Mukteshwar Tourist Places Hindi : मुक्तेश्वर, उत्तराखंड में नैनीताल जिले में बसा हुआ एक हिल स्टेशन है। नैनीताल से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित मुक्तेश्वर का मौसम पूरे साल सुहाना रहता है और गर्मियों के मौसम में यहाँ टूरिस्ट मौसम का आनन्द लेने और एडवेंचर स्पोर्ट्स का मजा लेने के लिए आते हैं। मुक्तेश्वर समुद्र तल से 2000 मीटर से भी ज्यादा ऊँचाई पर स्थित है , सर्दियों में यहाँ पर बर्फ भी पड़ती है।
मुक्तेश्वर नाम क्यों पड़ा ? | Why Mukteshwar – Mukteshwar Tourist Places Hindi
भारत में हर एक शहर और कस्बे का कुछ न कुछ धार्मिक और ऐतिहासिक महत्त्व जरूर है और यह इन शहरों और अन्य जगहों के नाम में भी अनुभव होता है। मुक्तेश्वर नाम क्यों पड़ा , इस बारे में भी पौराणिक कथाओं में जिक्र मिलता है। कहा जाता है कि भगवान् शिव ने यहाँ एक राक्षस का वध किया था और उसे मुक्ति प्रदान की थी यानी उस राक्षस को जीवन मृत्यु के चक्र से मुक्त किया था। इसीलिए तभी से इस जगह का नाम मुक्तेश्वर कहलाया।
लोकल भाषा में इसे यहाँ के लोग मुक्तसर भी कहते हैं।
हिल स्टेशन – मुक्तेश्वर टूरिस्ट प्लेस | Hill Station – Mukteshwar Tourist Places Hindi
मुक्तेश्वर एक छोटा हिल स्टेशन है जो बिजी टूरिस्ट सिटी जैसा बिलकुल भी नहीं है। यहाँ बहुत जयदा कमर्शियल मार्किट और फैसिलिटीज नहीं मिलती हैं लेकिन शहरों के भीड़ और शोर से दूर एक सुखद और आरामदायक छुट्टी के साथ सुहाना मौसम टूरिस्ट्स को एक नयी ताज़गी देता है।
मुक्तेश्वर का मुक्तेश्वर धाम मंदिर देखने और यहाँ प्रार्थना करने के लिए दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं।
मुक्तेश्वर टूरिस्ट प्लेस | Mukteshwar Tourist Places Hindi
सीतला गांव | Sitla VIllage – Mukteshwar Tourist Places Hindi
मुक्तेश्वर से केवल 5 किलोमीटर के दूरी पर सीतला गांव टूरिस्ट्स के लिए मुक्तेश्वर आने का एक प्रमुख आकर्षण है। सीतला एक छोटा सा हिल स्टेशन है और इस जगह का पौराणिक महत्त्व भी है। यहाँ पर एक शीतला देवी का मंदिर स्थित है। कहा जाता है कि देवी शीतला ने सबसे पहले यहाँ पर पैर रखा था। यह एक छोटा गांव है जहाँ बहुत ज्यादा टूरिस्ट्स नहीं आते हैं। सीतला से हिमालय के चोटियों के सुन्दर व्यू और ठंडा मौसम देखने और अनुभव करने को मिलता है ।
मुक्तेश्वर महादेव मंदिर – मुक्तेश्वर टूरिस्ट प्लेस | Mukteshwar Mahadev Temple – Mukteshwar Tourist Places Hindi
मुक्तेश्वर मंदिर भगवन शिव को समर्पित मंदिर है। यह मंदिर लगभग 5500 साल पुराना है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान किया था। मुक्तेश्वर महादेव मंदिर से घाटी और आस पास के प्रकृति का बेहद सुन्दर नजारा देखने को और अनुभव करने को मिलता है। इस मंदिर को एक सिद्ध पीठ माना जाता है और यह भगवान् शिव को समर्पित १८ मुख्य मंदिरों में से एक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह मंदिर उसी जगह पर है जहाँ भगवान् शिव ने एक राक्षस को मार कर उसे मुक्ति प्रदान की थी।
हर साल इस मंदिर में बड़े धार्मिक उत्सवों का आयोजन होता है। महाशिवरात्रि के दिन यहाँ बड़ी संख्या में लोकल और टूरिस्ट आते हैं।
चौली की जाली – मुक्तेश्वर टूरिस्ट प्लेस | Chowley ki Jaali – Mukteshwar Tourist Places Hindi
मुक्तेश्वर महादेव मंदिर के पास ही चौली के जाली स्थित है। यह एक चट्टान में लगभग २ फ़ीट का छेद है। चौली की जाली की बहुत मान्यता है और महाशिवरात्रि को विशेष पूजा को पूर्ण करने के लिए महिलाएं इस जाली से निकल कर दूसरी ओर जाती हैं।
चौली की जाली एक फेमस सनसेट पॉइंट है। इसके अलावा यह एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए एक अच्छी लोकेशन है। यहाँ ज़िप लाइन और फ्लाइंग फॉक्स फ्लाइंग एक्टिविटी भी कराई जाती हैं।
दत्तात्रेय साईनाथ मंदिर – मुक्तेश्वर टूरिस्ट प्लेस | Dattatrey Sainath Temple
नैनीताल से मुक्तेश्वर जाते समय मुक्तेश्वर से 5 किलोमीटर पहले दत्तात्रेय साई नाथ का मंदिर है। यह मंदिर साई को समर्पित हैं।
जीरो पॉइंट – मुक्तेश्वर टूरिस्ट प्लेस | Zero Point- Mukteshwar Tourist Places Hindi
यह एक व्यू पॉइंट है। इसे जीरो पॉइंट कहा जाता है क्योंकि यह पॉइंट एक आखिरी पॉइंट है , इसके आगे एक गहरी खाई है। यह पॉइंट एक पॉपुलर टूरिस्ट पॉइंट और व्यू पॉइंट है। जीरो पॉइंट से घाटी में छाए बादल देखना बहुत सुकून भरा लगता है और यहाँ बैठ कर समय बिताना यहाँ आने वाले लगभगहर टूरिस्ट को पसंद आता है। खास कर सुबह और शाम के समय यहाँ का नज़ारा अद्भुत होता है।
भालू गाड़ वॉटरफॉल | Bhalu Gad Waterfall – Mukteshwar Tourist Places Hindi
भालू गाड़ वॉटरफॉल एक प्रसिद्द वॉटरफॉल है। इस वॉटरफॉल पर जाने के लिए 50 रुपये प्रति व्यक्ति का एंट्री टिकट लेना होता है। यह वॉटरफॉल जंगल में थोड़ी दूर तक अंदर जाने के बाद देखने को मिलता है। झरने तक पहुंचने के लिए लगभग 2 किलोमीटर तक ट्रेकिंग कर के जाना होता है। यह एक सुन्दर झरना है । भालू गाड़ के झरने के रास्ते में कुछ छोटे वॉटरफॉल भी मिलते हैं और अक्सर टूरिस्ट उन्हें ही मुख्य वॉटरफॉल समझ कर बीच रास्ते से ही वापिस चले जाते हैं।
भालू गाड़ झरने तक जाने के लिए रास्ते के जानकारी टिकट विंडो पर अच्छी तरह से बात कर के कन्फर्म कर लेना सही रहता है। झरने पर जा कर आप इस के ठन्डे पानी में नहा भी सकते हैं।
इंस्पेक्शन बंगला – मुक्तेश्वर टूरिस्ट प्लेस | Inspection Bungalow – Mukteshwar Tourist Places Hindi
यह इंस्पेक्शन बंगला ब्रिटिश समय का बना हुआ है और अपनी लोकेशन के लिए जाना जाता है। यहाँ से पहाड़ों और घाटी का सुन्दर व्यू मिलता है। इंस्पेक्शन बांग्ला मुक्तेश्वर मंदिर के पास ही एक साइट है और यहाँ सुबह आकर समय बिताना लोग पसंद करते हैं।
एडवेंचर स्पोर्ट्स | Adventure Sports – Mukteshwar Tourist Places Hindi
उत्तराखंड एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए टूरिस्ट्स की पहली पसदं है। मुक्तेश्वर में होटल्स और टूर क्लब्स के द्वारा एडवेंचर स्पोर्ट्स कराये जाते हैं। यहाँ आप कैंपिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, माउंटेन बाइकिंग, ज़िप लाइन, स्काई वाक, पैराग्लाइडिंग जैसे स्पोर्ट्स का मजा ले सकते हैं। पैराग्लाइडिंग यहाँ सबसे ज्यादा पॉपुलर एडवेंचर एक्टिविटी है।
फ्रूट गार्डन्स | Fruit Gardens – Mukteshwar Tourist Places Hindi
मुक्तेश्वर के फ्रूट गार्डन्स भी यहाँ का एक आकर्षण है। खास कर सेब से लदे हुए पेड़ यहाँ जगह जगह दिखाई देते हैं। माल्टा भी यहाँ पर काफी ज्यादा होता है और यही कारण है कि जगह जगह मुक्तेश्वर में माल्टा के जूस कार्नर हैं। अगर आप उस सीजन में आते हैं तो इन फ्रेश फलों का स्वाद भी ले सकते हैं।
मुक्तेश्वर कैसे पहुचें | How to reach – Mukteshwar Tourist Places Hindi
फ्लाइट से | By Flight to Mukteshwar
मुक्तेश्वर पहुंचने के लिए सड़क का रास्ता सबसे अच्छा है। दिल्ली से यहाँ तक अच्छी सड़कें बानी हुई हैं और अक्सर दिल्ली और आस पास के टूरिस्ट यहाँ अपनी कार से आना पसंद करते हैं। इस हिल स्टेशन के सबसे पास पंत नगर एयरपोर्ट है। पंत नगर से यहाँ तक की दूरी लगभग 95 किलोमीटर है। उत्तराखंड के पंत नगर एयरपोर्ट के लिए दिल्ली से फ्लाइट कनेक्टिविटी हैं। एक बार पंत नगर एयरपोर्ट पहुँचने के बाद आप बस या टैक्सी से यहाँ तक सड़क के रास्ते पहुंच सकते हैं।
ट्रेन से | By Train to Mukteshwar
मुक्तेश्वर एक छोटा सा हिल स्टेशन है जो ट्रेन नेटवर्क से कनेक्टेड नहीं है। यहाँ के सबसे पास का रेलवे स्टेशन काठगोदाम है जो लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। काठगोदाम से यहाँ तक के लिए बस और टैक्सी से आया जा सकता है
सड़क के रास्ते | By Road to Mukteshwar
मोटर बाइकिंग में रूचि रखने वाले बहुत से टूरिस्ट यहाँ तक बाइक राइड करके भी आते हैं।
अगर आप अपनी कार से ट्रेवल कर रहे हैं तो यहाँ तक आसानी से पहुंच सकते हैं। मुक्तेश्वर के रास्ते में सर्दियों में अक्सर बर्फ देखने को मिलती है ऐसे में बाइक से आना थोड़ा असुरक्षित है।
शॉपिंग | Shopping- Mukteshwar Tourist Places Hindi
अगर आप शॉपिंग करना चाहते हैं तो उसके लिए मुक्तेश्वर मार्किट जा सकते हैं। यहाँ से वूलन कपड़े , शाल आदि खरीद सकते हैं। इसके अलावा क्राफ्ट के कुछ आइटम भी आप यहाँ से खरीद सकते हैं।
किल्मोड़ा शॉप | Kilmoda Shop – Mukteshwar Tourist Places Hindi
किल्मोड़ा शॉप एक प्रसिद्द शॉप है जहाँ से आप कुमांयूनी क्राफ्ट आइटम, कपडे , शो-पीस आदि खरीद सकते हैं। यहाँ आपको मुक्तेश्वर के अग्रि प्रोडक्ट्स भी देखने और खरीदने को मिलेंगे।
खाना | Food in Mukteshwar
मुक्तेश्वर में कुमांयूनी खाना सर्व करने वाले कई रेस्टॉरेंट्स हैं जहाँ आप वेज और नॉन वेज दोनों तरह का खाना एन्जॉय कर सकते हैं। यहाँ भट की दाल और आलू के गुटके प्रसिद्द कुमांयूनी डेलिकेसी हैं। इसके अलावा अन्य कुमांयूनी डिश भी यहाँ आकर टेस्ट जरूर करनी चाहिए।
रहना -मुक्तेश्वर टूरिस्ट प्लेस | Stay – Mukteshwar Tourist Places Hindi
मुक्तेश्वर और इसके आस पास घूमने और सभी टूरिस्ट स्पॉट देखने के लिए 1 से 2 दिन का टाइम लगता है। इसके अलावा यहाँ का मौसम और शांत वातावरण अपने आप में ख़ास है। यहाँ लगभग पूरे साल ही टूरिस्ट्स आते रहते हैं इसीलिए पहले से बुकिंग कर के जाना ही ठीक है। ख़ास कर वीकेंड की लिए बुकिंग कर के ही जाना चाहिए। बाकी दिनों में होटल्स और होमस्टेस आसानी से मिल सकते हैं पर वह भी यहाँ के मौसम पर निर्भर करता है।
गर्मियों में यहाँ बुकिंग कन्फर्म कर के ही जाना चाहिए। यहाँ रहने के लिए हर बजट में होटल मिल जायेंगे। होटल बुकिंग के लिए आप ऑनलाइन होटल्स बुक कर सकते हैं।
मुक्तेश्वर में काफी होमस्टेस हैं। शहर में सिटी सेण्टर के पास होमस्टे या होटल होने से मुक्तेश्वर घूमना काफी आसान हो जाता है।
जाने का समय / मौसम | Best time to visit – Mukteshwar Tourist Places Hindi
मुक्तेश्वर जाने के लिए गर्मियां सबसे अच्छा मौसम है। उत्तर भारत के मैदानों में गर्मी बहुत ज्यादा पड़ती है और ऐसे में उत्तराखंड के हिल स्टेशन्स पर बड़ी संख्या में टूरिस्ट आते हैं। मुक्तेश्वर छोटा हिल स्टेशन होने के कारन यहाँ नैनीताल और मसूरी जैसे भीड़ नहीं होती है , इसीलिए गर्मियों में भी यहाँ टूरिस्ट आना पसदं करते हैं।
सर्दियों में यहाँ बर्फ पड़ती है। अगर आप बर्फ का आनद लेने के लिए मुक्तेश्वर आना चाहते हैं तो नवंबर से फरवरी का मौसम सबसे अच्छा है।
किसी भी मौसम में यहाँ आते समय अपने साथ गर्म कपडे रख लेना चाहिए क्योंकि दिन में भले ही ज्यादा ठंडा न हो , लेकिन सुबह और शाम को मौसम काफी ठंडा हो जाता है।
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