Raipur Tourist Places Hindi : रायपुर शहर भारत के छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी है। यह छत्तीसगढ़ राज्य का सबसे बड़ा शहर है और इसके प्रशासनिक मुख्यालय के रूप में स्थापत है। रायपुर शहर महानदी पर स्थित है। यह शहर छत्तीसगढ़ का औद्योगिक और शैक्षिक केंद्र बन गया है।
रायपुर में ऐतिहासिक स्थानों , मंदिरों और पार्कों सहित कई टूरिस्ट प्लेस हैं। रायपुर शहर के प्रमुख टूरिस्ट प्लेस में महंत घासीदास मेमोरियल और म्यूजियम , नंदन वन पार्क और सफारी और महाकोशल आर्ट गैलरी शामिल हैं।
इतिहास – रायपुर टूरिस्ट प्लेस | History – Raipur Tourist Places Hindi
रायपुर का इतिहास प्राचीन काल का है। इस क्षेत्र में 9 वें शताब्दी के ऐतिहासिक प्रमाण देखे जा सकते हैं। इस क्षेत्र का वर्णन रामायण और महाभारत महाकाव्यों में भी मिलता है। रामायण काल में यह क्षेत्र दक्षिण कोसल का हिस्सा था। सदियों से यहाँ अलग अलग शासकों ने राज्य किया है।
रायपुर के आसपास का क्षेत्र समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से भरा पूरा है। यह शहर मौर्य साम्राज्य और बाद में सातवाहन राजवंश का हिस्सा रहा है। इस क्षेत्र में कल्चुरी राजवंश के दौरान शरभपुरिया राजाओं का शासन भी रहा है।
18 वीं शताब्दी में रायपुर पर मराठा शासन का अधिकार हो गया। उस दौरान रायपुर एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक केंद्र बन गया था । ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने मराठों को हराकर रायपुर पर कब्ज़ा कर लिया। ब्रिटिश शासन काल के दौरान यह शहर मध्य प्रांत और बरार का हिस्सा बन गया।
1947 में भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद रायपुर शहर, मध्य प्रदेश की राजधानी बन गया। साल 2000 में जब छत्तीसगढ़ को मध्य प्रदेश से अलग कर एक अलग राज्य बनाया गया तब रायपुर इसकी राजधानी बना दिया गया।
Raipur Tourist Places Hindi
रायपुर शहर टूरिस्ट्स के लिए ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक आकर्षणों का एक समन्वय है। यहाँ रायपुर के मुख्य टूरिस्ट प्लेस जान सकते हैं !
महंत घासीदास मेमोरियल म्यूजियम | Mahant Ghasidas Memorial Museum – Raipur Tourist Places Hindi
रायपुर शहर में स्थित महंत घासीदास मेमोरैल म्यूजियम एक मुख्य म्यूजियम है जो इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, इतिहास और कला को प्रदर्शित करता है। महंत घासीदास म्यूजियम की स्थापना सन 1875 में हुई थी और इसका नाम समाज सुधारक और इस क्षेत्र के इतिहास के प्रमुख व्यक्ति महंत घासीदास के नाम पर रखा गया है। यह म्यूजियम कलाकृतियों, मूर्तियों और पेंटिंग का संग्रह है जो छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पुरातात्विक विरासत का प्रतीक है।
महंत घासीदास म्यूजियम का एक भाग पुरातात्विक कलाकृतियों को समर्पित है जिसमें अनेकों मूर्तियां और शिलालेख शामिल हैं। ये कलाकृतियाँ इस क्षेत्र के प्राचीन इतिहास और यहां शासन करने वाले राजवंशों के बारे में टूरिस्ट्स को जानकारी देता है।
म्यूजियम के एक भाग में छत्तीसगढ़ राज्य की जनजातियों और समुदायों की पारंपरिक कला, शिल्प और जीवन शैली को प्रदर्शित किया गया है। म्यूजियम में पारंपरिक कपड़े, गहने, उपकरण और संगीत यंत्रों सहित आदिवासी कलाकृतियों का संग्रह है।
नंदन वन ज़ू और सफारी | Nandan Van Zoo and Safari – Raipur Tourist Places Hindi
नंदन कानन ज़ू रायपुर के बाहरी इलाके में स्थित एक प्रसिद्द जूलॉजिकल पार्क है। नंदन वन ज़ू अपने संरक्षण प्रयासों के लिए जाना जाता है और यहाँ अनेकों जानवरों और पक्षियों का संरक्षण किया जाता है । इस ज़ू में एक सफारी पार्क भी है जहां टूरिस्ट्स ड्राइव-थ्रू सफारी का अनुभव कर सकते हैं।
नंदन वन ज़ू रायपुर शहर के केंद्र से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सफारी इस ज़ू का मुख्य आकर्षण है। यहाँ पर टूरिस्ट्स शेर, बाघ, तेंदुआ, भालू, हाथी, हिरण और अनेकों पक्षियों की प्रजातियां देख सकते हैं।
नंदन वन में स्थित बटरफ्लाई / तितली पार्क है जो विशेष रूप से डिजाइन किए गए बाड़े में अनेकों प्रजातियों की तितलियों को प्रदर्शित करता है। ज़ू के इस भाग में कभी कभी कुछ प्रोग्राम आयोजित किये जाते हैं।
दूधधारी मठ और मंदिर | Doodhadhari Math and Temple – Raipur Tourist Places Hindi
यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है और अपनी सुन्दर नक्काशी के लिए जाना जाता है। पास ही स्थित दूधाधारी मठ ध्यान और मैडिटेशन के लिए एक शांत स्थान है। दूधाधारी मठ और मंदिर रायपुर में महानदी के तट पर स्थित हैं।
यह मठ और मंदिर परिसर स्वामी बलभद्र दास को समर्पित है, जिन्हें दूधाधारी बाबा के नाम से भी जाना जाता है। वह एक संत और आध्यात्मिक नेता थे जो 17वीं शताब्दी के दौरान यहाँ रहे थे। यह परिसर उनकी शिक्षाओं और स्मृति के सम्मान में बनाया गया था।
दूधाधारी मठ और मंदिर त्योहारों के दौरान महत्वपूर्ण उत्सवों का आयोजन करता है , खासकर भगवान राम के जन्मदिन राम नवमी के दौरान यहाँ भक्त धार्मिक समारोहों में भाग लेने और आशीर्वाद लेने के लिए इकट्ठा होते हैं।
Purkhauti Muktangan – Raipur Tourist Places Hindi | पुरखौती मुक्तांगन
पुरखौती मुक्तांगन नया रायपुर में स्थित एक म्यूजियम है। इस म्यूजियम का उद्देश्य छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विविधता को प्रदर्शित करना है। म्यूजियम का मुख्य उद्देश्य विशेष रूप से आदिवासी समुदायों और उनके पारंपरिक जीवन शैली पर ध्यान आकर्षित करना है ।
पुरखौती मुक्तांगन म्यूजियम में आदमकद आदिवासी झोपड़ियाँ, मूर्तियाँ और आदिवासी जीवन शैली को दर्शाते कृतियां हैं।
यह टूरिस्ट्स को राज्य की अनेकों जनजातियों की परंपराओं, रीति-रिवाजों और कला रूपों से परिचय कराता है। यहाँ आना टूरिस्ट्स के लिए एक विशेष अनुभव है। यहाँ परिसर में जनजातीय त्योहारों और रीति-रिवाजों को मनाने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन करता है। ये आयोजन लोकल लोगों और टूरिस्ट्स दोनों के लिए विशेष आकर्षण है।
विवेकानंद सरोवर | Vivekananda Sarovar – Raipur Tourist Places Hindi
विवेकानंद सरोवर को बूढ़ा तालाब के नाम से भी जाना जाता है। यह एक सुन्दर झील है। इस झील का नाम प्रसिद्ध दार्शनिक स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखा गया है। इस झील के बीच में एक मंच पर स्वामी विवेकानन्द की एक बड़ी प्रतिमा स्थापित है।
एक कनेक्टिंग ब्रिज जरिये टूरिस्ट्स आइलैंड तक पहुंच सकते हैं और स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि दे सकते हैं। विवेकानन्द सरोवर अपने शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यह झील हरियाली से घिरी हुई है और शहर की हलचल से दूर टूरिस्ट्स के लिए एक शांतिपूर्ण रिसोर्ट है। टूरिस्ट्स यहाँ बोटिंग कर सकते हैं ।
विवेकानन्द सरोवर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों, त्योहारों और सार्वजनिक समारोहों का आयोजन भी किया जाता है।
बंजारी माता मंदिर | Banjari Mata Mandir – Raipur Tourist Places Hindi
महानदी के तट पर स्थित यह मंदिर बंजारी माता को समर्पित है। बंजारी माता मंदिर एक प्रसिद्द मंदिर है जो पूजनीय देवी बंजारी माता को समर्पित है। यह एक प्रसिद्द तीर्थ स्थल है और बड़ी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है। नवरात्रि उत्सव के दौरान विशेष रूप से यहाँ बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं।
बंजारी माता मंदिर महानदी के तट पर स्थित है, जो मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए एक सुंदर और शांत स्थान प्रदान करता है।
त्रिवेणी संगम | Triveni Sangam – Raipur Tourist Places Hindi
रायपुर में तीन नदियों का संगम जो महानदी, पैरी और सोंदुर नदियों का संगम क्षेत्र है। इस संगम को “त्रिवेणी संगम” के नाम से जाना जाता है। त्रिवेणी संगम भारत के सभ्यता में सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है और ऐसा भारत के अलग अलग हिस्सों में देखा जाता है। नदियों के संगम, विशेषकर तीन नदियों को हिंदू परंपरा में पवित्र माना जाता है। माना जाता है कि ऐसे बिंदुओं में आध्यात्मिक और शुद्धिकरण गुण होते हैं, और तीर्थयात्री अक्सर धार्मिक अनुष्ठानों और समारोहों के लिए संगम स्थल पर जाते हैं।
त्रिवेणी संगम के पवित्र जल में स्नान करना भक्तों के लिए धार्मिक प्रथाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। त्रिवेणी संगम पर विशेष आयोजनों और त्योहारों का आयोजन भी होता है।
एनर्जी पार्क रायपुर | Energy Park Raipur – Raipur Tourist Places Hindi
रायपुर स्थित एनर्जी पार्क को ऊर्जा पार्क भी कहा जाता है। यह एक शैक्षिक पार्क है जिसका मूल उद्देश्य लोगों के बीच ऊर्जा संरक्षण को ले कर जागरूकता पैदा करना है। यह एक थीम पार्क है जहाँ बच्चे खेलते हुए सीख सकते हैं।
छत्तीसगढ़ नवीकरणीय विकास एजेंसी (सीआरडीए) द्वारा स्थापित यह एनर्जी पार्क बच्चों और बड़ों के लिए बोटिंग , फाउंटेन और अन्य मनोरंजक एक्टिविटी आयोजित करता है।
एनर्जी पार्क में होने वाला म्यूजिकल फाउंटेन शो यहाँ का एक विशेष आकर्षण है। पार्क परिसर में रेस्टोरेंट भी है जहां स्नैक आदि मिल जाते हैं।
रायपुर जाने का अच्छा समय | Best Time to Visit
रायपुर घूमने के लिए यह सर्दी का मौसम सबसे अच्छा है। इस दौरान मौसम ठंडा और सुहाना होता है। इस मौसम में तापमान लगभग 10 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। आउटडोर एक्टिविटी के लिए यह मौसम सबसे अच्छा है।
गर्मियों के दौरान रायपुर काफी गर्म हो जाता है। इस मौसम में अक्सर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा हो सकता है। मई और जून के समय यहाँ बहुत ज्यादा गर्मी होती है।
रायपुर में मानसून का मौसम भारी बारिश वाला होता है। इस दौरान यहाँ हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम पर होती है। इस दौरान तापमान भी गर्मियों के मुक़ाबले कम होता है हालाँकि इस दौरान नमी काफी ज्यादा होता है।
कैसे पहुंचे | How to Reach – Raipur Tourist Places Hindi
रायपुर फ्लाइट , ट्रेन और सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
फ्लाइट से | By Flight
रायपुर पहुंचे के लिए देश के अलग अलग हिस्सों से रायपुर स्थित स्वामी विवेकानन्द एयरपोर्ट तक डायरेक्ट या कनेक्टेड डोमेस्टिक फ्लाइट से पहुँच सकते हैं। यह एयरपोर्ट रायपुर शहर के केंद्र से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित है।
एयरपोर्ट से रायपुर के टूरिस्ट प्लेस तक टैक्सी या लोकल ट्रांसपोर्ट से पहुँच सकते हैं।
ट्रेन से | By Train
रायपुर में मुख्य रेलवे स्टेशन रायपुर जंक्शन है और यह भारत के विभिन्न शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
रायपुर के लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और कई अन्य शहरों से रेगुलर ट्रेन सेवा उपलब्ध है। यह जंक्शन शहर के केंद्र में स्थित है और स्टेशन से ऑटो-रिक्शा, टैक्सी और साइकिल रिक्शा जैसे लोकल ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
सड़क द्वारा | By Road
रायपुर राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क से जुड़ा है, और प्रमुख राजमार्ग शहर से या उसके पास से गुजरते हैं। स्टेट ट्रांसपोर्ट बसें और प्राइवेट बसें रायपुर पहुँचने के लिए अच्छा साधन हैं। इसके आलावा टैक्सी या अपने निजी वहां से रायपुर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
12 Pingbacks