Joshimath Tourist Places Hindi : जोशीमठ उत्तराखंड के चमोली जिले में एक शहर है जो उत्तराखंड का प्रमुख हिल स्टेशन भी है। जोशीमठ को अक्सर टूरिस्ट औली रोपवे के स्टार्टिंग पॉइंट के रूप में जानते हैं। जोशीमठ संस्कृत शब्द ज्योतिर्मठ से आया है। जोशीमठ आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार प्रमुख पीठों में से एक है। अन्य तीन पीठ श्रृंगेरी , पूरी और द्वारका में हैं।
जोशीमठ एक हिल स्टेशन और एक धार्मिक महत्त्व के शहर के रूप में प्रसिद्द है। जोशीमठ में स्थापित शंकराचार्य पीठ , बद्री मंदिर, नरसिंघ मंदिर और अन्य मंदिरों के दर्शन के लिए देश के दूर के भागों से टूरिस्ट आते हैं। जोशीमठ से केवल १५ किलोमीटर के दूरी पर बसा हुआ औली एक स्की रिसोर्ट है जहाँ हर साल सर्दियों में हजारों टूरिस्ट स्की करने और बर्फ का आनंद लेने के लिए आते हैं।
जोशीमठ को बद्रीनाथ यात्रा का गेटवे भी कहा जाता है। इसके अलावा नंदा देवी , त्रिशूल पर्वत, हाथी पर्वत और हिमालय के बहुत से अन्य प्रसिद्द शिखरों के दर्शन यहाँ से किये जा सकते हैं।
जोशीमठ टूरिस्ट प्लेस | Joshimath Tourist Places Hindi
जैसे जैसे भारत में टूरिज्म पॉपुलर हो रहा है वैसे वैसे हर साल उत्तराखंड आने वाले टूरिस्ट की संख्या भी बढ़ती जा रही है। उत्तराखंड के कई ऐसे हिल स्टेशन जो पहले टूरिस्ट्स की आसान पहुंच में नहीं थे , अब टूरिस्ट बहुत आसानी से वहां पहुंच पाते हैं।
जोशीमठ के मुख्य टूरिस्ट प्लेसे
औली रोपवे – जोशीमठ टूरिस्ट प्लेस | Auli Ropeway – Joshimath Tourist Places Hindi
जोशीमठ का सबसे पॉपुलर टूरिस्ट पॉइंट औली रोपवे है। यह 4 किलोमीटर लम्बा रोपवे टूरिस्ट्स को 22 मिनट की गंडोला / उड़न खटोला राइड का अनुभव कराता है। 22 मिनट का ये रोपवे राइड जीवन भर ना भूलना वाला अनुभव है। इस राइड में जोशीमठ से औली के रास्ते हवा में जाने का अनुभव अनोखा है। इस दौरान रास्ते का नजारा हर किसी को बहुत पसंद आता है।
रोपवे के दौरान घाटी का व्यू वहाँ के मौसम पर बहुत निर्भर करता है। सर्दियों में बर्फ से ढकी घाटी देखने को मिलती है और गर्मियों में हरियाली। जिस भी मौसम में आप जोशीमठ जाएं , ये राइड तो करनी चाहिए। क्योंकि ये राइड इतनी पॉपुलर है तो इसके लिए टिकट मिलना थोड़ा मुश्किल है। अगर आप जोशीमठ पहुंच कर औली रोपवे राइड बुक करना चाहते है तो रोपवे के टिकट विंडो पर सुबह ६ बजे से टूरिस्ट लाइन में लग जाते हैं। सर्दियों में दिन छोटा होने के कारण गंडोला कम राइड करता हैं लेकिन गर्मियों में दिन लम्बे होने के कारण गंडोला राइड भी ज्यादा देर तक होता हैं।
औली रोपवे राइड के लिए ऑनलाइन टिकट भी बुक कर सकते हैं। इसके लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम लिमिटेड (GMVNL) के वेबसाइट https://heliservices.uk.gov.in/auliropeway.aspx पर टिकट खरीद सकते हैं।
औली – जोशीमठ टूरिस्ट प्लेस | Auli – Joshimath Tourist Places Hindi
औली भारत के स्की रिसोर्ट के नाम से फेमस है। इसे गढ़वाली में औली बुग्याल के नाम से भी जाना जाता है, इसका मतलब होता है “घास का मैदान”। अगर आप स्नो स्पोर्ट्स में रूचि रखते हैं और भारत में स्नो स्पोर्ट्स डेस्टिनेशन ढूंढ रहे हैं तो जोशीमठ से केवल 15 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ औली इस ट्रिप में जरूर शामिल करें। एडवेंचर स्पोर्ट्स में रूचि रखने वालों के लिए , खासकर ट्रैकर्स, बाइकर , कैंपर्स और एडवेंचर स्पोर्ट्स लवर के लिए औली एक परफेक्ट लोकेशन है।
औली आने के लिए औली रोपवे तो है , लेकिन अगर किसी वजह से आप औली रोपवे से नहीं आ पा रहे हैं तो जोशीमठ से औली के लिए टैक्सी से भी आ सकते हैं। औली पहुंचने के बाद स्की स्लोप तक ले जाने के लिए भी चेयर लिफ्ट है जो कि एक छोटी रोपवे राइड है। इसके अलावा औली में बनी अर्टिफिशियल लेक भी पॉपुलर है। सर्दियों में ये लेक बर्फ से जम जाती है। इस लेक के पानी का इस्तेमाल औली के स्की स्लोप को मेन्टेन करने के लिए किया जाता है। गर्मियों में पहाड़ों से घिरी ये लेक बहुत सुन्दर लोकेशन है।
औली का हनुमान मंदिर भी बहुत ख़ास है। कहा जाता है कि जिस जगह पर यह मंदिर है , इसी जगह पर संजीवनी बूटी लेने के लिए निकले हनुमान जी ने थोड़ी देर बैठ कर आराम किया था और यही से संजीवनी बूटी को ढूंढा था। इस मंदिर से बर्फ से ढकी नंदा देवी की चोटी भी दिखाई देती है।
नंदा देवी नेशनल पार्क | Nanda Devi National Park – Joshimath Tourist Places Hindi
नंदा देवी नेशनल पार्क एक UNESCO Heritage Site है। इस नेशनल पार्क में हिमालय के इस भाग में पाए जाने वाले वनस्पति और जानवरों को संरक्षित किया जाता है। इस पार्क में फूलों कि बहुत से ऐसी प्रजातियां देखी जा सकती हैं जो कहीं और देखने को नहीं मिलती हैं। यह नेशनल पार्क अपने फ्लॉरा और फौना के लिए प्रसिद्द है।
शैलधर तपोवन | Shaildhar Tapovan – Joshimath Tourist Places Hindi
जोशीमठ से १३ किलोमीटर की दूरी पर शैलधर तपोवन एक प्रसिद्द टूरिस्ट स्पॉट है जो अपने प्राकृतिक गर्म पानी के झरने के लिए जाना जाता है। इस झरने का पानी काफी तेज़ गर्म होता है। शैलधर तपोवन एक जोशीमठ के पास एक छोटा गांव है। जोशीमठ के बिजी टूरिस्ट प्लेसेस से कुछ दूरी पर ही यह गांव यहाँ आने वालों को प्रकृति के सुन्दर और शांत वातावरण में कुछ समय बिताने का मौका देता है।
स्लीपिंग ब्यूटी माउंटेन | Sleeping Beauty Mountain view – Joshimath Tourist Places Hindi
यह एक माउंटेन व्यू है जिसे देखने पर ऐसा लगता है कि जैसे कोई स्त्री सोई हुई है। पहाड़ों की चोटियां इस तरह का आभास देती हैं। यहाँ आने वाले टूरिस्ट्स के लिए ये एक फोटोग्राफी पॉइंट हैं।
घांघरिया / गोविन्द धाम | Ghanghariya / Govind Dham
यह जोशीमठ से लगभग १५ किलोमीटर के दूरी पर प्रकृति के गोद में बसा हुआ एक छोटा गांव है। अगर आप ट्रेकिंग में रूचि रखते हैं तो घांघरिया से फूलों के घाटी के लिए ट्रेकिंग ज्वाइन कर सकते हैं। यह गांव हेमकुंड जाने वाले श्रद्धालओं के लिए बेस भी है।
गोर्सन बुग्याल ट्रैक – जोशीमठ टूरिस्ट प्लेस | Gorson Bugyal Trek – Joshimath Tourist Places Hindi
गोर्सन बुग्याल ट्रेक गर्मियों के मौसम में एक आसान ट्रैक है जो औली से 3 किलोमीटर पर है। इस ट्रैक पर आप सेब के बाग भी देख सकते हैं। यह ट्रैक देवदार के जंगल से हो कर गुजरता है। सर्दियों में यह ट्रेक बर्फ की वजह से काफी मुश्किल होता है। कुछ टूरिस्ट गोरसो बुग्याल पहुंच कर वहाँ कैंपिंग भी करते हैं।
चैत्रा कुण्ड – जोशीमठ टूरिस्ट प्लेस | Chaitra Kund
गुरसों बुग्याल से 1 किलोमीटर की दूरी पर चैत्रा कुण्ड ट्रैकर्स के बीच एक पॉपुलर डेस्टिनेशन है। मीठे पानी की यह लेक है एक शांत सी जगह है और बहुत ज्यादा टूरिस्ट यहाँ नहीं आते हैं ।
क्वारी बुग्याल ट्रैक | Kwari Bugyal Trek
यह एक लम्बा ट्रैक है जो गुरसों बुग्याल से आगे क्वारी बुग्याल तक है। यह ट्रैक गर्मियों के मौसम में काफी पसंद किया जाता है और यहाँ पहुंच कर हिमालय के बर्फ से ढके पहाड़ों को देखना एक अनुभव है।
चिनाब लेक ट्रैक -जोशीमठ टूरिस्ट प्लेस | Chinab Lake Trek
चिनाब लेक एक मैन मेड लेक है और यहाँ तक ट्रैक कर के जाया जा सकता है। यह एक मुश्किल ट्रैक है क्योकि ये एक पथरीला रास्ता है। इस ट्रैक पर बाइक या कार नहीं जा सकती है। मुश्किल ट्रैक होने के कारण यहाँ बहुत ज्यादा टूरिस्ट्स नहीं आते हैं ।
जोशीमठ टूरिस्ट प्लेस | Temples – Joshimath Tourist Places Hindi
ज्योतिर्मठ बद्रिकाश्रम – जोशीमठ टूरिस्ट प्लेस | Jyotirmath Badrikashram – Joshimath Tourist Places Hindi
हिमालय में स्थित ज्योतिर्मठ बद्रिकाश्रम आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित एक ज्योतिष पीठ है। यह मठ शंकराचार्य द्वारा भारत के चार कोनों में स्थापित मठों में से एक है। अन्य तीन ज्योतिर्मठ पूर्व में पुरी, दक्षिण में श्रृंगेरी और पश्चिम में द्वारका में हैं। ८वीं सदी में स्थापित यह ज्योतिर्मठ हिन्दू धर्म के अनुयायिओं के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।
इसी मठ के नाम पर इस शहर का नाम जोशीमठ है जो इतिहास में ज्योतिर्मठ के नाम से ही जाना जाता था ।
कल्पवृक्ष | Kalpvriksh – Joshimath Tourist Places Hindi
लगभग 1200 साल पुराना यह कल्पवृक्ष एक तीर्थ के रूप में मान्य है। कहा जाता है कि इसी कल्पवृक्ष के नीचे बैठ कर आदि गुरु शंकराचार्य ने तपस्या की थी। इस कल्पवृक्ष के नीचे ही ज्योतेश्वर महादेव का मंदिर स्थापित है जो भगवान् शिव को समर्पित है।
नरसिंह मंदिर | Narsing Temple – Joshimath Tourist Places Hindi
नरसिंह मंदिर जोशीमठ में स्थापित एक प्राचीन मंदिर है जो भगवान के नरसिंह अवतार को समर्पित है। भगवान्इ नरसिंह का शरीर आधा शेर और आधा मानव का था इसीलिए उन्हें नरसिंह नाम से पुकारा जाता है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि भविष्य में आने वाली एक प्राकृतिक आपदा के चलते यह मंदिर डूब जायेगा और यहाँ से बद्रीनाथ जाने के लिए अभी जो रास्ता है , वह भी नहीं रहेगा।
भविष्य बद्री मंदिर – जोशीमठ टूरिस्ट प्लेस | Bhavishya Badri Temple – Joshimath Tourist Places Hindi
जोशीमठ से लगभग १५ किलोमीटर के दूरी पर भविष्य मंदिर स्थापित है। भविष्य बद्री मंदिर एक विशेष महत्त्व प्राप्त मंदिर है। इस मंदिर का सम्बन्ध जोशीमठ के नरसिंह मंदिर से है। ऐसा कहा जाता है कि प्राकृतिक आपदा के चलते जोशीमठ के नरसिंह मंदिर के डूबने के बाद नरसिंह भगवान् की मूर्ती का दांया हाथ इस मंदिर में मूर्ती से जुड़ेगा और नरसिंह भगवान् इस मंदिर में रहेंगे। तब यह मंदिर ही बद्रीनाथ मंदिर होगा। क्योंकि ये एक भविष्य की घटना है इसीलिए इसे भविष्य बद्री मंदिर कहा जाता है।
भविष्य केदार मंदिर – जोशीमठ टूरिस्ट प्लेस | Bhavishya Kedar Temple – Joshimath Tourist Places Hindi
जोशीमठ का यह मंदिर भविष्य केदार मंदिर के नाम से जाना जाता है। जिस तरह से नरसिंह मंदिर के बारे में कहा जाता है उसी तरह से केदारनाथ धाम के बारे में भी कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह मंदिर भविष्य में केदारनाथ मंदिर होगा।
वृद्ध बद्री मंदिर | Vriddh Badri Temple – Joshimath Tourist Places Hindi
वृद्ध बद्री मंदिर जोशीमठ से लगभग ७ किलोमीटर की दूरी पर है। यह भगवान् विष्णु के वृद्ध रूप को समर्पित मंदिर है। कहा जाता है कि यहाँ पर नारद मुनि ने तपस्या की थी और भगवान् विष्णु एक बूढ़े के रूप में उनके पास आये थे।
विष्णुप्रयाग – जोशीमठ टूरिस्ट प्लेस | Vishnuprayag – Joshimath Tourist Places Hindi
जोशीमठ से 12 किलोमीटर की दूरी पर विष्णुप्रयाग स्थित है जो अलकनंदा और धौलीगंगा का संगम है। विष्णुप्रयाग एक धार्मिक महत्त्व की जगह होने के साथ ही साथ एडवेंचर स्पोर्ट्स में रूचि रखने वाले टूरिस्ट्स के लिए भी एक आकर्षण है।
जोशीमठ कैसे पहुचें | How to reach – Joshimath Tourist Places Hindi
फ्लाइट से | By Flight
जोशीमठ के सबसे पास देहरादून एयरपोर्ट है। देहरादून से जोशीमठ की दूरी लगभग 290 किलोमीटर है। उत्तराखंड के देहरादून एयरपोर्ट के लिए देश के सभी बड़े एयरपोर्ट्स से फ्लाइट या फिर कनेक्टिंग फ्लाइट मिल जाती हैं। एक बार देहरादून एयरपोर्ट पहुँचने के बाद आप बस या टैक्सी से जोशीमठ तक सड़क के रास्ते पहुंच सकते हैं।
ट्रेन से | By Train
जोशीमठ एक छोटा सा हिल स्टेशन है जो ट्रेन नेटवर्क से कनेक्टेड नहीं है। ट्रेन से देहरादून या ऋषिकेश तक पंहुचा जा सकता है और वहां से सड़क के रास्ते ही जोशीमठ तक जा सकते हैं।
सड़क के रास्ते | By Road to Joshimath
मोटर बाइकिंग में रूचि रखने वाले बहुत से टूरिस्ट जोशीमठ तक बाइक राइड करके भी आते हैं।
अगर आप अपनी कार से ट्रेवल कर रहे हैं तो जोशीमठ तक आसानी से पहुंच सकते हैं। हालाँकि इससे आगे औली जाने के लिए सर्दियों में कार ले जाने की परमिशन नहीं होती है क्योंकि सड़कें बर्फ से ढकी होती हुई होती हैं।
शॉपिंग | Shopping – Joshimath Tourist Places Hindi
अगर आप शॉपिंग करना चाहते हैं तो उसके लिए जोशीमठ मार्किट जा सकते हैं। यहाँ से वूलन कपड़े , शाल और स्नो बूट्स खरीद सकते हैं। इसके अलावा क्राफ्ट के कुछ आइटम भी आप यहाँ से खरीद सकते हैं।
खाना | Food – Joshimath Tourist Places Hindi
जोशीमठ में गढ़वाली खाना सर्व करने वाले कई रेस्टॉरेंट्स हैं जहाँ आप वेज और नॉन वेज दोनों तरह का खाना एन्जॉय कर सकते हैं। गढ़वाल की बाल मिठाई काफी फेमस है। नॉन वेज में कचमौलि यहाँ की प्रसिद्द डिश है।
रहना / होमस्टे / रिसॉर्ट्स / होटल | Stay – Joshimath Tourist Places Hindi
जोशीमठ और इसके आस पास घूमने और सभी टूरिस्ट स्पॉट देखने के लिए 2 से 3 दिन का टाइम लगता है। इसके अलावा यहाँ का मौसम और शांत वातावरण अपने आप में ख़ास है। यहाँ लगभग पूरे साल ही टूरिस्ट्स आते रहते हैं इसीलिए पहले से बुकिंग कर के जान ही ठीक है। यहाँ रहने के लिए हर बजट में होटल मिल जायेंगे। होटल बुकिंग के लिए आप ऑनलाइन होटल्स बुक कर सकते हैं। जोशीमठ में होमस्टे भी रुकने के लिए एक अच्छा ऑप्शन है।
जाने का समय / मौसम | Best time to visit – Joshimath Tourist Places Hindi
जोशीमठ जाने के लिए अक्टूबर से मार्च तक का मौसम सबसे अच्छा है। यहाँ का तापमान पूरे साल ही ठंडा रहता है।
गर्मियों में यहाँ का मौसम बहुत सुहाना होता है और मॉन्सूनम में यहाँ पर ठण्ड पड़ने लगती है। मानसून में अक्सर यहाँ के रास्तों में लैंड स्लाइड हो जाते हैं इसीलिए बारिश में यहाँ जयादा टूरिस्ट नहीं आते हैं।
सर्दियों में यहाँ काफी ठण्ड पड़ती है। दिसंबर 20 के बाद से औली में स्की एक्टिविटी के लिए आने वाले टूरिस्ट काफी बड़ी संख्या में होते हैं।
अगर आप ट्रेकिंग के लिए आना चाहते हैं तो मार्च से जून तक का मौसम सबसे सही है क्योंकि उस समय यह यहाँ फूलों से भरी घाटियाँ आप देख सकते हैं।
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