Ahmedabad Tourist Places Hindi : अहमदाबाद शहर गुजरात राज्य का एक एक प्रमुख शहर है। अहमदाबाद गुजरात का सबसे बड़ा शहर और भारत का सातवां सबसे बड़ा शहर है। अहमदाबाद शहर साबरमती नदी के किनारे पर बसा हुआ है।
अहमदाबाद शहर समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण है। महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम का आधार होने के कारण अहमदाबाद ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । अहमदाबाद पारंपरिक संगीत, नृत्य और त्योहारों के साथ साथ अपने जीवंत माहौल के लिए जाना जाता है।
अहमदाबाद में आयोजित होने वाला अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव दुनिया भर से लोगों को आकर्षित करता है।आधुनिकता और इतिहास का ऐसा सामंजस्य काम ही जगह देखने को मिलता है। अहमदाबाद पश्चिमी भारत का एक महत्वपूर्ण आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र है। शहर के पुराने एरिया में कई पोल और अन्य संरचनाएं हैं जिनका बड़ा ऐतिहासिक महत्त्व है। यह शहर इतिहास और आधुनिकता का एक समावेश है।
History – Ahmedabad Tourist Places Hindi | अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस
पुराने अवशेषों और फ़ारसी इतिहासकार अल-बिरूनी के लेखन के आधार पर यह अनुमान लगाया जाता है कि अहमदाबाद के स्थापना से पहले भील आदिवासी समूह की बस्ती को आशावल के नाम से जाना जाता था।
अन्हिलवाड़ा (आधुनिक पाटन) के चौलुक्य (सोलंकी) शासक कर्ण ने आशावल के खिलाफ सफलतापूर्वक एक सैन्य अभियान चलाया और पास में कर्णावती नामक एक शहर की स्थापना की। कर्णावती का सही सही लोकेशन निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता लेकिन यह माना जाता है कि यह अहमदाबाद के पास ही बसाया गया था। सोलंकी / चालुक्य शासन 13वीं शताब्दी तक चला और उसके बाद गुजरात ढोलका के वाघेला राजवंश के नियंत्रण में आ गया। 14वीं शताब्दी तक गुजरात पर दिल्ली सल्तनत का अधिकार हो गया था।
गुजरात सल्तनत के अहमद शाह प्रथम ने 1411 ई. में अपनी राजधानी अन्हिलवाड़ा से आशावल कर दी और बाद में सुल्तान के नाम पर शहर का नाम बदलकर अहमदाबाद कर दिया गया।
अहमदाबाद शहर की स्थिति बहरो देशों से व्यापार के लिए बिलकुल उपयुक्त थी और इसी कारण से अहमदाबाद मुख्य व्यापारिक केंद्र बन गया था । 16वीं शताब्दी की शुरुआत में अहमदाबाद मुगल शासन के अधीन आ गया। उस समय दिल्ली पर मुग़ल शासक अकबर का अधिकार था।
18वीं सदी में मराठों ने अहमदाबाद पर कब्ज़ा कर लिया और यह शहर मराठा साम्राज्य का हिस्सा बन गया। 1818 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने अहमदाबाद पर अपना अधिकार कर लिया और यह शहर बॉम्बे प्रेसीडेंसी का हिस्सा बन गया।
अहमदाबाद ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महात्मा गांधी ने वर्ष 1917 में अहमदाबाद के बाहरी इलाके में साबरमती आश्रम की स्थापना की थी । यह साबरमती आश्रम दांडी मार्च सहित कई महत्वपूर्ण आंदोलनों का केंद्र रहा है। वर्ष 1947 में भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद अहमदाबाद बॉम्बे राज्य का हिस्सा बन गया। बाद में वर्ष 1960 में गुजरात राज्य का गठन होने के बाद अहमदाबाद इसकी व्यावसायिक राजधानी बन गया।
अहमदाबाद एक प्रगतिशील शहर है जो गुजरात और पूरे भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह शिक्षा, अनुसंधान और टेक्नोलॉजी का भी एक प्रमुख केंद्र है।
Ahmedabad Tourist Places Hindi | अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस
Sabarmati Ashram – Ahmedabad Tourist Places Hindi
साबरमती आश्रम, जिसे गांधी आश्रम के नाम से भी जाना जाता है, अहमदाबाद में साबरमती नदी के किनारे पर स्थित एक आश्रम है। यह ऐतिहासिक स्थान महात्मा गांधी से जुड़े होने के कारण भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में विशेष महत्व रखता है।
साबरमती आश्रम की स्थापना महात्मा गांधी ने वर्ष 1917 में की थी। उन्होंने साबरमती नदी के किनारे के शांत वातावरण के लिए इस स्थान को चुना। साबरमती आश्रम वर्ष 1917 से 1930 तक महात्मा गांधी का निवास रहा। प्रसिद्ध दांडी मार्च सहित विभिन्न आंदोलनों में साबरमती आश्रम की विशेष भूमिका रही है।
दांडी मार्च की शुरुआत 12 मार्च 1930 को साबरमती आश्रम से हुई और 6 अप्रैल, 1930 को तटीय गांव दांडी में समाप्त हुई जहां महात्मा गांधी और उनके अनुयायियों ने ब्रिटिश नमक एकाधिकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। साबरमती आश्रम में स्थित हृदय कुंज महात्मा गांधी का रहने का स्थान था। साबरमती आश्रम में विनोबा भावे का निवास विनोबा कुटीर भी स्थित है। इसके अलावा आश्रम में स्थित म्यूजियम, जिसे गांधी स्मारक म्यूजियम के नाम से जाना जाता है, में महात्मा गांधी के विभिन्न व्यक्तिगत सामान, तस्वीरें और उनके जीवन और स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित फोटो और लेटर रखे हुए हैं।
Jama Masjid – Ahmedabad Tourist Places Hindi | जामा मस्जिद- अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस
अहमदाबाद में जामा मस्जिद शहर की सबसे प्रमुख औरआर्किटेक्चर की दृष्टि से महत्वपूर्ण मस्जिदों में से एक है। जामा मस्जिद का निर्माण वर्ष 1423 में अहमदाबाद के संस्थापक सुल्तान अहमद शाह प्रथम द्वारा किया गया था। यह मस्जिद इंडो-सारसेनिक आर्किटेक्चर का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
जामा मस्जिद हिंदू और इस्लामी स्थापत्य शैली का मिश्रण दर्शाती है। जामा मस्जिद का निर्माण पीले बलुआ पत्थर से किया गया है। मस्जिद की दीवारों पर की गयी जटिल नक्काशी, जाली का काम , और दीवारों और स्तंभों पर उकेरी गयी आयतें इसे विशेष बनाती हैं।
केंद्रीय गुंबद जामा मस्जिद की एक प्रमुख विशेषता है। यह छोटे गुंबदों और मीनारों से घिरा हुआ है। मस्जिद के प्रवेश द्वार के दोनों ओर दो ऊंची मीनारें हैं। ये मीनारें शहर और उसके आसपास का मनोरम दृश्य प्रदान करती हैं।
मस्जिद में एक खूबसूरती से सजाया गया मिहराब है जो मक्का की दिशा को दर्शाता है। जामा मस्जिद को जियोमेट्रिक पैटर्न, फूल और पत्तियों से और साथ ही कुरान की आयतों से सजाया गया है।
Sidi Saiyyed Mosque – Ahmedabad Tourist Places Hindi | सिदी सैय्यद मस्जिद- अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस
सिदी सैय्यद मस्जिद अहमदाबाद की एक ऐतिहासिक मस्जिद है, जो अपनी विशेष डिज़ाइन वाली पत्थर की जाली और प्रसिद्ध “सिदी सैय्यद जाली” के लिए जानी जाती है। सिदी सैय्यद मस्जिद का निर्माण वर्ष 1573 में गुजरात के अंतिम सुल्तान अहमद शाह तृतीय की सेना के जनरल बिलाल झज्जर खान के साथी, सिदी सैय्यद, द्वारा किया गया था।
सिदी सैय्यद मस्जिद प्रसिद्द विशेषता सिदी सैय्यद जाली है, जो एक नाजुक नक्काशीदार पत्थर की जाली है जो आपस में जुड़ी हुई पेड़ की शाखाओं को दर्शाती है। सिदी सैय्यद की जाली अहमदाबाद का एक प्रतिष्ठित प्रतीक बन गया है और इसे अक्सर शहर के अनौपचारिक प्रतीक के रूप में जाना जाता है। इसे आईआईएम अहमदाबाद (IIMA) के लोगो पर दिखाया गया है। मस्जिद का आर्किटेक्चर जियोमेट्रिक पैटर्न और फूल पत्तियों से सुसज्जित है।
सिदी सैय्यद मस्जिद को एक हेरिटेज निर्माण के रूप में मान्यता प्राप्त है और यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित है।
Akshardham Temple | अक्षरधाम मंदिर
अक्षरधाम मंदिर को आधिकारिक तौर पर स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर के रूप में जाना जाता है। यह भगवान स्वामीनारायण को समर्पित एक भव्य हिंदू मंदिर परिसर है।
स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर अहमदाबाद शहर से लगभग ३० किलोमीटर दूर गांधीनगर जिले में स्थित है। यह मंदिर विशेष आर्किटेक्चर का एक उदहारण है जो पारंपरिक हिंदू आर्किटेक्चर और आधुनिक आर्किटेक्चर का मिश्रण है। इस मंदिर के आर्किटेक्चर में जटिल नक्काशी, गुंबद और मूर्तियां हैं जो भारतीय शिल्प कौशल की भव्यता को दर्शाती हैं।
मुख्य गर्भगृह, जिसे अक्षरधाम मंदिर के नाम से जाना जाता है, मंदिर परिसर का केंद्र है। मंदिर परिसर में एक हॉल शामिल है जो भगवान स्वामीनारायण के जीवन और शिक्षाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यहाँ स्वामीनारायण के जीवन से सम्बंधित कहानी बताने के लिए मल्टीमीडिया प्रस्तुतियों, डायरैमास और एनिमेट्रॉनिक्स का उपयोग किया जाता है।
इसके अलावा यहाँ अभिषेक मंडप, सहज आनंद वॉटर शो यहाँ आने वाले लोगों को प्रभाव छोड़ता है। यह वाटर शो एक सुन्दर अनुभव है और इस शो में पानी, स्पेशल लाइट और साउंड का इस्तेमाल किया जाता है। गांधीनगर में अक्षरधाम मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है बल्कि एक सांस्कृतिक और शैक्षिक केंद्र भी है जो दुनिया भर से टूरिस्ट्स , तीर्थयात्रियों और आर्किटेक्चर में रूचि रखने वालों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
Adalaj Stepwell – Ahmedabad Tourist Places Hindi | अडालज बावड़ी – अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस
अडालज बावड़ी वर्ष 1499 में निर्मित एक प्राचीन बावड़ी है। अडालज बावड़ी अपनी नक्काशी और हिंदू और इस्लामी शैलियों के अनूठे मिश्रण के साथ इंडो-इस्लामिक आर्किटेक्चर का एक अच्छा उदाहरण है। अडालज बावड़ी को अडालज नी वाव के नाम से भी जाना जाता है।
इस बावड़ी का निर्माण 1499 में वाघेला प्रमुख वीर सिंह की पत्नी रानी रुदाबाई ने करवाया था। अडालज स्टेपवेल और ऐसे अनेकों बावड़ियाँ पारंपरिक रूप से पानी के स्रोत के रूप में निर्मित की गयी थीं और विशेष रूप से पानी की कमी के दौरान सामुदायिक सभा के लिए इस्तेमाल की जाती थीं।
अडालज बावड़ी को एक अष्टकोणीय कुएं के रूप में डिज़ाइन किया गया है जिसमें जटिल नक्काशीदार खंभे, गैलरी और पानी के स्टार तक नीचे जाने वाली सीढ़ियाँ हैं। अडालज स्टेपवेल में कुल पाँच स्तर हैं और कुआँ जमीन में गहराई तक फैला हुआ है।
इस बावड़ी के साथ एक दिलचस्प किंवदंती जुड़ी हुई है। ऐसा कहा जाता है कि इस कुएं का निर्माण रानी रुदाबाई के पति की मृत्यु के बाद महमूद बेगड़ा के शासनकाल में शुरू हुआ था। रानी की सुंदरता से मुग्ध होकर सुल्तान ने विवाह का प्रस्ताव रखा। रानी सहमत हो गई, लेकिन इस शर्त पर कि वह बावड़ी को पूरा करेगा। जब महमूद बेगड़ा अपने वादे से मुकर गया तो निर्माण रोक दिया गया, जिसके कारण संरचना अधूरी रह गई।
अडालज स्टेपवेल एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है और अपने ऐतिहासिक और स्थापत्य महत्व के लिए जाना जाता है। इस बावड़ी को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा एक संरक्षित स्मारक के रूप में मान्यता दी गई है। अडालज स्टेपवेल अहमदाबाद शहर से लगभग 18 किलोमीटर उत्तर में स्थित है।
अडालज बावड़ी के अलावा अहमदाबाद में कुछ अन्य ऐतिहासिक बावड़ी स्थति हैं जैसे कि माता भवानी स्टेपवेल , दादा हरिर स्टेपवेल और अमृतवर्षिणी वाव।
कांकरिया झील – अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस | Kankaria Lake – Ahmedabad Tourist Places Hindi
कांकरिया झील अहमदाबाद के बीच में स्थित एक आर्टिफिशल झील है। यह शहर की सबसे बड़ी झीलों में से एक है और अहमदाबाद के लोगों और यहाँ आने वाले टूरिस्ट्स के लिए एक लोकप्रिय आकर्षण है। कांकरिया झील बोटिंग, एक जूलॉजिकल पार्क / चिड़ियाघर, एक म्यूजिकल फाउंटेन और कई अन्य आकर्षण प्रदान करता है। पाटे के लिए एक बेहतरीन जगह है।
कांकरिया झील का निर्माण 15 वीं शताब्दी में सुल्तान कुतुब-उद-दीन अहमद शाह द्वितीय द्वारा किया गया था। इसे मूल रूप से नहाने और पीने के पानी के भंडार के रूप में बनाया गया था। वर्ष 2008 में कांकरिया कार्निवल परियोजना के तहत कांकरिया झील का महत्वपूर्ण पुनर्विकास और सौंदर्यीकरण किया गया। इस परियोजना का उद्देश्य झील के किनारे को बढ़ाना और आगंतुकों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है।
कांकरिया कार्निवल झील के आसपास आयोजित होने वाला एक वार्षिक उत्सव है, जिसमें कल्चरल प्रोग्राम , म्यूजिक शो और फ़ूड स्टाल के साथ साथ और भी अन्य एक्टिविटी होती हैं। कांकरिया कार्निवल आमतौर पर दिसंबर महीने के अंत में होता है।
केलिको म्यूज़ियम ऑफ़ टेक्सटाइल्स अहमदाबाद | Calico Museum of Textiles – Ahmedabad Tourist Places Hindi
केलिको म्यूज़ियम ऑफ़ टेक्सटाइल्स अहमदाबाद में स्थित एक प्रसिद्ध म्यूजियम है। यह भारत की समृद्ध कपड़ा विरासत के संरक्षण, प्रदर्शन और एजुकेशन के लिए समर्पित है। केलिको कपड़ा संग्रहालय की स्थापना वर्ष 1949 में साराभाई फाउंडेशन द्वारा की गई थी। इसकी स्थापना उद्योगपति गौतम साराभाई और उनकी बहन जीरा साराभाई ने की थी।
कैलिको म्यूजियम की स्थापना भारत की पारंपरिक कपड़ा कला को बढ़ावा देने और संरक्षित करने की दृष्टि से की गई थी। इसका उद्देश्य भारतीय वस्त्रों की विविधता, शिल्प कौशल और ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करना है।
केलिको संग्रहालय में भारत के विभिन्न क्षेत्रों के वस्त्रों का एक बड़ा कलेक्शन है। यह म्यूजियम साड़ियों, वेशभूषा, ऐतिहासिक कपड़ों सहित एक कपड़ों के इतिहास को कवर करता है। विजिटर यहाँ पटोला, कलमकारी, ब्रोकेड, बंधनी और भी अन्य कपडा कलाओं के बारे में जान सकते हैं। कपड़ों के अलावा, केलिको म्यूजियम में भारत में कपड़ों और सम्बंधित डिजाइन के इतिहास से संबंधित पांडुलिपियों का भी कलेक्शन है। इसे दुनिया के बेहतरीन कपड़ा म्यूजियम में से एक माना जाता है।
साइंस सिटी, अहमदाबाद | Science City – Ahmedabad Tourist Places Hindi
साइंस सिटी, अहमदाबाद में स्थित एक इंटरैक्टिव और एजुकेशन और साइंस सेंटर है। साइंस सिटी का उद्घाटन वर्ष 2001 में किया गया था। इसे वैज्ञानिक जागरूकता को बढ़ावा देने और इंटरैक्टिव एजुकेशन के लिए एक मंच के रूप में बनाया गया था।
साइंस सेंटर भौतिकी, जीव विज्ञान, अंतरिक्ष और अन्य विषयों पर इंटरैक्टिव डिस्प्ले करता है। साइंस सिटी में एक IMAX 3D थिएटर है जो साइंस से फिल्मों के शो का आयोजन करता है। साइंस सिटी के अंदर ऊर्जा शिक्षा पार्क एनर्जी के नए सोर्स और एनवायरनमेंट बैलेंस के बारे में जानकारी देता है। हॉल ऑफ स्पेस , स्पेस साइंस और टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी देता है। इसके अलावा लाइफ साइंस पार्क और एक्वारियम भी साइंस पार्क में स्थित है।
साइंस सिटी गुजरात विज्ञान महोत्सव का आयोजन करता है। यह आयोजन वर्ष में एक बार किया जाता है। इस महोत्सव में साइंस एक्ज़ीबिशन और अन्य एजुकेशनल एक्टिविटी भी होती हैं।
सरखेज रोजा अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस | Sarkhej Roza – Ahmedabad Tourist Places Hindi
सरखेज रोजा अहमदाबाद के पास स्थित इस्लामी, हिंदू और जैन धर्म के प्रभाव से मिला एक आर्किटेक्चर और एक ऐतिहासिक स्थान है। सरखेज रोजा अहमदाबाद से लगभग 7 किलोमीटर दूर मकरबा गांव में स्थित है।
सरखेज रोजा में जामा मस्जिद प्रमुख संरचनाओं में से एक है। अहमदाबाद के संस्थापक अहमद शाह की कब्र परिसर के भीतर स्थित है। यह मकबरा एक अष्टकोणीय संरचना है जिसमें एक केंद्रीय गुंबद और जटिल नक्काशी है। सरखेज रोजा में सूफी संत शेख अहमद खट्टू गंज बख्श की कब्र भी शामिल है। रौज़ा के नाम से जाना जाने वाला यह मकबरा धार्मिक महत्त्व रखता है ।
परिसर में एक बड़ा टैंक है, जिसे सरखेज रोजा टैंक या पानी की टंकी के नाम से भी जाना जाता है। यहीं पर शेख अहमद खट्टू गंज बख्श को समर्पित मक़बरा है। यहाँ चारों ओर सुंदर गार्डन बने हैं। सरखेज रोजा को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा एक संरक्षित स्मारक के रूप में मान्यता दी गई है।
लॉ गार्डन अहमदाबाद Law Garden – Ahmedabad Tourist Places Hindi
लॉ गार्डन अहमदाबाद शहर के बीच में स्थित एक पब्लिक गार्डन है। यह अहमदाबाद शहर का एक लोकप्रिय आकर्षण है जो अपने प्राकृतिक सुन्दर वातावरण , शॉपिंग स्टॉल और स्ट्रीट फूड के लिए जाना जाता है। लॉ गार्डन शाम के समय हलचल का केंद्र होता है। शाम के समय यहाँ एक नाईट मार्किट लगता है।
लॉ गार्डन खाने के शौकीनों के लिए खास है। शाम के समय स्ट्रीट फूड सेलर यहाँ पर स्टॉल लगाते हैं। अक्सर यहाँ पर कल्चरल प्रोग्राम का आयोजन होता है। त्योहारों और विशेष अवसरों के दौरान लॉ गार्डन खास तौर पर लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होता है।
वस्त्रपुर लेक – अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस | Vastrapur Lake – Ahmedabad Tourist Places Hindi
वस्त्रपुर लेक अहमदाबाद में स्थित एक आर्टिफिशल झील है। यह एक शांत स्थान है जो अहमदाबाद के लोगों के लिए और यहाँ घूमने आने वालों के लिए विशेष है। वस्त्रपुर लेक जॉगिंग ट्रैक और लॉन से घिरी हुई है। वस्त्रपुर लेक बोटिंग और पिकनिक एक्टिविटी के लिए खासा पसंद किया जाता है।
लेक परिसर में एक एम्फीथिएटर शामिल है जहां कल्चरल प्रोग्राम, प्रदर्शनी और कम्युनिटी सभाएं होती हैं। वस्त्रपुर लेक के आस पास खाने-पीने के स्टॉल भी हैं। वस्त्रपुर लेक साल भर विभिन्न कार्यक्रमों और त्योहारों के लिए एक प्रसिद्द जगह है। दिवाली जैसे त्योहारों और अन्य सांस्कृतिक समारोहों में लेक के चारों ओर विशेष गतिविधियाँ और सजावट की जाती है।
भद्रा किला – अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस | Bhadra Fort Ahmedabad – Ahmedabad Tourist Places Hindi
भद्रा किला अहमदाबाद के मध्य में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। भद्रा किला वर्ष 1411 में अहमदाबाद के संस्थापक सुल्तान अहमद शाह प्रथम द्वारा बनवाया गया था। यह किला शहर के बीच में स्थित है। भद्रा किले का यह नाम भद्रकाली मंदिर के नाम पर रखा गया है जो देवी भद्र काली को समर्पित है। यह मंदिर भद्रा किला परिसर के भीतर स्थित था। इस किले में हिंदू और इस्लामी डिजाइन का आर्किटेक्चर देखा जा सकता है। इसमें मेहराबदार गेट, बालकनियाँ और नक्काशी देखि जा सकती है।
भद्रा किले को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा एक हेरिटेज साइट के रूप में मान्यता दी गई है। किले के परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रदर्शनियों और सार्वजनिक समारोहों के लिए किया जाता है।
भद्रा किला अहमदाबाद | Bhadra Kila Ahmedabad in Hindi
तीन दरवाजा – अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस | Teen Darwaza – Ahmedabad Tourist Places Hindi
तीन दरवाजा अहमदाबाद के पुराने शहर में स्थित एक ऐतिहासिक निर्माण है। तीन दरवाज़ा का निर्माण वर्ष 1415 में अहमदाबाद के संस्थापक सुल्तान अहमद शाह प्रथम के शासनकाल के दौरान किया गया था। ऐसा माना जाता है कि इसे मैदान शाह के नाम से जाने जाने वाले शाही चौराहे के मुख्य गेट के रूप में बनाया गया था। तीन दरवाज़ा भद्रा किले को मैदान शाह से जोड़ता है।
तीन दरवाजा का आर्किटेक्चर इंडो-इस्लामिक शैली का है। तीन दरवाजा कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह रहा है, जिनमें जुलूस, शाही कार्यक्रम और सार्वजनिक समारोह शामिल हैं। तीन दरवाजा को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित स्मारक के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह अहमदाबाद शहर के ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक है।
ऑटो वर्ल्ड विंटेज कार म्यूजियम – अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस | Auto World Vintage Car Museum – Ahmedabad Tourist Places Hindi
ऑटो वर्ल्ड विंटेज कार म्यूजियम अहमदाबाद का एक प्रसिद्ध कार म्यूजियम है। म्यूजियम में विंटेज और क्लासिक कारों का विशाल संग्रह है। यह म्यूजियम 20 वीं सदी के शुरुआती मॉडल से लेकर हाल की क्लासिक कारें प्रदर्शित करता है। म्यूजियम में अलग अलग समय की कारें शामिल हैं जो ऑटोमोटिव डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी के विकास का प्रदर्शन करती हैं।
ऑटो वर्ल्ड विंटेज कार म्यूजियम की स्थापना प्राणलाल भोगीलाल ने की थी। म्यूजियम में भोगीलाल परिवार का निजी संग्रह प्रदर्शित किया गया है । ऑटो वर्ल्ड विंटेज कार संग्रहालय के विजिटर लक्जरी कारों, कन्वर्टिबल, स्पोर्ट्स कारों और कई ब्रांड के दुर्लभ मॉडलों देख सकते हैं।
म्यूजियम में ऑटोमोबाइल के विकास के बारे में एजुकेशन दी जाती है । हर एक कार के इतिहास और महत्व के बारे में यहाँ जानकारी दी जाती है। ऑटो वर्ल्ड विंटेज कार म्यूजियम विंटेज कार रैली और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करता है।
लालभाई दलपतभाई म्यूजियम | Lalbhai Dalpat Museum – Ahmedabad Tourist Places Hindi
लालभाई दलपतभाई म्यूजियम , जिसे एल.डी. म्यूजियम के नाम से भी जाना जाता है। यह म्यूजियम अहमदाबाद में स्थित एक प्रमुख म्यूजियम है। लालभाई दलपतभाई म्यूजियम की स्थापना वर्ष 1984 में हुई थी। इसकी स्थापना शेठ लालभाई दलपतभाई परिवार ने की थी जो शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक सेवा में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं।
यह म्यूजियम भारतीय कला और संस्कृति के संरक्षण के केंद्र के रूप में काम करते हैं। लालभाई दलपतभाई म्यूजियम में पांडुलिपियों, मूर्तियों, पेंटिंग्स , वस्त्रों और सिक्कों का बड़ा कलेक्शन है।
नल सरोवर बर्ड सेंचुरी | Nalsarovar Bird Sanctuary (Approx. 65 km)
नल सरोवर अहमदाबाद से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बर्ड सेंचुरी है। नल सरोवर भारत की सबसे बड़ी वाटर बर्ड सेंचुरी में से एक है। टूरिस्ट्स और बर्ड वॉचर्स को नल सरोवर काफी पसंद आने वाली जगह है। अहमदाबाद और आस पास के शहरों में रहने वाले लोग भी यहाँ पिकनिक और बोटिंग जैसी एक्टिविटी के लिए आना पसंद करते हैं।
हुथीसिंग जैन मंदिर अहमदाबाद | Hutheesing Jain Temple – Ahmedabad Tourist Places Hindi
हुथीसिंग जैन मंदिर अहमदाबाद में स्थित एक जैन मंदिर है। हुथीसिंग जैन मंदिर का निर्माण वर्ष 1847 में किया गया था। यह पंद्रहवें जैन तीर्थंकर धर्मनाथ को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण अहमदाबाद के एक समृद्ध व्यापारी शेठ हुथीसिंग केसरीसिंह ने अपनी पत्नी शेठानी हरकुंवर की याद में करवाया था।
यह मंदिर पारंपरिक जैन मंदिर वास्तुकला का एक प्रमुख उदाहरण है। मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर से किया गया है। यह मंदिर पूजा स्थल और विभिन्न जैन धार्मिक गतिविधियों और त्योहारों का केंद्र है। भक्त अक्सर धार्मिक समारोहों में भाग लेने के लिए मंदिर आते हैं।
साबरमती रिवरफ्रंट अहमदाबाद | Sabarmati River Front – Ahmedabad Tourist Places Hindi
साबरमती रिवरफ्रंट अहमदाबाद में साबरमती नदी के किनारे एक वाटरफ्रंट है। साबरमती रिव रफ्रंट परियोजना वर्ष 1997 में साबरमती रिवरफ्रंट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एसआरएफडीसीएल) के एक हिस्से के रूप में शुरू की गई थी। इस परियोजना के मुख्य उद्देश्यों में बाढ़ नियंत्रण, पर्यावरण सुधार और एक रेक्रिएशनल प्लेस का निर्माण शामिल था।
रिवरफ्रंट में दोनों किनारों पर वाक करने , साइकिलिंग करने और अन्य एक्टिविटी के लिए जगह है। अक्सर टूरिस्ट्स और लोकल यहाँ बोटिंग करने के लिए और सुबह शाम घूमने के लिए आते हैं। साबरमती रिवरफ्रंट कल्चरल प्रोग्राम , त्योहारों और अन्य एंटरटेनमेंट एक्टिविटी के लिए एक लोकप्रिय स्थान है। साबरमती रिवरफ्रंट फेस्टिवल एक वार्षिक प्रोग्राम है जो अहमदाबाद की सांस्कृतिक विविधता को सेलिब्रेट करता है।
अटल ब्रिज – अहमदाबाद टूरिस्ट प्लेस | Atal Pedestrian Bridge – Ahmedabad Tourist Places Hindi
अहमदाबाद में अटल ब्रिज का नाम भारत के पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में रखा गया है। अटल ब्रिज अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट क्षेत्र में स्थित है। अटल ब्रिज अहमदाबाद के निवासियों के बीच एक आकर्षण है लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है। यह पुल साबरमती नदी और आसपास के नज़ारे का बहुत सुन्दर व्यू दिखता है। अपने सुन्दर डिजाइन और चरों ओर के सुन्दर नज़ारे के कारण अटल ब्रिज फोटोग्राफी में रूचि रखने वालों के लिए पसंदीदा जगह है।
अहमदाबाद में खाना | Food in Ahmedabad
अहमदाबाद शहर अपने विविध और स्वादिष्ट खाने के लिए प्रसिद्ध है। इसमें लोकल गुजराती डिश जैसे ढोकला, फाफड़ा और अनेकों प्रकार के स्नैक्स शामिल हैं। अहमदाबाद में स्ट्रीट फ़ूड बहुत पसंद किया जाता है और इसीलिए शहर के कई एरिया अपने विशेष स्ट्रीट फ़ूड और स्नैक्स के लिए खासे प्रसिद्द हैं।
गुजराती डिश में ढोकला शायद सबसे ज्यादा पसंद किये जाना वाला डिश है। इसे अक्सर चटनी और सरसों के तड़के के साथ परोसा जाता है। इसके अलावा खांडवी, फाफड़ा और जलेबी, थेपला, उंधियू, सेव टमाटर के सब्ज़ी , गुजराती थाली, खाखरा, पानी पुरी, दाल ढोकली, मेथी गोटा, दाबेली आदि हैं।
कब जाएं – अहमदाबाद | Best Time to Visit Ahmedabad
अहमदाबाद घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी तक सर्दियों के महीनों के दौरान है। इस दौरान मौसम सुहाना होता है और आउटडोर एक्टिविटी के लिए बहित अच्छा होता है। सर्दियों में दिन का तापमान 15°C से 30°C के बीच होता है।
अहमदाबाद में गर्मियों का मौसम काफी ज्यादा तापमान वाला होता है। अप्रैल और मई में तापमान अक्सर 40°C से ज्यादा हो जाता है। मानसून के दौरान शहर हरा-भरा हो जाता है हालाँकि इस दौरान उमस काफी ज्यादा होती है। जुलाई और अगस्त में सबसे ज्यादा बारिश होती है।
कैसे पहुंचे अहमदाबाद | How to Reach Ahmedabad
अहमदाबाद, गुजरात का एक प्रमुख शहर होने के नाते, हवाई, रेल और सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
फ्लाइट से | By Flight :
अहमदाबाद में एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है जो शहर से लगभग 9 किलोमीटर दूर है। यह एयरपोर्ट डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स के जरिये देश और विदेश से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
ट्रेन से | By Train:
अहमदाबाद शहर भारतीय रेलवे नेटवर्क से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पश्चिमी भारत के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है। इसमें अहमदाबाद को देश भर के प्रमुख शहरों से जोड़ने वाली नियमित ट्रेनें हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और अन्य महत्वपूर्ण शहरों के लिए सीधी ट्रेनें यहाँ से उपलब्ध होती हैं।
सड़क द्वारा | By Road
अहमदाबाद सड़क नेटवर्क से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा है और टूरिस्ट्स बस या कार से आसानी से यहाँ पहुंच सकते हैं। गुजरात स्टेट ट्रांसपोर्ट के बसें अहमदाबाद को गुजरात और पड़ोसी राज्यों के शहरों से जोड़ती हैं। इसके अलावा प्राइवेट बसें भी यहाँ के लिए रेगुलर हैं।
नेशनल हाईवे 48 अहमदाबाद को मुंबई, दिल्ली और जयपुर जैसे प्रमुख शहरों से जोड़ता है। अगर आप गाड़ी चलाना पसंद करते हैं तो सड़क मार्ग से अहमदाबाद तक आसानी से पहुँच सकते हैं। यह राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
मेट्रो द्वारा | By Metro
अहमदाबाद में मेट्रो रेल शहर के विभिन्न हिस्सों को जोड़ती है। शहर में अंदर घूमने के लिए मेट्रो सही ट्रांसपोर्ट हैं।
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