अलग ऐतिहासिक राज्यों का हिस्सा रहा है। यह मध्य भारत के महान राजवंशों जैसे कलचुरी राजवंश और चंदेल राजवंश के भी रहा है।

Maihar Tourist Places in Hindi
Maihar Tourist Places in Hindi

मैहर शहर संगीत के क्षेत्र में जाने माने मैहर घराने का जन्मस्थान है। मैहर घराना प्रसिद्ध संगीतकार उस्ताद अलाउद्दीन खान द्वारा स्थापित शास्त्रीय संगीत का एक पारंपरिक विद्यालय है। मैहर घराने ने कई प्रसिद्द शास्त्रीय संगीतकार और वाद्यवादक दिए हैं।

ब्रिटिश काल के दौरान मैहर उस समय की राज्य व्यवस्था के अनुसार भारत के मध्य प्रांत का हिस्सा था। सन 1947 में भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद मैहर शहर मध्य प्रदेश का हिस्सा बन गया। यह शहर एक प्रसिद्द धार्मिक केंद्र है जो पूरे देश से भक्तों, टूरिस्ट्स और संगीतकारों को आकर्षित करता है। मैहर का इतिहास पौराणिक कथाओं, संस्कृति, संगीत और धर्म का मिश्रण है।

मैहर टूरिस्ट प्लेस | Maihar Tourist Places in Hindi

मैहर शहर एक धार्मिक स्थल के  रूप में तो प्रसिद्द है ही लेकिन यहाँ अनेकों अन्य टूरिस्ट्स प्लेस हैं जो यहाँ आये टूरिस्ट्स के लिए विशेष हैं।  

मैहर देवी मंदिर – मैहर टूरिस्ट प्लेस | Maihar Devi Mandir – Maihar Tourist Places in Hindi

Maihar Tourist Places in Hindi

मैहर में सबसे प्रसिद्ध आकर्षण मैहर देवी मंदिर है, जो देवी शारदा को समर्पित है। इस मंदिर को माँ शारदा देवी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर एक प्रसिद्द मंदिर है। मैहर देवी मंदिर एक तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है और इसका विशेष सांस्कृतिक महत्व है। 

मैहर मंदिर त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित है और मैहर मंदिर तक पहुंचने के लिए लंबी सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। मंदिर पहुंच कर आस पास के सुन्दर दृश्य देखे जा सकते हैं। 

यह मंदिर कई पौराणिक कहानियों से जुड़ा है। माना जाता है कि अपनी वीरता और भक्ति के लिए जाने जाने वाले स्थानीय नायक आल्हा और उदल ने मैहर मंदिर को बनाने में विशेष भूमिका निभाई थी। उनके समर्पण और बहादुरी को स्थानीय लोककथाओं में गया और मनाया जाता है। मैहर मंदिर पहुंचने के लिए टूरिस्ट सड़क के रास्ते या रोपवे से पहुंच सकते हैं।

आल्हा-उदल समाधि | Alha Udal Samadhi – Maihar Tourist Places in Hindi

यह प्रसिद्ध वीरों आल्हा और उदल का अंतिम विश्राम स्थल है। आल्हा और उदल स्थानीय नायक थे जो अपनी वीरता के लिए जाने जाते थे। आल्हा-उदल समाधि मैहर शहर में स्थित महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थान है। बुन्देलखण्ड की लोककथाओं में आल्हा और उदल को स्थानीय नायकों के रूप में मनाया जाता है। आल्हा और उदल दो भाई थे जिनका जन्म 12 वीं शताब्दी में हुआ था। दोनों भाई उत्तर प्रदेश में महोबा क्षेत्र के शासक राजा परमर्दि देव की सेना में योद्धा थे। उनके जरूरी  कार्यों, निष्ठा और वीरता का जश्न क्षेत्र की लोककथाओं और गीतो में मनाया जाता है। 

तपोवन गुफाएँ – मैहर टूरिस्ट प्लेस | Tapovan Caves – Maihar Tourist Places in Hindi

Maihar Tourist Places in Hindi

तपोवन गुफाएँ, जिन्हें तपोवन आश्रम के नाम से भी जाना जाता है, मैहर शहर के पास स्थित गुफाओं का एक समूह है। ये गुफाएं ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण हैं और कई मिथकों और किंवदंतियों से जुड़ी हैं। तपोवन गुफाएँ प्रकृति की बीच त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित है। तपोवन गुफाएं मैहर देवी मंदिर और आल्हा-उदल समाधि से कुछ ही दूरी पर स्थित हैं।

ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम ने अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अपने वनवास काल के दौरान इन गुफाओं में कुछ समय एकांत में बिताया था। इस प्रकार से तपोवन गुफाओं को भगवान राम के भक्तों के लिए पूजनीय माना जाता है। तपोवन गुफाओं में भगवान राम को समर्पित “आशा भवन” नामक एक मंदिर स्थित है। भक्त और टूरिस्ट विशेष रूप से शुभ दिनों के दौरान इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं।

बाणसागर बांध | Banasagar Dam – Maihar Tourist Places in Hindi

बाणसागर बांध मैहर के पास स्थित एक बहुउद्देश्यीय नदी बांध योजना है। यह सोन नदी पर स्थित है, जो गंगा नदी की एक सहायक नदी है। यह बांध सिंचाई, हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर और जल संसाधन मैनेजमेंट सहित अलग अलग उद्देश्यों को पूरा करता है। बाणसागर बांध मैहर से लगभग 21 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बाणसागर बांध और इसका जलाशय इस एरिया में टूरिस्ट  के आकर्षण का केंद्र बन गया है। टूरिस्ट यहाँ शांत वातावरण का आनंद लेने, बोटिंग करने और प्रकृति के सुन्दर रूप को निहारने आते हैं।

शारदा गार्डन – मैहर टूरिस्ट प्लेस | Sharda Garden – Maihar Tourist Places in Hindi

शारदा गार्डन मैहर में मैहर देवी मंदिर के पास स्थित एक गार्डन है। यह खूबसूरत गार्डन एक शांति  और सुंदरता से भरपूर जगह  है जहां आराम से समय बिताने के लिए लोकल और टूरिस्ट्स आना पसंद करते हैं। अक्सर लोग मैहर मंदिर में दर्शन करने के बाद शारदा गार्डन में घूमने के लिए आते हैं। 

यह गार्डन मैहर शहर के जीवन की हलचल से दूर एक शांत सी जगह है। यह प्रकृति से जुड़ने और रोजमर्रा की भागदौड़ से मुक्ति पाने के लिए एक बेहतरीन जगह है। अक्सर यहाँ लोग फोटोग्राफी के लिए आना पसंद करते हैं। 

श्री सिद्धिविनायक मंदिर – मैहर टूरिस्ट प्लेस | Shri SiddhiVinayak Mandir – Maihar Tourist Places in Hindi

मैहर में स्थित सिद्धिविनायक मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें सिद्धिविनायक के नाम से भी जाना जाता है। यह स्थानीय लोगों के लिए एक विशेष धार्मिक स्थल है। यह मंदिर पारम्परिक आर्किटेक्चर से बना हुआ है। धार्मिक समारोहों और त्यौहारों के सिद्धिविनायक मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है।

कई हिंदू मंदिरों की तरह, सिद्धिविनायक मंदिर भगवान गणेश को समर्पित महत्वपूर्ण अवसरों के दौरान विशेष समारोह और धार्मिक समारोह का आयोजन किया जाता है। विशेष रूप से, गणेश चतुर्थी इस मंदिर में एक महत्वपूर्ण त्योहार है।

मैहर किला – मैहर टूरिस्ट प्लेस | Maihar Fort – Maihar Tourist Places in Hindi

मैहर किला, जिसे आल्हा खंड किला भी कहा जाता है, मैहर शहर में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। इस किले को स्थानीय नायक आल्हा से जुड़ा हुआ माना जाता है। यह किला मैहर शहर के बीच एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यह स्थान रणनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है।

मैहर किले का एक समृद्ध इतिहास है और माना जाता है कि इसका निर्माण कलचुरी राजवंश के शासनकाल के दौरान किया गया था। यह अलग अलग  ऐतिहासिक घटनाओं से जुड़ा रहा है और बाद में बुंदेला राजपूतों के अधिकार में आ गया। मैहर किले में पारंपरिक राजपूत आर्किटेक्चर है। किले में दीवारें, बुर्ज और द्वार हैं जो उस युग के डिजाइन और निर्माण शैलियों को दर्शाते हैं।

गोला मठ मंदिर | Gol Math Mandir – Maihar Tourist Places in Hindi

Maihar Tourist Places in Hindi

गोला मठ मंदिर, मैहर शहर में स्थित एक प्राचीन स्थल है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और अपने धार्मिक महत्व और स्थापत्य सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह मंदिर जटिल नक्काशी और  डिजाइन कार्य के साथ पारंपरिक उत्तर भारतीय मंदिर के आर्किटेक्चर से बना हुआ है।

इच्छापूर्ति मंदिर | IchhaPoorti Mandir – Maihar Tourist Places in Hindi

इच्छापूर्ति हनुमान मंदिर, मैहर शहर में स्थित श्री हनुमान को समर्पित प्रसिद्द मंदिर है। मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति स्थापित है जो ध्यान मुद्रा में है। भगवान हनुमान की छवि पूजनीय है, और भक्त उनका आशीर्वाद पाने के लिए प्रार्थना और प्रसाद चढ़ाते हैं।

इच्छापूर्ति मंदिर प्रार्थना और ध्यान के लिए एक शांत वातावरण प्रदान करता है। यह मंदिर शाम के समय रौशनी में जगमगाता हुआ बहुत सुन्दर दृश्य प्रस्तुत करता है। 

पन्निखोह वॉटरफॉल – मैहर टूरिस्ट प्लेस | Pannikhoh Waterfall – Maihar Tourist Places in Hindi

पन्निखोह वॉटरफॉल मैहर के पास एक सुंदर  प्राकृतिक झरना है। यह खूबसूरत झरना एक लोकप्रिय टूरिस्ट आकर्षण है और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन जगह है। पन्निखोह वॉटरफॉल मैहर से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह एक जंगल के बीच शांत एरिया में बसा हुआ है। 

पन्निखोह वॉटरफॉल एक मौसमी झरना है। इसका बहाव बारिश / मानसून के समय अलग हो सकता है । मानसून के मौसम के दौरान पन्नीखोह वॉटरफॉल अपने सबसे सुन्दर रूप में होता है, जिसमें पानी का तेज बहाव चट्टानों से गिरता है।

आल्हा देव मंदिर – मैहर टूरिस्ट प्लेस | Alha Dev Mandir – Maihar Tourist Places in Hindi

यह मंदिर स्थानीय नायक, आल्हा और उदल को समर्पित है। मंदिर में आल्हा और उदल की मूर्तियाँ है और साथ ही उनकी तलवार और खड़ाऊँ भी रखे हुए हैं। यह मंदिर और आल्हा और उदल की मूर्तियां  इस क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत हैं ।

मंदिर के पीछे एक तालाब बना हुआ है जिसे आल्हा तालाब कहा जाता है । आल्हा तालाब के पानी का उपयोग शारदा मंदिर में धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा आदि के लिए किया जाता है। मंदिर में आल्हा अखाड़ा भी है जिसका सम्बन्ध भी आल्हा उदल से बताया जाता है। 

बड़ा अखाड़ा मंदिर | Bada Akhada Mandir – Maihar Tourist Places in Hindi

भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर के परिसर में 100 से अधिक शिवलिंग हैं। यह एक नया मंदिर है। 

मैहर घूमने का समय | Best Time to Visit Maihar City

अक्टूबर से फरवरी तक, सर्दी के महीने आम तौर पर मैहर की यात्रा के लिए सबसे सुखद और लोकप्रिय समय होते हैं। आमतौर पर इस दौरान मौसम ठंडा और आरामदायक है। सर्दियों के मौसम में कई स्थानीय त्यौहार यहाँ आयोजित किये जाते हैं और यह टूरिस्ट्स के लिए एक अनुभव है। 

मार्च से अप्रैल के महीनों के दौरान यहाँ मौसम सुहाना होता है। इस दौरान मौसम न तो बहुत गर्म है और न ही बहुत ठंडा है। यह मैहर शहर और इसके टूरिस्ट आकर्षणों को देखने का एक अच्छा समय है।

मैहर में गर्मी के महीने, मई और जून, गर्म और शुष्क होते हैं और तापमान 40 डिग्री से ज्यादा होता है। यह मौसम आउटडोर एक्टिविटी के लिए अच्छा नहीं है। 

जुलाई से सितंबर के दौरान यहाँ प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम पर होती है। इस दौरान यह पूरा एरिया हरियाली से भरा पूरा होता है और झरने, जैसे पन्निखोह झरना इस समय के दौरान अपने सबसे सुन्दर रूप में होते हैं।

मैहर कला महोत्सव | Maihar Kala Mahotsav

मैहर कला महोत्सव एक शास्त्रीय संगीत और नृत्य महोत्सव है जिसका आयोजन मानसून के मौसम के दौरान किया जाता है। 

कैसे पहुँचे – मैहर | How to reach – Maihar Tourist Places in Hindi

मैहर शहर सड़क, रेल और हवाई मार्ग से देश के बाकि हिस्सों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। 

सड़क द्वारा | By Road

मैहर राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों के नेटवर्क के द्वारा मध्य प्रदेश और अन्य पड़ोसी राज्यों के नजदीकी शहरों और कस्बों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। सड़क द्वारा मैहर पहुंचने के लिए टूरिस्ट अपने पर्सनल व्हीकल का इस्तेमाल कर सकते हैं या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या पब्लिक या प्राइवेट ट्रांसपोर्ट बस का इस्तेमाल भी  कर सकते हैं। यह शहर सड़क मार्ग द्वारा सतना, जबलपुर, रीवा और कटनी जैसे शहरों से जुड़ा हुआ है।

ट्रेन द्वारा | By Train

मैहर का अपना रेलवे स्टेशन, “मैहर रेलवे स्टेशन” है, जो भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। 

हवाई मार्ग द्वारा | By Flight

मैहर का सबसे नजदीक का एयरपोर्ट जबलपुर एयरपोर्ट , जिसे डुमना एयरपोर्ट भी कहा जाता है, मैहर शहर से लगभग 155 किलोमीटर दूर स्थित है। जबलपुर एयरपोर्ट से मैहर तक पहुंचने के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या बस से पहुंच सकते हैं। 

मैहर में खाना | Food – Maihar Tourist Places in Hindi

मैहर में टूरिस्ट्स बिरयानी, पुलाव, परांठे और नान और रोटी जैसे अलग अलग प्रकार के भोजन मिलते हैं। मध्य प्रदेश के प्रसिद्द भोजनों में पोहा, साबूदाना खिचड़ी और दाल बाफला जैसे डिश शामिल हैं। 

Beatific Uttarakhand !

1 Comment

  1. मैहर माता के दर्शन के बारे में काफी अच्छी जानकारी है |

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