Udaipur City Tourist Places Hindi : उदयपुर शहर , झीलों की नगरी , भारत का तीसरा सबसे प्रसिद्द शहर जहाँ सबसे ज्यादा टूरिस्ट सिर्फ देश से नहीं बल्कि दुनिया के कोने कोने में फैले देशों से आते है। राजस्थान का सबसे ज्यादा प्रसिद्द शहर उदयपुर राणा उदय सिंह ने सन 1559 में बसाया था। राजस्थान का सबसे बड़ा और भारत का दूसरा सबसे बड़ा पैलेस, सिटी पैलेस उदयपुर में ही है। उदयपुर केवल एक शहर नहीं है बल्कि राजस्थान के शानदार इतिहास का भाग रहा है। इतिहास में मेवाड़ की राजधानी रहा उदयपुर आज भी राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर को संजोये हुए है।
उदयपुर सिटी: इतिहास | History – Udaipur City Tourist Places Hindi
सन 1559 में राणा उदय सिंह ने उदयपुर शहर की स्थापना की। कहा जाता है कि जिस जगह पर सिटी पैलेस का त्रिपोलिया गेट है , उस जगह पर राणा ने एक खरगोश का शिकार किया था और इस जगह को शुभ मान कर वहाँ एक पत्थर गाड़ दिया। पास कि पहाड़ी पर तपस्या कर रहे गोस्वामी प्रेमगिरि की सलाह पर उन्होंने वही पर अपना महल बनाने का निश्चय किया।
सन 1559 में ही पिछोला झील बनाने का काम शुरू हो गया और 1562 में इस झील का काम पूरा हुआ। इसी झील के किनारे राणा उदय सिंह ने अपना महल बनाया और इस तरह से उदयपुर शहर की नींव रखी गयी।
उदयपुर सिटी : झीलों का शहर | City of Lakes – Udaipur City Tourist Places Hindi
झीलों के शहर उदयपुर को “वेनिस ऑफ़ ईस्ट ” और ” मोस्ट रोमांटिक सिटी ऑफ़ इंडिया ” के नाम से भी जाना जाता है। उदयपुर में कोई एक या दो नहीं बल्कि 7 झीलें हैं। लेक पिछोला , फ़तेह सागर लेक, राज समंद लेक, जय समंद लेक, दूध तलाई, उदय सागर लेकऔर स्वरुप सागर लेक। ये सारी झीलें अर्टिफिशियल हैं , इनमें से कोई भी झील नेचुरल नहीं है।
इन झीलों के अलावा उदयपुर अपनी ऐतिहासिक इमारतों , समृद्ध इतिहास, प्राकृतिक सुंदरता, और बड़े बड़े होटल्स के लिए जाना जाता है। वैसे तो उदयपुर सारे साल ही एक पॉपुलर टूरिस्ट डेस्टिनेशन रहता है लेकिन मानसून और सर्दियों में यहाँ बहुत बड़े नंबर में टूरिस्ट आते हैं। लगभग 10 लाख टूरिस्ट हर साल उदयपुर घूमने और देखने के लिए आते हैं ।
अगर आप उदयपुर शहर जाने का प्लान बना रहे हैं तो शहर के बारे में और इसके टूरिस्ट प्लेसेस की लिस्ट पहले से बना लेना आपको बहुत मदद करेगा। उदयपुर शहर में पहुंचने के बाद आपको इस शहर का माहौल बहुत पसंद आएगा। उदयपुर के लोग काफी हेल्पफुल हैं और शहर में घूमने में आपको को समस्या नहीं होगी।
अगर आप ऑटो रक्षा से घूमना चाहते हैं तो ये बहुत ही अच्छा है। आप सारे दिन के लिए एक ऑटो अपने साथ रख सकते हैं और ऑटो ड्राइवर आपको उदयपुर शहर के सारे टूरिस्ट स्पॉट्स पर ले जायेगा। इसके लिए आप पहले ही ऑटो ड्राइवर से बात कर लें। 6 घंटे के लिए ऑटो ड्राइवर 600 रुपये लेते हैं। इससे ज्यादा के लिए भी आप बात कर सकते हैं।
टैक्सी बहुत ही आसानी से मिल जाती हैं। अक्सर होटल स्टाफ आप को इसमें काफी हेल्प कर सकता हैं। मौसम के अनुसार आप कपडे पैक करें। मानसून में रेनकोट की जरूरत होती हैं और अगर अक्टूबर नवंबर का महीना हैं तो शाम के समय अच्छी ठण्ड हो जाती हैं , इसके अनुसार ही कपडे रखें। अगर आप छोटे बच्चों के साथ मानसून में ट्रेवल कर रहे हैं तो उनके लिए जैकेट या वूलेन कपडे जरूर रख लें।
उदयपुर सिटी : टूरिस्ट प्लेस | Udaipur City Tourist Places Hindi
सिटी पैलेस उदयपुर | City Palace Udaipur – Udaipur City Tourist Places Hindi

सिटी पैलेस उदयपुर का सबसे प्रसिद्द और सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टूरिस्ट प्लेस है। सिटी पैलेस को उदयपुर के राणा उदय सिंह ने 1551 में बनवाया था। सिटी पैलेस एक भव्य पैलेस है जो भारत के सबसे बड़े महलों में से एक है। सिटी पैलेस को पूरा होकर अपनी वर्तमान स्वरुप में आने में 400 साल का समय लगा। इसे अलग अलग समय पर मेवाड़ के राजाओं की 22 पीढ़ियों ने बनवाया है।
सिटी पैलेस में कुल 11 गेट हैं। सिटी पैलेस में टूरिस्ट महाराणा प्रताप कक्ष , मोर चौक, अमर विलास , बाड़ी महल, दिलखुश महल, भीम विलास, शीश महल , शाही म्यूजियम और जानना महल के कक्ष देख सकते है। सिटी पैलेस के बारे में विस्तार से पढ़ने और जानने के लिए आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
लेक पैलेस : उदयपुर सिटी | Lake Palace – Udaipur City Tourist Places Hindi

लेक पैलेस को पहले जग निवास के नाम से जाना जाता था। लेक पैलेस को मेवाड़ के महाराणा जगत सिंह ने बनवाया था और उन्ही के नाम पर इसे जग निवास कहा जाता था। मेवाड़ के राणाओं का ग्रीष्म पैलेस ( समर पैलेस ) लेक पिछोला में एक अर्टिफिशियल द्वीप पर बना हुआ है। अभी लेक पैलेस को एक होटल बना दिया गया है और ये ताज लेक पैलेस के नाम से भी जाना जाता है। ताज लेक पैलेस दुनिया के सबसे अच्छे और मंहगे होटल्स में से एक है।
जग मंदिर : उदयपुर | Jag Mandir – Udaipur City Tourist Places Hindi
जग मंदिर लेक पिछोला के बीच में एक आईलैंड पर बना हुआ है। इसे बनाने का श्रेय महाराणा अमर सिंह ( 1551), महाराणा कर्ण सिंह ( 1620) और महाराणा जगत सिंह (1628) को जाता है। महाराणा जगत सिंह के नाम पर ही इसे जग मंदिर नाम दिया गया है। ये पैलेस एक सुरक्षित लोकेशन की वजह से अक्सर राजनैतिक शरणार्थियों के लिए इस्तेमाल किया जाता था। महाराणा इसे अपनी उत्सव और मनोरंजन स्थान के रूप में भी इस्तेमाल करते थे।

अभी जग पैलेस सेलिब्रिटी शादियों के लिए काफी मांग में रहता है। जब आप जग मंदिर जायेंगे तो बोट राइडर आपको ये बताना बिलकुल नहीं भूलेगा कि इसी जगह पर बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन कि शादी के फंक्शन्स हुए थे।
केसरियाजी ऋषभ देव जैन टेम्पल : उदयपुर | Udaipur City Tourist Places Hindi
कमलमुद्रा में बैठे आदिनाथ जी का ये मंदिर 9 वी सदी में बना है। केसरियाजी का ये मंदिर रावल खूयाँ के समय में बनवाया गया था। ये मंदिर जैन धर्म कि दोनों शाखाओं दिगंबर और श्वेताम्बर के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।
इस मंदिर में केसरिया जी कि काळा पत्थर कि 3 फ़ीट 5 इंच ऊंची मूर्ती है । मंदिर में एक धर्मशाला और एक भोजनालय भी है।
सज्जनगढ़ मानसून पैलेस : उदयपुर | Sajjangarh Monsoon Palace – Udaipur City Tourist Places Hindi
सज्जनगढ़ पैलेस या मानसून पैलेस महाराणा सज्जन सिंह का बनवाया एक आलिशान महल है। महाराणा ने इसे मानसून के मौसम के लिए ख़ास तौर पर तैयार कराया था। महाराणा इसे 9 मंजिल ऊंचा महल बनवाना चाहते थे। अगर ये महल इतना ऊंचा बन पाता तो इसके सबसे ऊपर के मंजिल से चित्तोड़ के किले को देखा जा सकता था।
दुर्भाग्य से महाराणा इसे पूरा नहीं बनवा पाए और उनकी मृत्यु हो गई। बाद में महाराणा फ़तेह सिंह ने इसे 5 मंजिल तक बनवाया। सबसे ऊपर के मंजिल को बादल महल कहा जाता है। मानसून के मौसम में इस महल की छत पर बादल उतरे देखे जा सकते हैं और यहाँ से फ़तेह सागर लेक और सिटी पैलेस का सुन्दर नजारा देखा जा सकता है।

जगदीश मंदिर : उदयपुर सिटी | Jagdish Mandir – Udaipur City Tourist Places Hindi
सिटी पैलेस उदयपुर के बड़ा पोल के पास ही जगदीश मंदिर स्थित है। ये मंदिर पहले जगन्नाथ राय मंदिर के नाम से जाना जाता है। जगदीश मंदिर महाराणा जगत सिंह के समय में , 1651 में बन कर तैयार हुआ। इस मंदिर में भगवन विष्णु, शिव , गणेश और देवी शक्ति के मूर्तियां स्थापित हैं।

फ़तेह सागर लेक : उदयपुर सिटी | Fateh Sagar Lake – Udaipur City Tourist Places Hindi
फ़तेह सागर लेक एक अर्टिफिशियल लेक है। महाराणा फ़तेह सिंह के नाम पर इस लेक का नाम फ़तेह सागर पड़ा है। फ़तेह सागर लेक में तीन आईलैंड बने हुए हैं। इस लेक के तीन तरफ अरावली की पहाड़ियां हैं और एक तरफ उदयपुर शहर।

फ़तेह सागर लेक के पास काफी होटल और रेस्टोरेंट्स हैं। इस लेक के चारों तरफ के रोड पर लोग मॉर्निगं और इवनिंग वाक के लिए अक्सर जाते हैं। शाम के समय लेक का नजारा देखने लायक होता है। हर शाम को यहाँ इवनिंग मार्किट लगता है जहां लोग फ़ास्ट फ़ूड जॉइंट्स पर एन्जॉय करते दिख जाएंगे।
अगर आप फ़तेह सागर लेक के पास होटल में रुकते हैं तो वहां से रात में रोशनी में चमकता हुआ नेहरू गार्डन देखा जा सकता है।
नेहरू गार्डन : उदयपुर सिटी | Nehru garden – Udaipur City Tourist Places Hindi
नेहरू गार्डन, फ़तेह सागर लेक में एक आइलैंड पर बना हुआ एक गार्डन है जहाँ से फ़तेह सागर लेक और अरावली की पहाड़ियों के सुन्दर नज़ारे देखे जा सकते हैं। गार्डन के एक तरफ एक व्यू पॉइंट भी है और यहाँ लोग अक्सर फोटोशूट करते हैं।

नेहरू गार्डन उदयपुर | Nehru Garden Udaipur Hindi
सुखदिआ सर्किल : उदयपुर सिटी | Sukhadia Circle – Udaipur City Tourist Places Hindi
सुखदिआ सर्किल फाउंटेन एक थ्री लेवल फाउंटेन है। ये फाउंटेन संगमरमर से बना हुआ है। ये फाउंटेन 21 फ़ीट ऊंचा है और टूरिस्ट और लोकल लोगों के लिए एक मनोरंजक जगह है। इस फाउंटेन के पास स्ट्रीट फ़ूड के बहुत से दुकानें हैं। इस फाउंटेन के पास बोटिंग भी की जा सकती है।

सहेलियों की बाड़ी : उदयपुर सिटी | Saheliyon ki bari – Udaipur City Tourist Places Hindi
सहिलेयों की बाड़ी एक पॉपुलर टूरिस्ट प्लेस है। इसे राणा संग्राम सिंह ने अपनी पत्नी और उनकी सहिलेयों के लिए बनवाया था। कहा जाता है कि राणा संग्राम सिंह की पत्नी के साथ उनकी 48 सहेलियां विवाह में उनके साथ आयी थी। उन सभी के मनोरंजन और आराम के लिए राणा ने सहिलेयों की बाड़ी बनवाया था।
सहेलियों के बाड़ी गार्डन में एक म्यूजियम भी है जहाँ राज परिवार से सम्बंधित संग्रह भी है। ये स्थान फ़तेह सागर लेक के पास ही है और आप यहाँ ऑटो से आसानी से जा सकते हैं। यहाँ कुछ आर्टिफैक्ट्स की दुकाने भी हैं।

लेक पिछोला : उदयपुर सिटी | Lake Pichola – Udaipur City Tourist Places Hindi
लेक पिछोला उदयपुर शहर की सबसे पहली लेक है जिसे राणा उदय सिंह ने बनवाया था। पिछोला गांव के नाम पर इसका नाम लेक पिछोला पड़ा है। इस लेक के किनारे पर ही सिटी पैलेस ऑफ़ उदयपुर बना हुआ है। इस लेक में 2 अर्टिफिशियल आइलैंड बने हुए हैं। इनमे से एक आइलैंड पर जग मंदिर और एक पर लेक पैलेस बना हुआ है। इस लेक में सिटी पैलेस से जग मंदिर तक बोटिंग कर जा सकते हैं।

लेक पिछोला उदयपुर शहर का मुख्य टूरिस्ट स्पॉट है। लेक पिछोला में बोटिंग करते हुए सिटी पैलेस , जग मंदिर और ताज लेक पैलेस के सुन्दर फोटो लिए जा सकते हैं।
लेक पिछोला उदयपुर | Lake Pichola Udaipur
मोती मगरी | Moti Magri – Udaipur City Tourist Places Hindi

मोती मगरी या पर्ल हिल फ़तेह सागर के पास एक पहाड़ी है। महाराणा भगवत सिंह ने सन 1948 में मेवाड़ के सबसे ज्यादा प्रसिद्द राणा, महाराणा प्रताप को श्रद्धांजलि देते हुए यहाँ उनकी 11 फ़ीट ऊंची एक प्रतिमा स्थापित कि थी। मोती मगरी से उदयपुर शहर का सुन्दर नजारा देखा जा सकता है। यहाँ एक म्यूजियम भी बनाया गया है जहाँ राज परिवार से सम्बंधित पेंटिंग्स देखी जा सकती हैं। महाराणा प्रताप मेमोरियल के साथ ही यहाँ एक जापानी रॉक गार्डन है जिसे टूरिस्ट काफी पसंद करते हैं।
नीमच माता टेम्पल : उदयपुर सिटी | Neemach Temple – Udaipur City Tourist Places Hindi
फ़तेह सागर लेक के पास ही देवली में ,पहाड़ी पर नीमच माता का मंदिर है। अगर आप शाम के समय फ़तेह सागर लेक आते है तो पहाड़ी पर जगमगाता हुआ नीमच माता का मंदिर देख सकते हैं। लगभग एक किलोमीटर की चढ़ाई कर के नीमच माता मंदिर पहुंच सकते हैं। मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियां भी हैं और सड़क का रास्ता भी।
नीमच माता मंदिर को उदयपुर का वैष्णो देवी मंदिर भी कहा जाता है। नीमच माता को अम्बे माता के नाम से भी पुकारा जाता है।
करनी माता , उदयपुर सिटी | Karni Mata Mandir – Udaipur City Tourist Places Hindi
मंशापूर्णा करणी माता मंदिर मछला मगरा पहाड़ी पर स्थित है। इस मंदिर तक जाने के लिए रोड , सीढ़ियां या फिर रोपवे से जाया जा सकता है। करणी माता का ये मंदिर पहाड़ी पर स्थित होने का कारण, ऊँचाई से उदयपुर शहर का बहुत सुन्दर नजारा देखा जा सकता है।
करनी माता का बीकानेर का मंदिर चूहों के लिए भी जाना जाता है। उसी तरह से उदयपुर के करनी माता के मंदिर में भी कुछ चूहों को रखा गया है। अभी करणी माता का ये मंदिर अंडर कंस्ट्रक्शन है।
प्रताप गौरव केंद्र : उदयपुर सिटी | Pratap Gaurav Center – Udaipur City Tourist Places Hindi
प्रताप गौरव केंद्र टाइगर हिल पर बना हुआ एक टूरिस्ट प्लेस है। यहाँ आकर टूरिस्ट महाराणा प्रताप के बारे में बहुत कुछ जान सकते हैं। प्रताप गौरव केंद्र में भारत माता मंदिर , भारत दर्शन दीर्घा , आर्ट गैलरीज़ ऑफ़ महाराणा प्रताप पेंटिंग , ५७ फ़ीट स्टेचू ऑफ़ महाराणा प्रताप , स्टेचू ऑफ़ चेतक और स्टेचू ऑफ़ मीरा बाई देखा जा सकता है।
गुलाब बाग़ और चिड़ियाघर : उदयपुर सिटी | Rose Garden / Zoo – Udaipur City Tourist Places Hindi
गुलाब बाग को उदयपुर ज़ू भी कहा जाता है। इस बाग़ में गुलाब के फूल काफी ज्यादा होने की वजह से इसे ये नाम दिया गया है। इस बाग़ में एक कमल तालाब है जो यहाँ आने वाले लोगों द्वारा काफी पसंद किया जाता है। गुलाब बाग़ में फलों के पेड़ भी देखे जा सकते हैं।
इसी बाग़ के अंदर एक ज़ू है जहाँ ब्लैक तेंदुआ, शुतुरमुर्ग / Ostriches, ज़ेबरा / Zebras, गिबन / Gibbons और गेंडे / Rhinos देखे जा सकते हैं।
प्रताप पार्क | Pratap park – Udaipur City Tourist Places Hindi
प्रताप पार्क उदयपुर शहर का एक नया आकर्षण है। ये एक बड़ा पार्क और ओपन जिम है। लेक पिछोला के किनारे बना हुआ प्रताप पार्क बच्चों में खासा पसंद किया जाता है। इस पार्क में ” I Love Udaipur ” का एक स्लोगन लगा है जो एक पॉपुलर सेल्फी पॉइंट है। इसके बैकग्राउंड में पिछोला लेक और पहाड़िया आती हैं।
एकलिंगजी टेम्पल | Ekling Ji Temple – Udaipur City Tourist Places Hindi
8 वी सदी में मेवाड़ के राजा बाप्पा रावल ने श्री एकलिंगजी का ये मंदिर बनवाया था। एकलिंग जी मंदिर भगवान् शिव को समर्पित है और मेवाड़ के राज परिवार का पारम्परिक मंदिर है। इस मंदिर में अब भी मेवाड़ का राज परिवार ख़ास मौकों पर पूजा करने आता है। सोमवार के दिन यहाँ काफी भीड़ रहती है।
एकलिंग जी का ये ऐतिहासिक मंदिर उदयपुर से 20 किलोमीटर NH 28 पर स्थित है।
बागोर की हवेली | Bagore ki Haweli – Udaipur City Tourist Places Hindi
1751 से 1778 तक मेवाड़ राज्य के प्रधानमन्त्री रहे अमरचंद बड़वा ने बागोर की हवेली को बनवाया था। 1878 में बागोर के महाराणा शक्तिसिंह ने इस हवेली में नए गेट बनवाये और तब से इसे बागोर की हवेली कहा जाने लगा। 1986 में बागोर की हवेली को एक म्यूजियम में बदल दिया गया। इस से पहले ये हवेली राजस्थान सरकार के अधिकारीयों के निवास के रूप में इस्तेमाल की जाती थी।

अहार मोनुमेंट्स / म्यूजियम | Museum – Udaipur City Tourist Places Hindi
अहार गांव में बने हुए ये मोनूमेंट्स मेवाड़ के राजाओं को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाये गए हैं। यहाँ 250 मोनूमेंट्स हैं जो छतरी के रूप में बनाये गए हैं। इनमें कुछ मोनूमेंट्स 350 साल पुराने हैं।
अम्ब्राइ / अमराई घाट | Amrai Ghat – Udaipur City Tourist Places Hindi
अम्ब्राइ / अमराई घाट को मांझी घाट के नाम से भी जानते हैं। ये लेक पिछोला का सबसे बड़ा घाट है। इस घाट पर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय बहुत सुन्दर नजारा देखा जा सकता है।
जयसमंद लेक | Jai Samand Lake – Udaipur City Tourist Places Hindi
17 वे सदी में महाराणा जय सिंह के समय में बनी जयसमंद लेक भारत की दूसरी सबसे बाड़ी अर्टिफिशियल / कृत्रिम लेक है।यही पर रूठी रानी का महल , राणा जय सिंह महल और हवा महल भी है।
जय समंद लेक के एक आइलैंड पर एक रिसोर्ट भी बना हुआ है जिसे दुनिया के सबसे मंहगे रिसॉर्ट्स स्टे में गिना जाता है।
विंटेज कार म्यूजियम | Vintage Car Museum – Udaipur City Tourist Places Hindi
विंटेज कार म्यूजियम उदयपुर के राजाओं के कारों का संग्रह है जिसे एक म्यूजियम बना दिया गया है। यहाँ आपको मेवाड़ राज परिवार के काम में आने वाली कारें देखने को मिलेंगी। अगर आप कारों के बारे में जानकारी रखना चाहते हैं और पिछले दशकों की ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी को करीब से देखना चाहते हैं तो विंटेज कार म्यूजियम आपके लिए ही है।
सहस्रबाहु टेम्पल | Sahastrabahu Temple – Udaipur City Tourist Places Hindi
सहस्त्रबाहु मंदिर जिसे लोग सासबहू मंदिर के नाम से भी जानते हैं , असल में ये भगवान् विष्णु के एक हजार भुजाओं वाले स्वरुप का मंदिर है। समय के साथ जैसे जैसे भाषा का स्वरुप बदला है , सहस्त्रबाहु मंदिर को जल्दी जल्दी में लोग सासबहू मंदिर कहने लगे। मजेदार बात ये है कि इसका सास और बहु से कोई लेना देना नहीं है।

सज्जनगढ़ पार्क | Sajjangarh Biological Park – Udaipur City Tourist Places Hindi
मानसून पैलेस या सज्जनगढ़ महल से सिर्फ 4 किलोमीटर कि दूरी पर सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क है जो 2015 में टूरिस्ट के लिए खोला गया है। सज्जनगढ़ पार्क में एशियाई शेर, बाघ, तेंदुआ, सांभर, भालू , नीलगाय, जंगली सूअर, लोमड़ी, मगरमच्छ और घड़ियाल देखे जा सकते हैं।
इस पार्क के बीच में एक लेक है जिसे जियान लेक के नाम से जाना जाता है। सर्दी के मौसम में इस पार्क में ट्रैकिंग भी की जाती है। मॉनसून में ट्रैकिंग और पार्क सफारी बंद कर दी जाती है।
शिल्पग्राम | Shilpgram – Udaipur City Tourist Places Hindi
शिल्पग्राम में राजस्थान के विभिन्न भागों से सांस्कृतिक और पारम्परिक कलाकारी और क्राफ्ट देखि जा सकती है। यहाँ शिल्पग्राम मेला भी लगता ही जिसमे राजस्थान के विंभिन्न लोक कलाकार अपनी कलाओं का प्रदर्शन करने के लिए दूर दूर से आते हैं। राजस्थान के अलावा महाराष्ट्र , गोवा और गुजरात के सांस्कृतिक और पारम्परिक कलाओं का भी प्रदर्शन यहाँ देखा जा सकता है।
अंडर द सन एक्वेरियम | Aquarium – Udaipur City Tourist Places Hindi
अंडर द सन एक्वेरियम भारत का सबसे बड़ा पब्लिक एक्वेरियम है। 125 मीटर लम्बा ये एक्वेरियम लगभग 150 तरह के अलग अलग मछलियों का संग्रह है। मछलियों के अलावा यहाँ और भी समुद्री जीव देखे जा सकते हैं जैसे कि एल्बिनो फ्रॉग , इण्डोनेशियन क्रैब और भी बहुत कुछ। OMG टैंक में अंदर जा कर समुद्र के अंदर के नज़ारे का अनुभव लिया जा सकता है।
दूध तलैया | Doodh Talliya
दूध तलैया राजस्थान का पहला म्यूजिकल फाउंटेन वाला गार्डन है। दूध तलैया को पंडित दीन दयाल उपाद्धाय पार्क के नाम से भी जाना जाता है। लेक पिछोला के किनारे पर बना दूध तलैया गार्डन टूरिस्ट के लिए एक मुख्य आकर्षण है।
क्रिस्टल गैलरी | Crystal Gallery – Udaipur City Tourist Places Hindi
सिटी पैलेस उदयपुर के फ़तेह सिंह काम्प्लेक्स में क्रिस्टल गैलरी है। इस क्रिस्टल गैलरी में 600 क्रिस्टल के आइटम रखे हुए है जिनको कभी भी इस्तेमाल नहीं किया गया है। महाराजा सज्जन सिंह ने 1877 में इन क्रिस्टल आइटम्स को बर्मिंघम में आर्डर दे कर बनवाया था लेकिन ये क्रिस्टल आइटम जब तक भारत पहुंचे तब तक महाराजा सज्जन सिंह कि मृत्यु हो गयी थी और इसीलिए इन बॉक्स को कभी खोला नहीं गया।
उसके बाद इन बॉक्स को 110 साल के बाद खोला गया और तब क्रिस्टल गैलरी में रखा गया। क्रिस्टल गैलरी पूरी दुनिया में सबसे बड़ा, क्रिस्टल का निजी संग्रह है। 1994 में इस क्रिस्टल संग्रह को एक म्यूजियम के तौर पर टूरिस्ट के लिए खोला गया।
ट्रैकिंग : उदयपुर सिटी | Trekking in Aravali – Udaipur City Tourist Places Hindi
उदयपुर सिटी में ट्रैकिंग का अनुभव भी किया जा सकता है। इसके लिए सर्दियों का मौसम सबसे अच्छा रहता है। सज्जनगढ़किले के पास के पहाड़ियों में सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में सर्दियॉं में ट्रैकिंग की जा सकती है। मानसून में ट्रैकिंग और जंगल सफारी एक्टिविटी बंद कर दी जाती हैं।
बाहुबली हिल | Bahubali Hill – Udaipur City Tourist Places Hindi
बाहुबली हिल्स , जैसे कि नाम से ही लगता है ये पहाड़ी बाहुबली फिल्म आने के बाद ज्यादा पॉपुलर हुई है। बाहुबली हिल उदयपुर आने वाले टूरिस्ट और लोकल के बीच फोटोशूट के लिए जानी जाती है। प्री वेडिंग शूट के लिए खासकर यहाँ पर लोग आते हैं।
बाहुबली हिल उदयपुर से १२ किलोमीटर दूर बड़ी लेक के पास एक व्यू पॉइंट है।
उदयपुर सिटी के आस पास : कुम्भलगढ़ किला , चित्तौड़गढ़ किला , एकलिंगजी मंदिर, हल्दीघाटी म्यूजियम, नाथद्वारा मंदिर
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